Health news in hindi: भारत में मंकीपॉक्स की दस्तक, जानिए क्या हैं लक्षण और सावधानियां

भारत में मंकीपॉक्स की दस्तक, जानिए क्या हैं लक्षण और सावधानियां

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Health news in hindi: विदेशों में तेजी से बढ़ रहे मैनकिपॉक्स ने भारत में भी दस्तक दे दी है। केंद्रीय स्वास्थ मंत्रालय ने पुष्टि की है कि भारत में मंकीपॉक्स का पहला केस शुक्रवार को केरला में पाया गया है। केरला में एक 35 वर्षीय व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण पाए गए हैं जिसे फिलहाल चिकित्सकों को निगरानी में रखा गया है।

बताया जा रहा है कि केरला के कोल्लम में मिला संक्रमित व्यक्ति हाल ही में UAE के तीन दिन के दौरे से लौटा था। स्टेट हेल्थ मिनिस्टर Veena George ने बताया कि केरला के अंदर सभी संदिग्ध संक्रमितों की उच्च स्तरीय निगरानी रखी जा रही है। संक्रमण से बचने के लिए जरुरी है किआपको मंकिपॉक्स के लक्षण क्या हैं, पता होना चाहिए |

इसके अलावा स्थिति की जांच के लिए एक यूनियन हेल्थ टीम भी केरला रवाना हो चुकी है। स्वास्थ मंत्री ने बताया कि किसी भी प्रकार का डर या panic situation न बनाएं। हो सके तो स्वच्छता का ध्यान रखें, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें, और यदि मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाई दें तो डॉक्टर के संपर्क करें।

Thiruvananthapuram Government Medical College Hospital में फिलहाल संक्रमित व्यक्ति का इलाज चल रहा है और उसकी स्थिति सही बताई जा रही है। इसके साथ ही संक्रमित व्यक्ति से जुड़े सभी लोगों को भी आइसोलेट किया गया है।

व्यक्ति के माता, पिता, टैक्सी ड्राइवर, हेल्थकेयर पर्सनल, इत्यादि समेत 11 लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है और उनकी जांच हो रही है। इन सभी लोगों को 21 दिनों तक आइसोलेशन में रखा जाएगा और लक्षणों की जांच की जाएगी।

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Health news in hindi: मंकीपॉक्स क्या है?मंकीपॉक्स के लक्षण क्या हैं? What is monkeypox in hindi

मंकीपॉक्स से निपटने के लिए सबसे जरूरी है मंकीपॉक्स वायरस की पूरी जानकारी का होना। आप किसी बीमारी से तभी लड़ सकते हैं जब आपको उसकी जानकारी हो और Monkeypox symptoms in hindi पता हों।

विश्व स्वास्थ संगठन के अनुसार मंकीपॉक्स पशुओं से मनुष्यों में फैलने वाला एक संक्रामक रोग है और इसके लक्षण चेचक के मरीजों के जैसे होते हैं। मंकीपॉक्स के शुरू में बुखार, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द और लसीका ग्रंथियों की संभावित सूजन के साथ किसी भी उष्णकटिबंधीय बीमारी की तरह प्रस्तुत करता है।

रोग के लिए ऊष्मायन अवधि, वायरस के संपर्क में आने से लेकर लक्षणों के प्रकट होने तक का समय, 5 से 21 दिनों तक होता है। विश्व स्वास्थ संगठन के अनुसार मंकीपॉक्स पशुओं से मनुष्यों में फैलने वाला एक संक्रामक रोग है और इसके लक्षण चेचक के मरीजों के जैसे होते हैं।

मंकीपॉक्स के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द और लसिका ग्रंथियों (Lymph Gland) में संभावित सूजन शामिल है। रोग के लिए Incubation Period यानी वायरस के संपर्क में आने से लेकर लक्षणों के प्रकट होने तक का समय, 5 से 21 दिनों तक है।

मंकीपॉक्स वायरस के लक्षणों (common symptoms of monkeypox in hindi) में शुरुआत में चिकनपॉक्स, खसरा या चेचक जैसे दिखाई देते हैं। शुरुआती बुखार होने के एक से तीन दिन बाद त्वचा पर इसका असर दिखना शुरू होता है. शरीर पर दाने निकल आते हैं।

हालांकि व्यक्ति से व्यक्ति में इसके लक्षणों में बदलाव दिख सकते हैं। मंकिपॉक्स के लक्षण दिखाई देने की स्थिति में डॉक्टर से परामर्श लें।

मंकीपॉक्स की करीबी से जांच कर रहे डॉक्टर्स का कहना है कि रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में केवल निकट संपर्क के माध्यम से फैलता है। इसलिए इस समय जनता में दहशत का माहौल बनाने या भ्रम फैलाने की कोई आवश्यकता नहीं है।

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मंकीपॉक्स में किस प्रकार प्रकार की सावधानी जरूरी है? Precautions for monkeypox

अमेरिका और यूरोप में इस साल करीब छह हजार केस मिले हैं लेकिन इनमें से किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। कोरोना की तरह मंकीपॉक्स तेजी से फैलने वाला रोग नहीं है क्योंकि यह सिर्फ शारीरिक संपर्क में आने के बाद ही फैलता है।

हालांकि डॉक्टर्स का यह भी मानना है कि जब तक संक्रमित व्यक्तियों की पूरी जांच रिपोर्ट नही आ जाती तब तक एतियात बरतने की आवश्यकता है।

यद्यपि मंकीपॉक्स बिना शारीरिक संपर्क के नहीं फैलता है जैसे कि हमने कोरोना महामारी में देखा। बावजूद इसके, कुछ सावधानियां और एतियात बरतना जरूरी है जिससे संक्रमित होने का डर ना रहे। चाहे आपके क्षेत्र में मंकीपॉक्स के कोई केस न हो, Centers for disease control and prevention के अनुसार निम्न प्रकार की सावधानियां आवश्यक है:

  • बीमार लोगों के साथ निकट शारीरिक संपर्क से बचें।
  • चूमना, गले लगना या खाने के बर्तन या कप दूसरों के साथ साझा न करें।
  • अपने हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोएं।
  • अपने हाथों को अपनी आंख, नाक और मुंह से दूर रखें।
  • जंगली जानवरों से आने वाले उत्पादों को न छुएं या न खाएं।
  • जब तक बहुत जरूरी ना हो अफ्रीकन देशों में कम ही घूमें।

निष्कर्ष

आज के आर्टिकल में हमने बात की मंकीपॉक्स क्या है, मंकीपॉक्स के लक्षण क्या हैं, और मंकीपॉक्स से बचने के लिए क्या सावधानियां जरूरी है। इससे संक्रमित व्यक्तियों की संख्या फिलहाल भारत में बहुत कम हैं लेकिन जरा सी लापरवाही से समस्या हो सकती है।

हम सलाह देंगे की ऊपर बताए गए लक्षण दिखाई देने पर डाक्टर की सलाह लें। हेल्थ संबंधित खबरों के लिए (Health news in hindi) HealthyDawa.com के साथ जुड़े रहें।

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