दाने वाली खुजली की अंग्रेजी दवा : दाने और खुजली जड़ से खत्म करने की दवा, दाने वाली खुजली की दवा देसी

दाने वाली खुजली की अंग्रेजी दवा :-  हैलो Healties स्वागत है एक और नए दिलचस्प और Informative blog post में जहां हम बात करेगें दाने वाली खुजली की अंग्रेजी दवा या दाने वाली खुजली की दवा देसी की

क्योकि अब गर्मी का मौसम आ रहा है इसलिए लोगों में दाने वाली खुजली या फुंसी वाली खुजली की समस्या भी बढ़ती जा रही है

खैर दाने वाली खुजली कोई जानलेवा बिमारी नही है लेकिन इससे आगे चल कर कई समस्या उत्पन्न हो सकती हैं जैसे ऑटोइम्यून कंडीशन या सिस्टमैटिक कंडीशन

दाने वाली खुजली को चालू भाषा में हाइव्स व शीतपित्त भी कहते हैं जबकि मेडिकल भाषा में इसे अर्टिकेरिया कहते हैं ।

दाने वाली खुजली में दाने उत्पन्न हो जाते हैं जिनमें तेज खुजली होती है ये अक्सर Body में एलर्जिक रिएक्शन के चलते होता है ।

तो चलिये अब बिना देरी किये जानते हैं दाने वाली खुजली की अंग्रेजी दवा और दाने वाली खुजली की दवा के बारे में ।

क्या है फुंसी या दाने वाली खुजली

दाने वाली खुजली की अंग्रेजी दवा
दाने वाली खुजली की अंग्रेजी दवा

दाने वाली खुजली नॉर्मल खुजली की ही तरह होती हैं लेकिन Normal खुजली से इसमें अंतर ये होता है की इस समस्या में पहले शरीर पर दाने होने लगते हैं फिर खुजली की समस्या उत्पन्न होती है ।

नॉर्मल खुजली में आपको हर समय खुजलाने का मन करता है लेकिन दाने वाली खुजली में लोग अक्सर खुजा भी नही पाते क्योकि खुजलाते ही दानों में दर्द होने लगता है या ज्यादा तेज खुजाने पर जख्म भी बन जाते हैं ।

खैर इस समस्या में आपको घबराने की जरूरत नही है क्योकि ये इतनी घतरनाक नही है लेकिन फिर भी आपको समय रहते इसके ट्रीटमेंट पर ध्यान देना चाहिये क्योकि ये समस्या किसी के लिए भी काफी तकलीफदेह हो सकती है ।

खुजली किसी भी प्रकार की हो अगर वक्त रहते इलाज ना कराया जाए तो धीरे – धीरे पुरे शरीर पर फैल जाती है और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को आसानी से संक्रमित करती है

जिस व्यक्ति को ये समस्या है अगर उसके संक्रमित कपडे कोई दूसरा व्यक्ति यूज कर ले तो इसको भी दाने वाली खुजली हो सकती है,@ इसलिए जरूरी है की दाने वाली खुजली की दवा tablet या दाने वाली खुजली की दवा cream को इस्तेमाल कर के समय रहते इससे मुक्त हो जाएं

तो इससे पहले हम आपको दाने वाली खुजली की अंग्रेजी दवा के बारे में जानकारी दें सबसे पहले इसके लक्षणों पर गौर कर लें ताकि आप शुरूआती लक्षणों को देख कर अपने परिवार के अन्य सदस्यों को वक्त रहते इसकी चपेट से बचा पायें

दाने वाली खुजली के लक्षण

किसी भी बिमारी का उपचार उसके लक्षणों को समझने के बाद ही किया जाता है इसलिए डॉक्टक बिमारी का इलाज करने से पहले उसके लक्षण के द्वारा कारण पता लगाते हैं और फिर दवा देते हैं ।

जहां तक दाने वाली खुजली का सवाल है तो इसमें शुरूआत में छोटे – छोटे दाने होते जोकि फिर बडे होते जाते हैं और उनके आस – पास खुजली भी उत्पन्न होनेे लगती है ।
वैसे तो ये खुजली शरीर के किसी भी अंग पर हो सकती है लेकिन आमतौर पर दाने वाली खुजली वहां होती है जहा हवा सही से पहुच नही पाती जैसे जॉइंट्स, ऊँगली के बीच में या बगलों के बीच में,

गलत लाइफस्टाइल के कारण हर व्यक्ति को खुजली का खतरा रहता है लेकिन एडल्ट लौगों में ये समस्या ज्यादा देखी जाती है और जिन बच्चों को ये दिक्कत होती है उनमें से अधिकतर को सर पर ही होती है ।

दाने वाली खुजली के क्या कारण हैं ?

