20+ सबसे Best कान बहने की अंग्रेजी दवा का नाम, पतंजलि मेडिसिन, आयुर्वेदिक टेबलेट, होम्योपैथिक तेल

कान बहने की अंग्रेजी दवा का नाम :- आंखें और कान इंसान के सबसे महत्वपूर्ण अंगो में से एक है जो उसे अपनी आस – पास की दुनिया से जुड़ने और संवाद करने में मदद करते है लेकिन जब इनमें किसी तरह की समस्या आती है तो व्यक्ति पुरी दिनचर्या चरमरा जाती है

ऐसी ही एक समस्या है कान का बहना ( kaan ka behna ) जिसे ear discharge in hindi भी कहा जाता है इस समस्या में व्यक्ति के कान से हल्का सुनहरी द्रव निकले लगता है ।

ये ना केवल देखने में गंदा लगता है बल्कि कुछ मामलों व्यक्ति को काफी तेज असहनीय दर्द का भी अनुभव होता है अगर लम्बे समय तक इस समस्या को नजरअंदाज किया जाए तो व्यक्ति को बहरेपन की समस्या भी हो सकती है और उसकी सुनने की क्षमता पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है ।

दोस्तों अगर आप भी इस समस्या का सामना कर रहे हैं तो आपको घबराने की जरूरत नही है, अनुभवी डॉक्टरों और एक्सपर्ट्स की मदद से आप इस समस्या से जल्दी निजात पा सकते हैं ।

इसी के तहत यहां हम आपके साथ कान बहने की अंग्रेजी दवा का नाम ( kaan behne ki angreji dawa ) और पतंजलि कान की दवा के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं

लेकिन ध्यान रहे, यहां जो जानकारी प्रदान की जा रही है वो केवल जनरल नॉलेज के रूप में ही लें, कान की समस्या का पुरी तरह से इलाज करने के लिए आपको विशेषज्ञ डॉक्टर की ही मदद लेनी पडेगी

यहां हम किसी भी तरह से कान बहने या कान में मवाद का उपचार का दावा नही करते यहां आपको केवल कुछ प्रमुख दवाओं की जानकारी दी जा रही है ।

तो आइये जानते हैं कान बहने की सबसे अच्छी दवा कौन सी है? या कान बहता हो तो कौन सी दवा डालें?

कान बहने की अंग्रेजी दवा का नाम – allopathic for ear discharge in hindi

कान बहने की अंग्रेजी दवा का नाम
कान बहने की अंग्रेजी दवा का नाम

दोस्तों कान बहने की समस्या कई कारणों से हो सकती है उसी को अनुसार इस समस्या का कई तरीकों से भी उपचार किया ज सकता है जैसे – कान बहने की दवा घरेलू उपचार, कान बहने की आयुर्वेदिक दवा और कान बहने की होम्योपैथिक दवा,

अब देंखे तो हर किस्म की इलाज पध्दति का तरीका है अलग – अलग है और हर किसी में लगने वाला समय भी अलग है लेकिन सबसे तेजी से असर कान बहने की अंग्रेजी दवा करती है ।

इसलिए यहां मुख्य रूप से हम कान बहने की अंग्रेजी दवा का नाम बता रहे हैं साथ ही इसके अतिरिक्त आपको कान बहने की आयुर्वेदिक दवा और होम्योपैथिक दवा के बारे में भी जानकारी शेयर की जाएगी ।

लेकिन दवा के बारे में बताने से पहले जान लेते हैं की कान बहने की समस्या आखिर होती ही क्यो है ।

क्यो बहता है कान – ear discharge in hindi

शायद आपको पता ना हो लेकिन हमारे शरीर में कान, नाक और गला एक नली के द्वारा जुड़े होते हैं ये तीनों नाक के पिछले और गले के ऊपरी हिस्से पर जुड़े होते हैं

जब गले या नाक में कोई समस्या होती है या फिर कान में ही कोई बहारी चीज प्रवेश करती है तो इससे कान के ट्यूब बंद हो जाने के कारण उसमें द्रव निकलने लगता है जिसे हम लोग कान का बहना कहते हैं ।

