7 सबसे बेस्ट दूध बढ़ाने के कैप्सूल, आयुर्वेदिक दवा, और घरेलु उपाय Doodh badhane ke capsule ka naam

नमस्कार दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं दूध बढ़ाने के कैप्सूल के बारे में | एक नवजात शिशु के लिए सबसे जरूरी होता है उसकी मां का दूध जो उसे जरूरी पोषण देता है। मां के दूध के बिना बच्चे अनेकों बीमारियों से घिर जाते हैं।

ये बात महिलाएं भी भली भांति जानती हैं इसलिए बच्चा पैदा होते ही महिला उसे स्तनपान (breastfeeding) कराना शुरू कर देती है।

हालांकि कुछ महिलाएं ऐसी भी होती हैं जिनके स्तन से या तो दूध ही नहीं आता है या फिर बहुत कम मात्रा में आता है। ऐसे में दूध बढ़ाने के कैप्सूल (doodh badhane ke capsule) की सलाह दी जाती है। कोई भी दूध बढ़ाने वाले कैप्सूल के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह लेना अनिवार्य है।

दूध बढ़ाने के कैप्सूल
Doodh badhane ke capsule ka naam

आज हम इसी टॉपिक पर चर्चा करने वाले हैं क्योंकि यह हमारी बहुत सारी माताओं और बहनों के साथ होता है। आज हम बात करेंगे दूध बढ़ाने की टेबलेट का नाम क्या है (Doodh badhane ki tablet ka naam) और दूध बढ़ाने का कैप्सूल (doodh badhane ka capsule), और दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा के बारे में। तो चलिए शुरू करते हैं।

महिला में दूध कैसे आता है? What is lactation

इससे पहले की हम जाने लड़कियों के दूध बढ़ाने के कैप्सूल के नाम (dudh badhane ke capsule), पहले ये समझ लेते हैं की लड़कियों में दूध कैसे आता है। लड़कियों और महिलाओं में दूध आना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है लेकिन शारीरिक बनावट और अन्य समस्याएं जैसे स्तन ग्रंथियों में रुकावट, की वजह से दुध आने में दिक्कत होती है।

महिलाओं में दूध बनने और निकलने की प्रक्रिया को लैक्टेशन कहते हैं जो गर्भावस्था की शुरुआत से ही हार्मोनल परिवर्तन (Harmonal Changes) की वजह से होता है। जब महिला में दूध नहीं आता है तो उत्प्रेरण की मदद से या दूध वाले कैप्सूल की मदद से दूध निकाला जाता है।

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एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन दूध नलिकाओं की संख्या में वृद्धि करता है जिससे ब्रेस्ट भरे हुए और बड़े हो जाते हैं। आपने ध्यान दिया होगा कि जो महिलाएं स्तनपान कराती हैं उनके बड़े होते हैं। स्तन में पाया जाने वाला Prolactin harmon दूध उत्पादन के लिए जिम्मेदार होता है।

सबसे बेस्ट दूध बढ़ाने के कैप्सूल का नाम

मां का दूध बढ़ाने के लिए मार्केट में अलग अलग ब्रांड के कैप्सूल और सप्लीमेंट्स (Breast milk supplements) मिल जाते हैं। हम आपको कुछ सबसे अच्छे कैप्सूल और टैबलेट के नाम दे रहे हैं लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दूध बढ़ाने की टेबलेट न लें।

दूध बढ़ाने के लिए कैप्सूल है Fenugreek Seed Supplement

dudh badhane ki ayurvedic dawa

अगर मां का दूध नहीं आ रहा है, दूध ब्रेस्ट से नहीं उतर रहा है, या बहुत कम दूध आ रहा है तो मेथी के दानों से बने सप्लीमेंट की सलाह दी जाती है। यह दूध बढ़ाने का दवा (doodh badhane ki dawa) बहुत ही सावधानीपूर्वक बनाया गया है जिससे साइड इफेक्ट्स होने की संभावना कम होती है।

मेथी के दानों से बने सप्लीमेंट्स और कैप्सूल दुनिया भर की मां के लिए संजीवनी का काम करते है। अमेरिका में हुए सर्वे के अनुसार शुरू के 3 हफ्तों में महिला के दूध में 49% को वृद्धि देखी गई जबकि 4th हफ्ते में यह बढ़कर 103% बढ़ गया।

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दूध बढ़ाने के लिए Fenugreek Seed का सेवन कैसे करें