दाने वाली खुजली के एक नही बल्कि कई कारण होते हैं जोकि हर व्यक्ति के मामलें में लगभग अलग – अलग होते हैं इसलिए यहां हम आपको कुछ मुख्य कारण बता रहे हैं दाने वाली खुजली के :-

1. त्वचा से जुड़ी समस्याएं :- कई बार त्वचा से जुड़ी समस्याएं ( Skin conditions ) जैसे – खुजली, परजीवी, ड्राई स्किन (ज़ेरोसिस), एक्जिमा (जिल्द की सूजन), सोरायसिस, जलन, निशान, कीड़े के काटने और पित्ती भी दाने वाली खुजली की समस्याओं को जन्म दे सकती हैं ।

2. एलर्जी प्रतिक्रियाएं ( Irritation and allergic reactions ) :- हमारी रोज – मर्रा में इस्तेमाल होने वाली चीजें भी कई बार Skin के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं, उदाहरण के लिए ऊन से बने कपडे, साबुन, कैमिकल उत्पादों से बनी चीजें त्वाचा को irritate कर के खुजली वाले दानें पैदा कर सकती है ।

इसके अलावा कभी – कभी पॉइजन आइवी या सौंदर्य प्रसाधन जैसे पदार्थ एलर्जी की प्रतिक्रिया का कारण बन सकते हैं साथ ही कुछ खास प्रकार की दवाएं जैसे – narcotics भी कुछ मरीजों में allergic reactions पैदा कर समस्या को बढ़ा सकते हैं ।

3. आतंरिक बिमारीयां :- अब ये बिल्कुव भी जरूरी नही है की त्वचा पर खुजली बहारी समस्यीओं के कारण ही हो, कुछ आंतरिक बिमारीयां भी इसकी वजह हो सकती हैं उदाहरण के लिए जिगर की बीमारी, गुर्दे की बीमारी, एनीमिया, मधुमेह, थायरॉयड की समस्याएं और कुछ प्रकार के कैंसर

4. मनोरोग की स्थितियां :- आपने शायद Mind – body Connection के बारे में जरूर सुना होगा जिसमें कहा जाता है की हमारी मानसिक स्थिति काफी हद दक हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है एंजाइटी, ओसीडी और डिप्रेशन के कारण भी दानों तथा खुजली की समस्या हो सकती है ।

स्नायु विकार :- उदाहरण के लिए मल्टीपल स्केलेरोसिस, पिंच नर्व और दाद (हरपीज ज़ोस्टर ) जैसी समस्याएं दाने वाली खुजसी को बढ़ावा दे सकती है ।

क्या जटिलताएं हो सकती हैं – Complications

6 सप्ताह से ज्यादा समय तक बनी रहने वाली खुजली आपके लिए चिंता का सबव बन सकती है इससे ना केवल आपकी दैनिक रूटीन प्रभावित होगा बल्कि chronic pruritus भी होने की संभावना बढ़ेगी जो लम्पे समय तक बनी रह सकती है ।

इन सब के चलते व्यक्ति का स्वभाव चिढ़ – चिढा हो सकता है और उसको Skin से जुड़ी अनेको दिक्कतें भी हो सकती हैं ।

दाने वाली खुजली का इलाज – Treatment

खुजली का इलाज शुरू करने से पहले डॉक्टर मरीज की मेडिकल हिस्ट्री समझने की कोशिश करता है इसके लिए मरीज से उसकी वर्तमान तथा अतीत की हैल्थ रीलेटेड समस्याओं के बारे में पूछ – ताछ होती है और कुछ Tests भी करवाये जा सकते हैं जो कुछ इस प्रकार है, :-

