एलोवेरा के फायदे, लाभ, नुकसान और गुण

मुझे हमेशा से एलोवेरा के पोधों का शौक रहा है । इसलिए मेने इसको गार्डन, घर की छत और यहाँ तक की बालकानी में कोने की तरफ भी लगा दिया है । मगर हैरानी की बात ये यह की इतने सालों से एवोवेरा का शौक रखने के बाद भी मुझे एलोवेरा के फायदे ( Aloe vera ke fayde ) के बारे में बिल्कुल भी पता नही था ।

मगर जब मैं आयुर्वेदिक डॉक्टरों और कुछ मेडिकल डॉक्टरों के सम्पर्क में आया तब मेने एलोवेरा जैल के फायदे ( Aloe vera gel ke fayde ) के बारे में गहन और लम्बा अध्ययन किया । तब जाकर मुझे एलोवेरा के लाभों के बारे में पता चला ।

एलोवेरा के लाभ और एलोवेरा के नुकसान जानने के लिए मेने पिछले दस साल में प्रकाशित हुई वैज्ञानिक रीसर्चों से लेकर हजारों साल पुराने आयुर्वेदिक ज्ञान का सहारा लिया । इसलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको अपनी उस गहन और लम्बी स्टाडी का सार दे रहे हैं ताकि आपको भी मेरी तरह इस जादुई औषधि के फायदों जानने के लिए ज्यादा माथा पच्ची ना करनी पडे ।

हम अपने पाढ़को को पुरी जानकारी देने पर विश्वास करते हैं इसलिए यहाँ हम केवल एलोवेरा खाने के फायदे ( Aloe vera khane ke fayde ) ही नही बता रहे हैं बल्कि ये भी बता रहे है की एलोवेरा के इस्तेमाल से किन लोगों को और किन हालतों में नुकसान हो सकते हैं ।

एलोवेरा कई फॉर्म मेें मिलता है जैसे- जूस, जैल, पाऊडर, और कैप्सूल । मगर इनमे सबसे अधिक कन्फ्यूजन लोगो को एलोवेरा जूस ( Aloe vera juice ) की तरफ से रहती है । इसलिए इस आर्टिकल में हम आपको एलोवेरा जूस के फायदे ( Aloe vera juice ke fayde ) या जैसा की कुछ लोग English में पूछते हैं Aloe vera juice benefits in hindi के बारे में भी थोडा बताएगे ।

मगर सबसे पहले जान पहले ऐलोवेरा के बारे में थोडी जानकारी इकट्ठा कर लेते है ।

एलोवेरा के बारे में कुछ जरूरी जानकारी ( Aloe vera in hindi )

एलोवेरा एक हरे रंग का गद्देदार कटीला पौधा होता है जिसे कुछ लोग घृतकुमारी के नाम से भी पुकारते हैं इस आयुर्वेदिक औषधि ( Ayurvedic medicine ) को इसके अंदर पाए जाने वाले जैल के औषधिय गुणो के लिए जाना है

आपने भी अक्सर एलोवेरा के त्वचा पर होने वाले फायदों के बारे में जरूर सुना होगा जैसे ये स्किन को मॉइश्चराइज़ करता है, त्वचा पर निखार लाता है और चेहरे की कील, मुंहासे, धब्बे, काले निशान, फुंसी-फोड़े और कालापन दूर करता है ।

मगर इसके अलावा भी ऐलोवेरा फायदों के खजाने से भरा पडा है । इस जड़ी-बुटी में पाए जाने वाले पोषक तत्व यानी न्यूट्रीशन भी कम नही है आपको जानकर खुशी होगी की एलोवेरा में 75 तरह के पोषक तत्व जैसे:-सैलिसिलिक एसिड, सैपोनिन, विटामिन, खनिज, शर्करा, एंजाइम, लिग्निन, और अमीनो एसिड होते हैं ।

खासकर की विटामिनों में इसमें विटामिन ए (बीटा-कैरोटीन), सी और ई होते हैं, जो एंटीऑक्सिडेंट हैं। इसमें विटामिन बी 12, फोलिक एसिड और कोलीन भी होता है ।

इतने पोषक तत्वों से भरे होने के कारण कुछ लोग एलोवेरा को सेहत बनाने के लिए भी यूज करते हैं । एलोवेरा का उपयोग ना केवल त्वचा और सेहत बनाने के लिए किया जाता है बल्कि ये बालों को लम्बा, सिल्की और चमकीला भी बनाता है ।

