अच्छी स्त्री की पहचान : स्त्रियां हमेशा से ही ईश्वर की अनोखी और विस्मय करने वाली कृति मानी गई है, इंसान छोड़िये, आदिकाल से देव और ऋषि मुनि भी स्त्री को समझ नहीं पाए थे। स्त्री जहाँ एक ओर लक्ष्मी काली दुर्गा का रूप है तो वह एक मां भी है और पत्नी भी।
स्त्री अच्छी हो तो वह घर बनाने का काम करती है, समाज को उन्नति की ओर ले जाती है लेकिन यदि स्त्री का आचरण अच्छा नहीं है तो वह घर तोड़ने का काम भी करती है। इसलिए एक अच्छी स्त्री की पहचान करना (Acchi stri ki pahchan) बहुत जरुरी है जिसकी आज हम इस आर्टिकल में चर्चा करने वाले हैं।
हम आपको बताएंगे कि भाग्यशाली स्त्री के लक्षण क्या हैं या अच्छी स्त्री के लक्षण क्या हैं जो आपके और आपके घर के लिए बहुत शुभकारी हो सकती है। साथ ही आपको बताएंगे चालू स्त्री की पहचान क्या जिससे आपको बचना चाहिए और दूरी बनाए रखनी चाहिए। चलिए शुरू करते हैं आज का उपयोगी आर्टिकल।
अच्छी स्त्री के लक्षण क्या क्या होते हैं?
अच्छी स्त्री हमेशा वात्सल्यपूर्ण, प्रेमभाव से भरी हुई, सेवा भाव रखने वाली, क्षमाशील, दूसरों का दुख हरने वाली के साथ ही साथ मधुर वचन बोलने वाली होती है। वे हर स्थिति में अपने माता – पिता, पति, और बच्चों का ख्याल रखने वाली और हर दम, हर परिस्थिति में उनका साथ निभाने वाली होती है।
जिन पुरुषों की स्त्रियों में यह सभी गुण होते हैं वे दुनिया के किसी भी मोड़ पर विजयी रहते हैं और हमेशा सफलता की ओर अग्रसर रहते हैं। अच्छी स्त्री की पहचान करने के लिए आपको उसके निम्नलिखित लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए:
- दयालुता: सामान्यता इस पर ध्यान नहीं दिया जाता है लेकिन एक अच्छी स्त्री का सबसे बड़ा लक्षण होता है कि वह दयालु और करुणावान होती है। वह दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहती है, चाहे वह उनके परिवार, दोस्तों या अजनबियों के लिए हो।
- चरित्र: एक अच्छी स्त्री का लक्षण होता है कि उसका चरित्र मजबूत और ईमानदार होना चाहिए। वह अपने शब्दों और कार्यों में ईमानदार और निष्ठावान होनी चाहिए।
- सद्गुणीता: एक अच्छी स्त्री सद्गुणी और दयालु होनी चाहिए। वह दूसरों की मदद करने और उनके लिए अच्छा करने के लिए हमेशा तैयार होनी चाहिए।
- क्षमाशील: एक अच्छी स्त्री की पहचान है कि वह क्षमाशील होती है, छोटी छोटी वाकयों को नजरअंदाज कर, उन्हें क्षमा कर हमेशा जीवन में आगे की ओर अग्रसर रहती है जो उसके पारिवारिक महत्व को बनाए रखती है।
- सकारात्मकता और आत्मविश्वास: अच्छी स्त्री सकारात्मक और आत्मविश्वासी होती है। जिस स्त्री में सकारात्मकता और आत्मविश्वास होता है वह अपने परिवार को बांधे रखती है और वह जीवन में चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार होती है और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में विश्वास रखती है।
यह बताने की जरूरत नहीं है कि एक अच्छी स्त्री समाज को बेहतर बनाने का काम करती और समाज को बेहतर दिशा में ले जाने में एक अहम् कड़ी है। वह दूसरों की मदद करके और दुनिया को एक बेहतर जगह बनाकर समाज में सकारात्मक योगदान देती है।
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भाग्यशाली स्त्री के लक्षण – Bhagyashali Stri Ke Lakshan
जिस व्यक्ति के जीवन में भाग्यशाली स्त्री का आगमन होता है निश्चित रूप से उसके वक्त का पहियाँ घूम जाता है। यदि व्यक्ति के जीवन में कोई विपदा हो तो व्यक्ति को भाग्यशाली स्त्री की पहचान होनी चाहिए जो उसके भाग्य रेखा को बदल सके। काफी बार एक पुरुष का भाग्य महिला से जुड़ा होता है और उसके आगमन भर से ही सारी विपदाएं मिट जाती हैं। ये होते हैं एक अच्छी स्त्री और किस्मत वाली स्त्री के लक्षण –
- चौड़ा माथा: चौड़ा माथा बुद्धिमत्ता और भाग्य का प्रतीक माना जाता है।
- आँखें : जिस स्त्री की आंखें बड़ी, सुंदर और काली होती हैं और इसी के साथ उसकी आंखों में चमक होती है उस स्त्री को बेहद भाग्यशाली माना जाता है।
- लंबी और सुंदर उंगलियां: लंबी और सुंदर उंगलियां सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
- गुलाबी रंग के होंठ: स्त्री के गुलाबी रंग के होंठ को सुंदरता और आकर्षण का केंद्र तो माना ही जाता है, साथ ही ये लक्षण सौभाग्यशाली भी होते हैं।
- काले और घने बाल: काले और घने बालों वाली स्त्री भाग्यशाली स्त्री के लक्षण होते हैं जिनके होने से समृद्धि आती है।
- नाक : स्त्री की नाक सीधी और सुंदर होनी चाहिए। उसकी नाक पर तिल होना शुभ माना जाता है।
- गर्दन : स्त्री की गर्दन लंबी और सुंदर होनी चाहिए। स्त्री की गर्दन पर तिल होना भाग्यशाली स्त्री के लक्षण माने जाते है।
इसके अलावा अच्छी स्त्री की पहचान करने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें –
- अच्छी स्त्री धार्मिक और आध्यात्मिक होनी चाहिए।
- वह पतिव्रता और निष्ठावान होनी चाहिए।
- वह मेहनती और कुशल होनी चाहिए।
- भाग्यशाली स्त्री दयालु और करुणावान होनी चाहिए।
- वह दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत होनी चाहिए।
निष्कर्ष
दोस्तों, आज के आर्टिकल में आपने जाना अच्छी स्त्री की पहचान (Acchi stri ki pahchan) क्या है और कैसे एक स्त्री आपके भाग्य को बदल सकती है या यूं कहें कि हमने आपको बताया भाग्यशाली स्त्री के लक्षण क्या हैं। एक अच्छी और भाग्यशाली स्त्री निश्चित रूप से आपके घर और परिवार को सहेजने में बहुत मददगार साबित होती है।
हालंकि एक स्त्री की पहचान उसके बहरी आवरण पर कतई नहीं करना चाहिए बल्कि उसके उचित गुणों को ध्यान में रखकर करना चाहिए। इसके अलावा भी यदि प्यार और निःप्रेम की भावना हो तो हर स्त्री आपके लिए बेहतर है गुणवान है और पुरुषों को भी सहयोग की अपेक्षा की जाती है। आपको यह आर्टिकल कैसा लगा, कमेंट कर के जरूर बताएं।
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