इसके अलावा कान बहने के मुख्य कारण ये भी हैं –

सर्दी :- सर्दी की समस्या अधिक होने पर कान में इंफेक्शन होने लगता है जिससे उसमें मवाद और पस की समस्या होने लगती है जिसे आम भाषा में लोग कान बहना कहते हैं ।

बहारी चीज :- कान का भीतरी हिस्सा काफी नाजुक और सेंसिटिव होता है इसलिए जब इसमें कोई बहारी चीज घुस जाती है तो पस निकलना शुरू हो जाता है और कान भी बहने लगता है ।

पानी :- जो लोग अक्सर तैराकी करते हैं उनको ये समस्या ज्यादा हो सकती है क्योकि कई बार लोग गलत तरीके से नहाते हैं या गंदे पानी में ही तैरना शुरू कर देते हैं जिससे वो पानी कान के अंदर जाकर इंफेक्शन कर के मवाद की समस्या पैदा करता है ।

ईयरवैक्स :- शरीर के दूसरे अंगो की तरह कान की भी उचित सफाई होनी चाहिये बरना कान में गंदगी पनपने से तेज दर्द और मवाद उत्पन्न होने लगती है ।

तो दोस्तों ये थे कुछ कारण जिनसे कान बहने की समस्या होने लगती है अब अगले भाग में हम आपको कान बहने की अंग्रेजी दवा का नाम बता रहे हैं

कान बहने का अंग्रेजी इलाज – Ear discharge treatment in Hindi

तो दोस्तों यहां आपको कान बहने की अंग्रेजी दवा का नाम लिस्ट दी जा रही है लेकिन हम आपसे फिर कहना चहाएंगे की आप किसी भी दवा का उपयोग बिना डॉक्टर की सलाह के ना करें और कान की समस्या होने पर किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से ही उपचार कराएं क्योकि डॉक्टर मरीज की रोग की गंभीरता, आयु और दूसरे कारको ध्यान में रख कर ही दवा और उसकी मात्रा का सुझाव देते हैं ।

kaan behne ki angreji dawa list – कान बहने की दवा

ओफ़्लॉक्सासिन ( Ofloxacin )
डेक्सामेथासोन ओप्थाल्मिक- ओटिक, ( Dexamethasone Ophthalmic- Otic )
सिप्रोफ्लोक्सासिन ( Ciprofloxacin )
बेंज़ोकेन ( Benzocaine )
पेनिसिलिन ( Penicillin )
एनाल्जेसिक ( Analgesics )
मोट्रिन ( Motrin )
एमोक्सिसिलिन ( Amoxicillin )
बिआक्सिन ( Biaxin )
वैंटिन (सेफ्पोडोक्सिम) ( Vantin (cefpodoxime) )
जिथ्रोमैक्स ( Zithromax )

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आइये अब अगले भाग में कान बहने की आयुर्वेदिक दवा ( kan bahane ki ayurvedic dawa ) के बारे में जाने,

कान बहने की आयुर्वेदिक दवा – kan bahane ki ayurvedic dawa

दोस्तों कान बहने की आयुर्वेदिक दवा, अंग्रेजी दवाओं से थोड़ा धीमा काम करती हैं लेकिन इनसे Side effects होने की संभावना बहुत कम होती है और रोग भी जड़ से खत्म हो जाता है इसलिए जिन्हे अंग्रेजी दवा सूट नही करती उन्हे आयुर्वेदिक दवा ही उपयोग करने की सलाह दी जाती है ।

तो आइये कुछ बेस्ट आयुर्वेदिक कान बहने की दवा के बारे में जानते हैं

1. Wally’s natural ear oil :– बहते कान के लिए ये एक जानी – मानी दवा है जो जड़ से कानों की समस्या को दूर करती है इसके अंदर पाये जाने वाले प्राकृतिक तत्व जैसे – नीलगिरी , इचीनेशिया, मीठा बादाम, टी ट्री और लहसुन कान में पैदा हुई सूजन को दूर करते हैं साथ ही मवाद और पस को भी बनने से रोकने का काम करते हैं ।

