ढीलापन की दवा पतंजलि: संबंध बनाते समय उत्तेजना न होना आम बात हो चुकी है जिसे नसों में ढीलापन ( नपुसंकता ) के नाम से जाना जाता है।
गलत आदतें और खानपान इसका कारण हो सकते हैं लेकिन अच्छी बात ये है कि ढीलापन को दवाओं से दूर किया जा सकता है।
So, दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं, 6 सबसे बेस्ट ढीलापन की दवा पतंजलि और ढीलापन दूर करने की दवा Patanjali जिसकी मदद से आप ढीलापन और नसों की कमजोरी को दूर किया जा सकता है।
यहाँ बताई गयी सभी ढीलापन दूर करने की दवा ayurvedic हैं इसलिए इनके कोई नुकसान नहीं होते हैं और आप निश्चिंत होकर इनका सेवन कर सकते हैं।
हालाँकि, आपको ढीलापन दूर करने की दवा के नाम साथ साथ इसके इस्तेमाल करने का तरीका और समय भी बताया जा रहा है। लेकिन हम फिर भी सलाह देंगे कि किसी भी दवा का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए। तो चलिए शुरू करते हैं आज का आर्टिकल।
ढीलापन की दवा पतंजलि का नाम है अश्वशिला कैप्सूल (Ashwashila Capsule)

पतंजलि में ढीलेपन की सबसे अच्छी दवा (dhilapan ka ilaj patanjali) है अश्वशिला कैप्सूल जो आयुर्वेदिक जड़ी बूटी “अश्वगंधा और शिलाजीत” के मिश्रण से बनी है।
ये दोनों बूटियां केवल ढीलापन ही नहीं बल्कि पुरुषों से जुडी हर समस्या का इलाज है जैसे कड़ा न होना, शीघ्रस्खलन, शुक्राणुओं की कमी, लिं* में रक्त प्रवाह की कमी, इत्यादि। यह आसानी से किसी भी मेडिकल स्टोर में मिल जाएगी।
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अश्वशिला कैप्सूल कैसे खाएं :-
इस कैप्सूल के एक पैक में 20 कैप्सूल आती हैं, जिसे आपने दिन में दो बार (सुबह/दिन और रात को) खाना है।
एक बार में एक ही गोली लें। दूध के साथ लेंगे तो ज्यादा बेहतर है वरना गुनगुने पानी के साथ भी ले सकते हैं। ध्यान रखें कि खाने के आधे घंटे पहले दवा ले लें या फिर खाने के 2 घंटे बाद ही लें। ज्यादा जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
ढीलापन दूर करने की दवा patanjali – अश्वगंधा कैप्सूल
अश्वगंधा का प्रयोग लंबे समय से पुरुषों के यौन संबंधी समस्याओं के इलाज में किया जाता रहा है। हर्बल जड़ी बूटी से बने अश्वगंधा कैप्सूल का प्रयोग बड़ा और कड़क करने के अलावा टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। यदि आप किसी मानसिक तनाव, हड्डियां मजबूत करने, और अन्य शारीरिक कमजोरी से जूझ रहे हैं तो अश्वगंधा का सेवन कर सकते हैं।
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Dhilapan ki dawa patanjali कैसे खाएं:-
अश्वगंधा कैप्सूल की एक एक गोली या कैप्सूल आपने सुबह और रात को खाने के बाद खानी है यानी दिन में दो बार। यदि आप कैप्सूल के बजाय चूर्ण लेना चाहते हैं तो इस 4 ग्राम या 5 ग्राम मात्रा रोजाना लें। कैप्सूल हो या चूर्ण, इसे दूध के साथ ही लें।
ढीलापन की दवा पतंजलि दिव्य यौवन चूर्ण
जैसे कि नाम से ही स्पष्ट है दिव्य यौवन चूर्ण ढीलापन दूर करने की बेहतरीन दवाओं में से एक है। यह यौन दुर्बलता, low testosterone levels, शीघ्रपतन , low Sperm count, जैसी पौरुष समस्याओं से छुटकारा दिलाने में सहायक है।
अगर आप ढीलापन दूर करने की आयुर्वेदिक दवा की तलाश में हैं तो इसे जरूर आजमाएं क्योंकि इसमें पाए जाते हैं अश्वगंधा, वांग भस्म, नीलगिरी, जहर मोहरा भस्म जैसे शक्तिशाली जड़ी बूटियां।
पतंजलि ढीलापन की दवा कैसे खाएं:-
दिव्य चूर्ण को आप सुबह और शाम दो टाइम गर्म दूध के साथ ले सकते हैं। इसे आपको खाना खाने के बाद ही खाना है और चूर्ण को आप एक बार में 2 से 3 ग्राम ले सकते हैं। डोज से संबंधित अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर की सलाह लें।
