
आंतों में सूजन के लिए होम्योपैथिक दवा :- नमस्कर दोस्तों आज के इस लेख में हम आपके साथ एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति के बारे में चर्चा करेंगे जो वैसे तो जानलेवा नही है लेकिन लम्बे समय में किसी भी व्यक्ति के लिए हानिकरक हो सकती है ।
जी हाँ ! दोस्तों आज हम बात करेगे अल्सरेटिव कोलाइटिस ( ulcerative colitis ) जिसको लोग आँतों की सूजन भी कहते हैं ।
अगर इस बिमारी की बात की जाए तो यह एक इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज है जिसके कारन डाइजेस्टिव सिस्टम में घाव और क्रोनिक सूजन हो सकती है ।
बड़ी आंत और मलाशय पर इस बिमारी का प्रभाव अनुभव किया जा सकता है । अल्सर होने के कारण खून और मवाद भी आ सकता है ।
तो आइये पहले हम आपको आँतो में सूजन के लक्षण या अल्सरेटिव कोलाइटिस के लक्षण बताते हैं इसके बाद आपको आंतों में सूजन के लिए होम्योपैथिक दवा के बारे में बताया जाएगा ।
आंतो में सूजन के लक्षण – symptoms Of Ulcerative Colitis in hindi
क्लेवेलैंड पर प्रकाशित हुए एक आर्टिकल के अनुसार आंतो में सूजन के निम्नलिखित लक्षण होते हैं
1. बुखार होना
2. भूख में कमी का अनुभव
3. बिना किसी प्रयास के वजन कम होना
4. एनीमिया का होना
5. मल त्याग की तुरंत इच्छा होना
6. पेट में बार – बार दर्द होना
इसके अलावा भी Ulcerative Colitis में कई दूसरी लक्षण अनुभन हो सकते हैं जैसे – जोड़ो में दर्द होना, खराश का होना, लाल – लाल से चकत्ते होना,
इस समस्या में कुछ लोगो को Normal symptoms महसूस होते हैं जबकि कुछ लोगों को गंभीर लक्षण भी अनुभव हो सकते हैं ।
गंभीर लक्षणों में बार – बार दस्त लगना, बुखार आना, पेट में तेज दर्द और ऐठन का अनुभव होना जैसे लक्षण अनुभव किये जा सकते हैं ।
आतों की सूजन क्यो होती है – ulcerative colitis ke karan
इस बिमारी को आमतौर पर एक ऑटोइम्यून स्थिति ( autoimmune condition ) माना जाता है जिसमें शरीर की इम्यूनिटी ही गलती से आंतों के अस्तर की हैल्दी सेल्स पर हमला कर देती है ।
खैर इसका सटीक कारण अभी तक ज्ञात नही है लेकिन इस रोग को जेनेटिक और पर्यावरणीय कारण भी प्रभावित कर सकते हैं ।
खैर आपको ज्यादा घबराने की अवाश्यकता नही क्योकि इसका उपचार दवाओं और लाइस्टाइल में बदलाव कर के किया जा सकता है ।
समस्या गंभीर होने और कुछ रेयर केसों में सर्जरी की भी जरूरत पड सकती है । वैसे इस रोग का कई तरीकों द्वारा उपचार संभव है लेकिन यहाँ आपरो सिर्फ आंतों में सूजन के लिए होम्योपैथिक दवा के बारे में बता रहे हैं इसलिए यहाँ पर सिर्फ अल्सरेटिव कोलाइटिस के होम्योपैथिक इलाज के बारे में बात होगी
आंतों में सूजन के लिए होम्योपैथिक दवा – Aant me sujan ki homeopathic dawa
So friends यहाँ आपको ulcerative colitis ki
homeopathic dawa के बारे में जानकारी दी जा रही है लेकिन ध्यान रहे की कोइ भी होम्योपैथिक डॉक्टर दवा और उसकी मात्रा का निर्धारण मरीज और उसकी रोग की गंभीरता को देख कर करता है इसलिए बिना डॉक्टर के मार्गदर्शन के इन दवाओं का खुद से उपयोग ना करें ।
1. एलोए सोकोट्रिना – ulcerative colitis ka homeopathic ilaj