इसके असरकारी होने के कारण ही दूसरी दवाओं की तुलना में ये थोड़ा ज्यादा मंहगा है ये पुरी दवा आपको लगभग 1500 रूपय में मिल जाएगी ।

2. Creation farm ear drop :- ये एक All rounder मेडिसिन है कान के लिए, जोकि कान के इंफेक्शन, घाव और मवाद की समस्या को जड़ से खत्म करतीं है, कान बहने के कारण होने वाले दर्द में भी इस दवा से राहत मिलती है ।

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3. Swim-ear drying ad :- यह दवा पुरी तरह से आयुर्वेदिक नही है इसको बनाने में मुख्य रूप से अंग्रेजी तत्वों का इस्तेमाल किया गया है लेकिन कान बहने की समस्या में ये बहुत ही शानदार काम करती है, बहते कान से छुटकारा पाने के लिए 4 – 5 बूंदों को कान में डालना है ।

4. नैट्रलो नेचुरल इयर ड्रॉप :- ये एक मात्र ऐसी दवा है जिसको महिला पुरूष, बूढ़े – बच्चे और यहां तक की पालतू जानवर भी यूज कर सकते हैं इससे कानों की खुश्की, दर्द, सूजन, पस और बहने की समस्या से पुरी तरह निजात मिलती है ।

कान बहने की होम्योपैथिक दवा – kaan bhene ki homeopathic medicine

तो दोस्तों अभी तक हमने आपको आयुर्वेदिक और अंग्रेजी दवा के बारे में बताया अब हम अगले भाग में आपको कान बहने की होम्योपैथिक दवा ( kaan behne ki homeopathic dawa ) के बारे में बता रहे हैं ।

1. सिलिका :- जब कान – बहना शुरू होता है तो इससे ना केवल कान के पर्दे बल्कि आस – पास के अंदरूनी अंगो पर भी बुरा प्रभाव पडता है जिसके कारण तेज दर्द की भी समस्या बनी रहती है अगर आपको लम्बे समय से इस तकलीफ का सामना करना पड रहा है तो इस दवा से काफी आराम मिल सकता है ।

2. Similasan kids ear relief drop :- ये दवा भी कान बहने की होम्योपैथिक ड्रॉप है जिसका इस्तेमाल बच्चों की कान की समस्याओं में किया जाता है, इसका उपयोग, कान में खुजली, दर्द, पस और सूजन की समस्याओं के उपचार में किया जाता है ।

3. काली मूर :- अगर कान में लगातार सूजन बनी हुई है जिसकी वजह से उससे पानी बहार आ रहा है तो इस समस्या में काली मूर को लेना लाभकारी हो सकता है क्योकि इससे कान के ट्यूब पर होने वाली सूजन खत्म हो जाती है और उससे उत्पन्न दर्द और सूजन भी खत्म हो जाता है ।

4. मार्कसोल :- कान में कुछ चले जाने के कारण उसमें दर्द और सूजन आ गई है तो इस दवा का उपयोग किया जा सकता है जोकि बहते कान और दर्द में तुरंत राहत प्रदान करती है ।

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पतंजलि कान बहने की दवा – kaan bhene ki dawa patanjali

अगर इमानदारी से बताए तो पतंजलि में अभी तक
कान बहने की दवा नही बनाई गई है, लेकिन कई ऐसी दवाएं है जिनका यूज कान संबंधी रोगों में भी किया जाता है ऐसी ही एक दवा है patanjali Divya Sarivadi vati,
लेकिन हम आपको सलाह देगे की इसको इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें ।

निष्कर्ष

तो दोस्तों आज इस लेख में हमने आपको कान बहने की अंग्रेजी दवा का नाम और पतंजलि कान की दवा के बारे में बताया साथ ही कान की समस्या में इस्तेमाल होने वाली अन्य दवाओं के बारे में भी बताया, आशा है की ये लेख आपको पसंद आया होगा इसी तरह के अन्य लेखों को पढ़ते रहने के लिए हमारे टेलिग्राम ग्रुप को जरूर जॉइन करें ।

 

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