महिला का दूध बढ़ाने के लिए Fenugreek Seed यानी मेथी का इस्तेमाल करने के 2 तरीके हैं: पहला– आप एक चम्मच मेथी के दानों को लेकर इसे एक कप पानी में उबालें। इसे अच्छी तरह से लगभग 15 मिनट तक पकाएं और फिर इस पानी को पिएं। ऐसा आप दिन में 3 से 4 बार कर सकती हैं।

दूसरा- तरीका उन महिलाओं के लिए है जिनके पास टाइम नहीं है या जो खुद इतने सारे तामझाम से बचना चाहती हैं। आप मार्केट से Fenugreek Seed breastfeeding capsule मंगवा सकते हैं जो आपको आसानी से ऑनलाइन स्टोर में मिल जाएगा।

आपको 2 से 3 कैप्सूल दिन में 3 टाइम गुनगुने पानी के साथ लेना है। ज्यादा जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श ले सकती हैं। मेथी के बीज से बना ये सप्लीमेंट बहुत तेज़ी से काम करता है और 48 घंटे में असर दिखाना शुरू कर देता है।

दूध बढ़ाने के कैप्सूल Cratus Lactacrat सिरप

doodh badhane wala capsule

Cratus Lactacrat सबसे अच्छा दूध बढ़ाने का सिरप (doodh badhane ka syrup) है जो माताओं और बहनों के लिए दूध बढ़ाने की रामबाण दवा के रूप में काम करता है। लैक्टाक्रेट सिरप महिलाओं के ब्रेस्ट को खिला हुआ बनाता है और स्तन में दूध के उत्पादन क्षमता को बढ़ाता है।

लैक्टाक्रेट महिलाओं में दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा है जो यष्तिमाधु, विदरीकंद, कृष्णजीरक, ऐप्पल जूस, तुलसी जैसी जड़ी बूटियों से मिलकर बना है। मां का पहला दूध बच्चे के लिए गोल्डन ड्रॉप की तरह काम करता है, इसलिए यह दवा बहुत जरूरी हो जाती है।

कुछ महिलाओं के स्तन विकसित नहीं (underdeveloped breast) होते हैं और उनके बच्चे की जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त दूध बनाने वाली नली भी विकसित नहीं हो पाती है। इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान कुछ हार्मोनल समस्याएं की वजह से लैक्टोज की कमी हो सकती है। इन सभी में Cratus Lactacrat की भूमिका बड़ी महत्वपूर्ण हो जाती है।

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दूध बढ़ाने के लिए Cratis Lactacrat का सेवन कैसे करें

Cratis Lactacrat सिरप के सेवन संबंधी कोई जानकारी हमारे पास उपलब्ध नहीं है। इसलिए हम सलाह देंगे कि इस दवा के सेवन से पहले डॉक्टर को सलाह अनिवार्य रूप से लें या केमिस्ट से जानकारी लें।

Doodh badhane ke capsule name Mommy Knows Best

यदि आप पहली बार स्तनपान करा रही हैं Mommy Knows Best दूध बढ़ाने का कैप्सूल आपके लिए है। ऊपर बताया गया मेथी से दूध बढ़ाने का तरीका यदि आपको पसंद नहीं आया तो मम्मी नोज बेस्ट ट्राई कर सकती हैं।

Mommy Knows Best capsule में मेथी के दाने नहीं पाए जाते हैं। इसमें आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां जैसे शतावरी की जड़ी पाई जाती है जिसके कोई नुकसान नहीं होते हैं। यदि आपके ब्रेस्ट साइज छोटे रह गए हैं और इस वजह से दूध नहीं आ रहा है तो इसका सेवन कर सकते हैं।

Mommy Knows Best कैप्सूल का सेवन कैसे करें

आप Mommy Knows Best की 1 कैप्सूल रोजाना गुनगुने पानी या फिर दूध के साथ ले सकती हैं। 1 से अधिक टेबलेट न लें, आवश्यकता लगे तो डॉक्टर से सलाह लें। अगर आपकी उम्र 18 वर्ष से कम है तो यह दवा आपके लिए नहीं है।

मां का दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा Patanjali – शतावरी चूर्ण

यदि आप दूध बढ़ाने के कैप्सूल (doodh badhane ke capsule) का सेवन नहीं करना चाहते हैं तो आप दूध बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय कर सकते हैं। दूध बढ़ाने के उपाय में सबसे ऊपर आता है शतावरी चूर्ण जिसे 100 जड़ी बूटियों से मिलकर बना हुआ माना जाता है।