क्योकि एलोवेरा को दुनिया के कई देशो में उगाया एंव इस्तेमाल किया जाता तथा अपने देश में भी इसकी प्रसिध्दी बढ़ती जा रही है इसलिए इसके सौकड़ो नाम सुनने को मिल जाते हैं जैसे-

तेलगु में एट्टाकलाबन्द, कलबन्द (Kalband), मलयालम में छोट्ठ कथलाइ, बंगाली में घृतकुमारी, अरबी में तसाबार अलसी, नेपाली में घ्यूकुमारी, और पंजाबी में कोरवा (Korwa)

तो एलोवेरा के बारे में जानकारी बहुत हो गई अब एलोवेरा के कुछ उपयोग ( aloe vera uses in hindi ) और फायदों के बारे में भी जानते हैं ।

एलोवेरा के फायदे ( Aloe vera gel ke fayde )

Aloe vera ke fayde
Aloe vera ke fayde

एलोवेरा सबसे पोष्टिक खाद पदार्थों में से एक है ( Aloe vera for be healthy )

एलोवेरा वैसे कोई फल नही है मगर कुछ लोग अपना स्वास्थ्य अच्छा रखने के लिए कई तरह से इसे उपयोग में लेते हैं । कुछ लोग लोग एलोवेरा को दूध में डालकर पीते हैं तो कुछ शेक बना कर, आपको जानकार हैरानी होगी की कॉस्मेटिक, फ़ार्मास्युटिकल और खाद्य उद्योग एलोवेरा का बड़े पैमाने पर उपयोग करते हैं, इसलिए इन उद्योगों में एलोवेरा की सलाना वैश्विक वैल्यू 13 बिलियन अमेरिकी डॉलर है ।

एलोवेरा के अंदर जो जैल और तरल पानी सा होता है उसमें बहुत अधिक मात्रा में फायदेमंद बायोएक्टिव तत्व होते है । इसके साथ ही एलोवेरा में विटामिन, खनिज, अमीनो एसिड, और एंटीऑक्सिडेंट भी होते हैं जो सेहतमंद ( Healthy ) रखने में मदद करते हैं ।

एलोवेरा में एंटी-बैक्टैरियल, एंटी-वायरल, और एंटी-सैप्टिक गुण होते हैं जिनके कारण ही ये जख्मों को भरता है और स्किन प्रोब्लेम ( skin problems ) से छुटकारा दिलाता है

एलोवेरा जख्मों को भरता है ( Aloe vera accelerates wound healing )

भारत और दुनिया के कई इलाको में एलोवेरा से जख्म ढ़ीक करने का लम्बा इतिहास रहा है । जो लोग एलोवेरा के औषधिय गुणों की थोडी भी समझ रखते हैं तो वो किसी क्रीम या मलहम की जगह एलोवेरा लगाना अधिक पसंद करते हैं ।

एलोवेरा से ना केवल जख्म वा घाव ढ़ीक किये जा सकते हैं बल्कि ये जले हुए घावों को भी ढ़ीक कर सकता है ये उन लोगो के लिए और अधिक लाभकारी है जिनकी त्वचा सूरज की गर्मी से झूलस जाती है ।

यूनाइटेड स्टेट्स फार्माकोपिया ने एलोवेरा को त्वचा की सुरक्षा के रूप में 1820 में ही वर्णित कर दिया था ।
एलोवेरा दंत-क्षरण को रोकता है ( Aloe vera reduces dental plaque )

दांतों की सड़न और मसूड़ों के रोग आमतौर पर होने वाली बहुत ही सामान्य समस्याएं हैं। इन स्थितियों को रोकने के लिए सबसे अच्छे तरीकों में से एक है दांतों पर पट्टिका, या बैक्टीरियल बायोफिल्म के निर्माण को कम करना है।

300 हैल्थी ( Healthy ) लोगों के ऊपर एक मुंह का कुल्ले की स्टाडी हुई जिसमें स्टाडी करने वालों ने माउथवॉश घटक क्लोरहेक्सिडाइन के साथ प्योर एलोवेरा जूस की तुलना की

4 दिनों के उपयोग के बाद, शोधकर्ताओं ने पाया की एलोवेरा का मुंह कुल्ला दंत-क्षरण को कम करने में क्लोरहेक्सिडाइन के जितना ही असरदार है ।