normaly लोग इसको सोकोट्रिन एलोए कहते हैं और इसका अधिकतर उपयोग पेचिश के ट्रीटमेंट में किया जाता है लेकिन इसके अलावा भी यह दवा दस्त लगना, शौच में बलगम आना, पेट भरा हुआ सा लगना, मलाशय में जलन का अनुभव होना और पेट में दर्द जैसी समस्याओं में भी इस दवा को दिया जा सकता है ।
गर्म मौसम में या आहार लेने के बाद इन लक्षणों की तीव्रता बढ़ जाती है जबकि ठंडे मौसम में इन symptoms में सुधार देखने को मिलता है।
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2. वेराट्रम एल्बम – aanto ki sujan ka homeopathic ilaj
व्हाइट हेलबोर के नाम से मशहूर यह दवा शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए किया जाता है लेकिन इसके अलावा भी आप इसको पेट की ऐठन, दर्द, आंतो के संक्रमण, बार – बार उल्टी होना और ठंड के साथ आने वाले बुखार में इस दवा को दिया जाता है ।
यह लक्षण ठंडे वातावरण और मौसम में बढ़ने लगते हैं जबकि गर्म मौसम में कम होने लगते हैं ।
3. अल्सरेटिव कोलाइटिस की होम्योपैथिक दवा है पोडोफाइलिनम
इस दवा को पाचन तंत्र में होने वाली सुजन के इलाज के लिए लिया जाता है ये दवा छोटी आंत, मलाशय और लिवर पर तेजी से काम कर के समस्या का निदान करती है ।
इन सब के अतिरिक्त यह दवा पाचन से जुड़ी दूसरी समस्याओं जैसे- दस्त, पेचिश और खट्टी डकार जैसी समस्याओं में भी कारगर है ।
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4.अल्सरेटिव कोलाइटिस की होम्योपैथिक दवा पोडोफाइलिनम बैप्टीशिया टिंक्टोरिआ
यह दवा उन बच्चों की दी जाती है जो बदबूदार मल और इचिंग की समस्या से ग्रसित हैं क्रोनिक बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण, इसके अलावा यह दूसरी समस्याओं के उपचार में भी उपयोगी है ।
5. आंतों में सूजन के लिए होम्योपैथिक इलाज बलाडोना
इस दवा का Use दर्द और जलन से जुड़ी समस्याओं के ट्रीटमेंट में किया जाता है इसके अतिरिक्त पेट में दर्द, जलन, सूजन, तीव्र बुखार, और भूख में कमी जैसी दिक्कतों में भी इसका उपयोग किया जाता है ।
6. एकोनिटम नेपेलस
इस होम्योपैथिक दवा को बुखार और बैचेनी की समस्या में बहुत कारगर माना जाता है । पाचन की सूजन, पेट में ऐठन, तेज प्यास और पानी की तरह दस्त जैसी समस्या में कारगर माना जाता है ।
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7. ब्रायोनिया अल्बा
ब्रायोनिया अल्बा का इस्तेमाल गैस्ट्रिक और सूजन से रीलेटेड बिमारीयों के उपचार और बिहोशी की समस्या में किया जाता है ।
आंतो की सूजन दूर करने के लिए लाइफस्टाइल टिप्स
1. न्यूट्रीशन से भरपूर आहार का सेवन करें
2. पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखें और आस – पास सफाई रखें
3. नियमित रूप से Exercise करें
क्या नही करें
1. गीली – दलदली और गंदी जगह पर जाने से बचें
2. ज्यादा तेज स्मेल वाले इत्र व परफ्यूम से बचें
3. औषधिय गुण वाले खाद पदार्थों के उपयोग से बचें
4. चाय और कॉफी को लेने से बचें
निष्कर्ष
तो दोस्तों आज हमने आपको आंतों में सूजन की होम्योपैथिक दवा के बारे में बताया साथ ही Ulcerative Colitis के लिए जरूरी लाइफस्टाइल चैचेंज के बारे में भी बताया ।
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