खून की जांच ( Blood test ) :- चिकित्सक रोग की जड़ तक पहुचने के लिए आपके कई Blood test करवा सकता है जिसमें सीबीसी टेस्ट ( complete blood count ) भी शामिल है ताकि दाने वाली खुजली के आंतरिक कारणों को समझ कर जल्द से जल्द इलाज शुरू किया जा सके ।

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लिवर और किडनी फंक्शन टेस्ट :- खून की जांच ( Blood test ) से किसी परिणाम पर ना पहुचने पर डॉक्टर आपकी लिवर या किडनी फंक्शन टेस्ट करवा सकता है क्योकि लिवर या किडनी डिसओडर और थायराइड की स्थिति, जैसे हाइपरथायरायडिज्म, खुजली पैदा कर सकते हैं।

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Chest X-rays :- चेस्ट X-rays एक तरीका है बढ़े हुए लिम्फ नोड्स का पता लगाने का इस समस्या में भी कई बार खुजली पैदा होने लगती है ।

दाने वाली खुजली का ट्रीटमेंट –

दाने वाली खुजली का इलाज लम्बा और चुनौतीपूर्ण हो सकता है लेकिन समय रहते इलाज कराया जाए तो मरीज को कम परेशानीयों का सामना करना पड़ता है इसलिए यहां दाने वाली खुजली के इलाज का तरीका बताया जा रहा है ।

दाने वाली खुजली की अंग्रेजी दवा – Tablets

दाने वाली खुजली की दवा tablet एक बेहतर और प्रचलित उपाय है खुजली को खत्म करने का इसमें Antidepressants का आमतौर पर यूज होता है जिन्हे selective serotonin reuptake inhibitors (SSRIs) भी कहते हैं ये लम्बे समय से चली आ रही खुजली में काफी आराम पहुचाती है ।

फ्लुओक्सेटीन (प्रोज़ैक) और सेराट्रलाइन (ज़ोलॉफ्ट ) इन्ही दवा के उदाहरण हैं ।

सेराट्रलाइन (ज़ोलॉफ्ट) भी एक अन्य option है जोकि एक ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट है, ये डॉक्सपिन, उपचार शुरू करने के 8 से 12 सप्ताह तक आपको इसका पुरा लाभ दिखमा शुरू हो जाएगा ।

दाने वाली खुजली की दवा cream

कॉर्टिकोस्टेरॉइड क्रीम और मलहम दाने वाली खुजली की दवा cream की तरह काम करते हैं । अगर खुजली वाली त्वचा पर हल्की सूजन है और चकत्ते से ऊभर आये हैं तो डॉक्टर medicated cream या ointment प्रभावित जगहों पर लगाने की सलाग देगा ।

अगर आपको लम्बे समय से खुजली बनी हुई है तो इसके साथ लोशन या स्कीन केयर टिप्स भी दी जा सकती हैं ।

अन्य क्रीमें :- रोग को जल्दी ढ़ीक करने के लिए डॉक्टर आपको कैल्सीनुरिन इनहिबिटर, जैसे टैक्रोलिमस (प्रोटोपिक) और पिमेक्रोलिमस (एलिडेल) भी उपयोग करने के लिए दे सकता है ।

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दाने वाली खुजली का उपचार लाइट थेरेपी (फोटोथेरेपी)।

इंडिया में इस उपचार विधि का बहुत ही कम उपयोग होता है लेकिन आमतौर पर कुछ लोग खुजली से जल्दी छुटकारा पाने के लिए इसी उपचार विधि का सहारा लेते हैं ।

इसमें आपकी खुजली प्रभावित त्वची को किसी खास प्रकार की रोशनी से प्रभावित किया जाता है इसके कई सेशन होते हैं जब तक की खुजली कंट्रोल में ना आ जाए ।

डॉक्टर को कब दिखाना चाहिये

आपको तुरंत किसी अच्छे dermatologist को दिखाना चाहिये अगर ये समस्याएं हो रही हैं :-

1. दो हफ्तों से ज्यादा खुजली बनी हुई है और सभी जरूरी सावधानियों के बाद भी समस्या बरकरार हो