एक 15 दिनों की दूसरी स्टाडी में भी एलोवेरा के यही नतीजे आए थे

एलोवेरा मुँह में दंत-क्षरण करने वाले जीवाणु स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटेन, के साथ यीस्ट कैंडिडा अल्बिकंस ( yeast Candida albicans ) को भी मार देता है जिससे दांतो से जुडी समस्याएं दूर होती है ।
एलोवेरा से कब्ज दूर होता है ( Aloe vera reduces constipation )

अगर आपने कभी एलोवेरा की पत्ती से जैल निकाला है तो आपने एक बात जरूर गौर करी होगी की एलोवेरा की हरी खाल को हटाने के बाद उसमें पीले कलर का तरल पदार्थ निरकलता है यही पीला चिपचिपा पदार्थ कब्ज के इलाज में काम आ सकता है क्योकि उस पीले पदार्थ में अलोइन या बारबॉइन होता है जिसमें laxative जैसे ही गुण होते हैं जिसके उपयोग से कब्ज में राहत मिलती है ।

मधुमेह में असरदार है एलोवेरा ( Aloe vera lowers blood sugar levels )

कई लोग एलोवेरा को मधुमेह ( diabetes ) के घरेलू इलाज की तरह भी इस्तेमाल करते है क्योकि एलोवेरा इंसुलिन ( insulin ) की संवेदनशीलता को बढ़ा देता है और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है ।

अगर हम मधुमेह और एलोवेरी के वैज्ञानिक सम्बन्धों की बात करें तो अभी हाल ही में 8 अध्ययनों का एक रीव्यू हुआ जिसमें पता चला की एलोवेरा में ग्लाइसेमिक होता जोकि प्रीडायबिटीज या टाइप 2 मधुमेह में काफी असरदार है ।

मगर अभी भी इस विषय पर डॉक्टरों एंव वैज्ञानिकों में कशमा-कश है की क्या सच में एलोवेरा मधुमेह में प्रभावी है या नही क्योकि अभी भी इस पर अधिक खोच होना बाकी है इसलिए अधिकतर चिकित्सक मधुमेह में एलोवेरा लेने से मना करते हैं ।

त्वचा के लिए फायदेमंद है एलोवेरा ( Aloe vera ke fayde skin ke liye )

एलोवेरा आमतौर पर अस्थिर जलवायु मे होता है इसलिए प्राकृति इसे खराब हालतों से बचाने के लिए जल देती है इसके साथ ही इसमें जटिल कार्बोहाइड्रेट भी पाया जाता है जिसके कारण एलोवेरा जैल ( Aloe vera gel ) एक बढ़िया मॉइस्चराइज़र बन जाता है जिससे स्किन हाइड्रेट, चमकीली, साफ और नर्म रहती है ।

इसके अलावा कुछ वैज्ञानिक प्रमाण ये भी कहते हैं की इससे बढ़ती उम्र के लक्षण जैसे झुर्रियां और झाइयां भी कम होती है तथा त्वचा की बूढ़ी होने की रफ्तार भी कम हो जाती है ।

2009 में एक स्टाडी हुई थी जिसमें 30 शमहिलाएं शामिल थीं जिनकी उम्र 45 साल थी । उनको मौखिक रूप से एलोवेरा जैल दिया गया जिसके नब्बे दिन बाद उनकी त्वचा की लचिलाता बढ़ गई । दरअसल एलोवेरा कोलेजन के उत्पादन को बढ़ा देता है जिससे उसकी लचिलाता बढ़ जाती है ।

कुछ रीव्यूओं से यह भी पता चला है कि एलोवेरा त्वचा की नमी बनाए रखता और त्वचा की अखंडता में सुधार करने में मदद कर सकता है, जिससे ड्राई त्वचा ( dry skin ) की हालत में सुधार हो सकता है।

सीने में जलन को दूर करता है एलोवेरा ( Aloe vera reliefs heartburn )

आज कल लोगों में सीने में जलन की समस्या बढ़ गई है और ऐसा अधिकतर मामलों में गैस्ट्रोएसोफेगल प्रतिवाह रोग ( Gastroesophageal reflux disease ) के कारण होता है जोकि पाचन तंत्र का एक विकार है । यदि आप इस समस्या में एलोवेरा का इस्तेमाल करते हैं तो आपको बहुत फायदा मिलेगा ।