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बेस्ट ढीलापन दूर करने की दवा ayurvedic – UPAKARMA Shilajit
Upakarma Shilajit ढीलेपन की आयुर्वेदिक दवा है जिसका मुख्य घटक शिलाजीत ही है। यह पुरुषों में नशों के ढीलापन यानि Erectile Dysfunction को तो दूर करता ही है, साथ ही कमजोर इम्यूनिटी, यौन शक्ति कम होना, शुक्राणु की कमी (low sperm count), से** के प्रति अरुचि के लिए भी बेहतरीन आयुर्वेदिक औषधि है। यह पुरुषों की हर समस्या के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है।
UPAKARMA Shilajit Ayurvedic medicine कैसे खाएं :-
उपकर्मा शिलाजीत आयुर्वेदिक कैप्सूल को आप दिन में और रात को खाने के बाद लेना चाहिए। आप को एक बार एक ही कैप्सूल लेनी है जिसे आप गर्म दूध या गुनगुने पानी के साथ ले सकते हैं। दवा के सेवन से पहले डॉक्टर से चेकअप कराकर सलाह अवश्य लें।
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ढीलापन की दवा Patanjali – सफ़ेद मूसली
जब भी यौन समस्यों की बात आती है तो सफ़ेद मूसली का नाम जरूर आता है और इस ताकतवर बूटी को “हर्बल वियाग्रा” के नाम से भी जाना जाता है।
सफ़ेद मूसली ढीलापन की दवा पतंजलि का प्रयोग कामेच्छा बढ़ाने, Low sperm count इम्प्रूव करने, और लिं* में रक्त प्रवाह बढ़ाने में किया जाता है।
इसके अलावा तनाव, अवसाद की वजह से यदि अपनी रोमांटिक लाइफ में ध्यान नहीं दे पाते हैं तो सफ़ेद मूसली का सेवन जरूर करें। सफ़ेद मूसली की पूरी जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।
सफ़ेद मूसली का सेवन कैसे करें :-
आयुर्वेदिक सफ़ेद मूसली चूर्ण यानि Powder के रूप में आता है। आपको इसे दिन में दो बार (सुबह और रात में) गर्म दूध के साथ लेना है। एक बार में लगभग 5 ग्राम या फिर एक चम्मच चूर्ण लें, उचित जानकारी के लिए डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
Dhilapan ka ilaj hai शतावरी चूर्ण
शतावरी चूर्ण केवल इरेक्टाइल डिसफंक्शन की ही नहीं बल्कि 100 से ज्यादा बिमारियों के इलाज में प्रयोग किया जाता है क्योंकि इसके नाम का मतलब ही है सौ रोगों का इलाज। यह पुरुषों की यौन कमजोरियों को दूर करने के साथ ही साथ महिलाओं के प्रजनन क्षमता बढ़ाने में भी सहायक है।
शारीरिक समस्या जैसे शीघ्रपतन, न टिक पाना और मानसिक बीमारी जैसे तनाव, करने का मन न होना, दोनों में ही इसका सेवन किया जा सकता है।
शतावरी चूर्ण का सेवन कैसे करें :-
यह भी चूर्ण यानि पाउडर के रूप में उपलब्ध है जिसे आप सुबह और शाम ५ से 10 ग्राम (उम्र के हिसाब से) ले सकते हैं।
इसके आलावा शतावरी का जूस भी मार्केट में आता है और दोनों को ही आपको दूध के साथ लेना है। ज्यादा जानकारी के लिए डॉक्टर की सलाह अनिवार्य है।
निष्कर्ष
दोस्तों, ढीलापन, नशों की कमजोरी, शीघ्रपतन, इत्यादि पौरुष समस्याएं आजकल आम हो गयी हैं। आप ऐसी किसी भी समस्या से जूझ रहें हैं तो यहाँ बताए गए ढीलापन की दवा पतंजलि का सेवन जरूर करें। ये दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं क्योंकि ये आयुर्वेदिक दवाएं हैं।
ये कमजोरियां न केवल आपके आत्मविश्वास को कम करती हैं बल्कि आपके रिलेशनशिप को भी ख़राब करती हैं। इसलिए समस्या को छिपाने के बजाय इसे दूर करने का प्रयास करें, डॉक्टर से उचित सलाह लें। उम्मीद है आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। ऐसे ही हेल्थ सम्बन्धी आर्टिकल के लिए हमारा टेलीग्राम चैनल से जुड़ें।
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