2. अचानक से तेज खुजली उत्पन्न होती है और आसानी से शांत नही होती

3. अगर धीरे – धीरे शरीर के दूसरे हिस्सों पर भी फैलना शुरू कर दे

4. सोने में दिक्कत हो या अत्यधिक चिढ़ – चढ़ाहट हो

5. अगर खुजली के साथ आपको बुखार की समस्या बनी है या लगातार वजन कम हो रहा हा है तो तुरंत डॉक्टर को सूचना दें ।

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खुजली की अंग्रेजी दवा नाम – Tablet list

तो दोस्तों आपकी डिमांड पर यहां हम आपको दाने वाली खुजली की अंग्रेजी दवा का नाम ( dane wali khujli ki dawa ) बता रहे हैं ।

लेकिन ध्यान रहे की यहां दी information केवल सामान्य जानकारी के लिए दी गई कृपया खुदसे किसी भी दना को इस्तेमाल ना करें क्योकि यहां दी गई सभी दवाएं एलौपैथिक हैं जिन्हे गलत तरीके से लेने पर नुकसान हो सकता है ।

इसलिए किसी भी दवा के सेवन से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें ताकि आपको अन्य समस्याओं का सामना ना करना पडे ।

तो आइये जानते हैं खुजली की अंग्रेजी दवा नाम लिस्ट ( khujli ki dawa name list )

एलिमाइट ( Elimite )
यूराक्स ( Eurax )
एकटीसिन ( Acticin )
लाइस बेडिंग स्प्रे ( Lice Bedding Spray )
निक्स क्रीम रिंस ( Nix Cream Rinse )
इवेर्मेक्टिन ( Ivermectin )
क्रोटामाइट ( Crotamiton )
क्रोटन ( Crotan )
लिंडेन ( Lindane )
पेर्मेथ्रिन ( Permethrin )

दाने वाली खुजली की आयुर्वेदिक दवा –

अभी तक हमने आपको जो जानकारी दी वो एलोपैथिक चिकित्सा पर आधारिक थी अगले भाग में हम आपको आयुर्वेदिक नुस्खे या घरेलू उपाय बताएगे ।

तो आइये शुरू करते है

1. नीम – ये तो आप भी जानते होगे की नीम हमारी सेहत के लिए कितना फायदेमंद होता है खासकर की हमारी त्वचा के लिए, इसलिए इसका उपयोग दाने वाली खुजली के उपचाप में भी किया जाता है क्योकि इसमें एंटी- इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं जोकि खुजली के साथ दूसरी Skin problems को जड़ से खत्म कर देते हैं ।

2. नारियल तेल ( Coconut oil ) :- myUpchar के अनुसार नारियल का तेल त्वचा की Overall Health के लिए बहुत फायदेमंद है साथ ही ये त्वचा के खुजली के लिए Beneficial माना जाता है अगर आप इसको गुनगुुा कर के खुजला वाले

खुजली वाले हिस्से पर लगाएगे तो जल्दी आराम मिलेगा ।

3. पुदीना :- शायद आपको ना पता हो लेकिन खुजली से जुड़ी समस्याओं में पुदीना काफी असरदार होता है क्योकि इसमें एन्सथेटिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो खुजली में बेहतरीन काम करते हैं ।

पुदीनों का उपयोग करने के लिए इसके पत्तों को पानी में 5 से 10 मिनट के लिए ऊबालने के लिए छोड़ दें और फिर इसके पानी को छान कर उसमें रूई की सहायता से प्रभाविक हिस्सों पर लगाएं ।

4. तुलसी :- भारतीय घरों में पुजी जाने वाली तुलसी कई प्रकार के गुणों से भरपूर है इसमें यूगेनॉल और थाइमोल की की मौजूदगी के चलते एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण पाये जाते हैं जो खाज और खुजली को दूर करने में काफी असरदार हैं ।

आप इसकी पत्तियों का पेस्ट बना कर या पानी में ऊबाल कर अपने प्रभावित हिस्सों पर लगा सकते है

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निष्कर्ष

तो दोस्तों आज के इस लेख में हमने आपको विस्तार से
दाने वाली खुजली की अंग्रेजी दवा और दाने वाली खुजली की दवा देसी के बारे में बताया, आशा करते हैं की ये लेख आपके लिए Helpful रहा होगा, इसी तरह के अन्य लेखों के लिए हमारे ब्लॉग Healthydawa से जुड़े रहें

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