एलोवेरा ना केवल सीने मे जलन क समस्या को दूर करता है बल्कि ये पाचन तंत्र से जुडी अन्य समस्याओं में भी राहत देता है । आप भोजन के बाद 1 से 3 औंस एलोवेरा की मात्रा को ले सकते हैं ।

एलोवेरा जूस के फायदे और लाभ ( Aloe vera juice benefuts in hindi )

अब तक हमने आपको एलोवेरा के फायदों के बारे में बताया चलिए अब एलोवेरा जूस के फायदे के बारे में भी जानते हैं ।

शरीर को हाइड्रेट रखता है एलोवेरा जूस

एलोवेरा में जल की मात्रा अधिक होती है और जूस के रूप में आने के बाद तो उसमें पहले से भी अधिक जल आ जाता है जिसके कारण शरीर डीहाइड्रेशन से बचता है । हाइड्रेट रहने का सबसे बडा फायदा ये है की इससे आपके शरीर से विषैले और बेकार पदार्थ बहार निकल जाएगे । जिससे आपकी हैल्थ में एक नई जान आएगी ।

यदि आप रेगुलर एक्सरसाइज करते हैं तब तो आपको जरूर एलोवेरा जूस को पीना चाहिए क्योकि एक्सरसाइज करने से शरीर में लैक्टिक एसिड बनता है । जिसको शरीर से बहार करने के लिए आपकी बॉडी को अधिक जल की जरूरत होती है । इसलिए इस बात का ध्यान रखें की जब आप अगली बार हैवी एक्सरसाइज करें तो पानी या किसी और चीज के बजाय एलोवेरा जूस को ही पियें ।

सबसे अच्छी बात है की एलोवेरा जूस एलोवेरा की तरह ही पोषक तत्वों जैसे:- विटामिन बी, सी, ई, फोलिक एसिड, कैल्शियम, कॉपर, क्रोमियम, सोडियम, सेलेनियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, मैंगनीज और जिंक से भरपूर होता है जोकि आपको हैल्थी रखने के साथ इम्यूनिटी भी बूस्ट करता है ।

बाजार में आपको सौकडों ब्राडों के एलोवेरा जूस मिल जाएगे मगर हम आपको सलाह देगे की आप पतंजलि एलोवेरा जूस को ही खरीदें ।

जैसे की अभी ऊपर हमने आपको एलोवेरा के कुछ फायदे बताए जैसै- ये पोष्टिक तत्वों से भरपूर होता, पाचन तंत्र से जुडी समस्याओं में राहत देता है और मधुमेह में भी आराम पहुचाता है । ये सभी गुण आपको एलोवेरा जूस से मिल जाएगे मगर ध्यान रहे की उसमे शूगर ना मिली हो ।

एलोवेरा किन रूपों में उपलब्ध है

आप अपनी जरूरत के हिसाब से किसी भी अच्छे एलोवेरा प्रोडक्ट को चुन सकते हैं क्योकि मार्केट में एलोवेरा जैल, सप्लीमेंट, जूस, पाऊडर और तेल समेत कई रूपों में उपलब्ध है ।

यहाँ हम आपको एलोवेरा के सबसे अच्छे प्रोडक्ट के लिंक दे रहे हैं इन लिंक पर क्लिक कर के आप इन्हे Amazon से सस्ते दामों पर खरीद सकते हैं ।

एलोवेरा के नुकसान तथा दुष्प्रभाव ( Side effects of aloe vera in hindi )

एलोवेरा एक प्राकृतिक औषधि है इसलिए इसके कोई गंभीर या भयानक साइड इफेक्ट देखनो को नही मिलते इसके अलावा राष्ट्रीय पूरक और एकीकृत स्वास्थ्य केंद्र (एनसीसीआईएच) का कहना है कि सामयिक उपयोग के लिए एलोवेरा बिल्कुल सुरक्षित है। लेकिन उनका कहना है की एलोवेरा में laxative के जैसे प्रभाव होते हैं इसलिए कुछ लोगो को मौखिक रूप ले एलोवेरा के सप्लीमेंट लेने पर पेट में ऐंठन या दस्त हो सकते है ।

इसके अलावा यदि आप पहले से किसी मर्ज की दवा ले रहे हैं तो एलोवेरा के सप्लीमेंट लेेने से पहले अपने डॉक्टर से एक बार जरूर बात कर लें क्योकि एलोवेरा कुछ दवाओं के प्रभाव पर असर डाल सकता है ।