आप चाहे तो शतावरी पाउडर ऑनलाइन मंगाकर 10 ग्राम शतावरी चूर्ण का सेवन रोजाना शाम को दूध के साथ कर सकती हैं। या फिर आप शतावरी से बनी दूध बढ़ाने की गोली का सेवन भी कर सकते हैं। दोनो ही तरीके बिलकुल सुरक्षित हैं फिर भी हम कहेंगे कि सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

मां का दूध बढ़ाने का रामबाण उपाय है खजूर और बादाम

बादाम के बारे में शायद ही कोई न जानता हो कि यह कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर होता है जिसका इस्तेमाल बॉडी बनाने को दवा के रूप में भी किया जाता है। और खजूर के बारे में बता दें कि खजूर से शरीर में प्रोलैक्टिन नामक हार्मोन मिलता है जो दूध उत्पादन के लिए जिम्मेदार है।

साथ ही खजूर में कैल्शियम, विटामिन, फाइबर इत्यादि की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। दूध बढ़ाने के लिए आपको 10 बादाम और 10 खजूर ले लेने हैं और इन्हें रात भर भिगोने के लिए रख दें।

सुबह उठकर सबसे पहले बादाम के छिलके उतारें और खजूर के बीज निकाल लें। अब इन दोनो को एक साथ अच्छी तरह से पीस लें और थोड़ा पानी मिलाएं जिससे यह एक पेस्ट की तरह बन जाए।

अब इस पेस्ट को एक ग्लास गुनगुने पानी में डाल दें और इसमें आप इलायची पाउडर और अदरक डाल सकती हैं अपने स्वादानुसार। अब आपकी दूध बढ़ाने की रामबाण दवा तैयार है। इस दूध को आप सुबह और शाम दो टाइम पी सकती हैं।

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मां का दूध बढ़ाने के उपाय है लहसून और नमक

लहसून और नमक दो ऐसी चीजें जो हर घर में पाया जाता है और रोग प्रतिरोधक गुणों के लिए जाने जाते हैं। दूध बढ़ाने के घरेलू दवा (dudh badhane ke upay)के रूप में प्रयोग करने के लिए लहसुन 6 से 8 फलियां ले लें। इन फलियों को शुद्ध तेल में बिना छिले ही भूनें

कुछ देर में इसका रंग हल्का भूरा होना शुरू हो जाएगा तो इसे भूनना बंद कर दें। अब भुने हुए लहसुन में अपने स्वादानुसार नमक मिला लें और इनका सेवन करें। आप अधिक मात्रा में भूनकर रख सकती हैं और दिन में कई बार इसे खा सकती हैं। अच्छी बात ये है कि इसका टेस्ट भी बेहतरीन आता है।

दूध बढ़ाने का घरेलू उपाय है सौफ और पानी

बहुत ही कम लोग जानते हैं कि सॉफ बहुत ही कारगर घरेलू नुस्खा का मां का दूध बढ़ाने में हालांकि ज्यादातर लोगों को लगता है कि यह सिर्फ पकवान जैसे सूजी में ही इस्तेमाल होता है।

सॉफ को दूध बढ़ाने की दवा (doodh badhane ki dawa) की तरह इस्तेमाल करने के लिए एक चम्मच सौंफ लेकर उसे एक ग्लास साफ पानी में अच्छी तरह से मिला लें। अब इसे रात भर ऐसे ही भिगोने के लिए रख दें और सुबह उठकर पानी के साथ ही इसका सेवन करें। कुछ दिनों में आपको इसका असर दिखाई देने लगेगा|

निष्कर्ष

तो कैसा लगा आपको हमारा आर्टिकल दूध बढ़ाने के कैप्सूल का नाम (dudh badhane ke capsule ka naam) ? दोस्तों, माँ के दूध का महत्व हम सभी को पता है, इसके बिना किसी भी बच्चे का समुचित विकास संभव नहीं है | और तो और माँ के दूध न मिलने से बच्चे कमजोर तो होते ही हैं उनका मानसिक विकास भी सही से नहीं हो पाता है|

लेकिन काफी मांओं के साथ दूध कम आने की समस्या होती है जिसके समाधान की बात आज हमने की है | हमने दूध बढ़ाने के लिए कैप्सूल, दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा (dudh badhane ki ayurvedic dawa), और दूध बढ़ाने के उपाय के बारे में जाना जिसमे घरेलु नुस्खे भी शामिल है | उम्मीद है आपको यह पोस्ट पसंद आया होगा |

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