कब्ज की दवा, ईलाज, उपचार, लक्षण और कारण

जानिये Kabj ka ilaj और Kabj ki dawa की सम्पूर्ण जानकारी- जो लोग अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर के पैसों के पीछें भागतें है वो अपने स्वास्थ्य से हाथ धो बैठते हैं ऐसे लोग अपने और परिवार की खुशियों के लिए जी-तोड़ मेहनत करते हैं और ऐसा वो बेहतर जीवन और अच्छे स्वास्थ्य के लिए ही करते हैं ।

लेकिन सेहत को छोड़ के पैसों को प्रथमिकता देने से लोग अपनी Health को गवा बैठते है जिसके बाद उन्हे अपनी हैल्थ वापिस पाने के लिए पैसा पानी की तरह बहाना पडता है जिसके कारण ना तो उनके पास पैसा रहता है और ना ही अच्छा स्वास्थ |

ऐसी ही गलतियों के कारण लोग विभिन्न रोगों का शिकार हो जाते हैं जिनमें पाचन तंत्र से जुडी समस्याए मुख्य तौर पर आती हैं । क्योकि गलत जीवशैली और दिनचर्या का सबसे नकारात्मक असर हमाे पाचन पर ही पडता है । जो लोग घंटो बैठ कर एक जगह काम करते है, ज्यादा तले हुए खाद पदार्थ और जंक फूड का सेवन करते हैं और बिल्कुल व्यायाम नही करते उनको अक्सर कब्ज जैसी समस्याए होती हैं ।

कब्ज खराब पाचन तंत्र की निशानी है जिसमें व्यक्ति को मल त्याग करने में बहुद दिक्कत होती है इस रोग में व्यक्ति को सही से मल नही आता या अगर आता भी है तो बहुत कम आता है । इस हालत में घंटो टॉइलेट में बैठने के बाद भी व्यक्ति का पेट पुरी तरह से साफ नही हो पाता जिसके कारण वो पुरे दिन असहज, चिढ़चिढ़ापन और गुस्सा महसूस करते है ।

मल त्यागने के लिए काफी जोर लगाना पडता जिसके कारण पेट के आस-पास दर्द होने लगता है । ये रोग सेहत को बुरी तरह प्रभावित करता है जिसके कारण कई अन्य रोग भी हो सकते हैं ।

अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़िये क्योकि आज हम आपको बताएगे gas kabj ka ilaj और kabj ki dawa,

साथ में हम आपको कब्ज से जुडी सभी महत्वपूर्ण जानकारी देने की कोशिश करेगे ताकि आपको कब्ज को समझने और इसका समाधान करने में मदद मिलें ।

कब्ज क्या है ( What is constipation in hindi )

 

kabj ka ilaj
kabj ka ilaj

 

कब्ज पाचन तंत्र से जुडा़ एक रोग है जिसमें व्यक्ति मल त्याग नही कर पाता या बहुत कम मात्रा में मल त्याग होता है । इस रोग में मल त्यागने में बहुत दिक्कत होती है । मल त्यागने के लिए बहुत जोर लगाना पडता है जिसके कारण आँतों में दर्द होता है । डॉक्टरों के अनुसार जिस व्यक्ति को हफ्ते में तीन बार से कम मल त्याग हो उसे कब्ज ( Constipation ) की समस्या हो सकती है ।

कब्ज के लक्षण ( Symtoms of constipation in hindi )

हर व्यक्ति का मल त्यागने का समय और मल त्यागने की दर अलग-अलग होती है ये उस व्यक्ति के स्वास्थ और पाचन शक्ति पर निर्भर करता है । फिर भी जिन लोगो को हफ्ते में तीन बार से कम मल त्याग होता है उन्हे कब्ज होता है । पेट साफ ना होने के अलावा कब्ज के कई अन्य लक्षण भी होते हैं जैसे-

•सूखा या बहुत कढ़ोर मल का आना जिसके कारण पुरी तरह पेट साफ नही हो पाता
•मल त्यागने के दौरान दर्द होना
•टट्टी करने के बाद भी ऐसा लगना की अभी पेट साफ नही हुआ
•पुरा जोर लगाने पर भी मल का रूक-रूक कर आना
•जिन लोगों को कब्ज होता है उनकी मुँह से अक्सर बहुत बुरी बदबू आती है ।
•पेट में गैस बनना और पेट से जुडी अन्य समस्याओं का होना
•मुंह में छाले होना या शरीक पर फुंसी निकलना
•हर समय सिर में दर्द और आलस रहना
• पेट का भारी-भारी रहना

कब्ज के कारण ( Cause of constipation in hindi )

 

बृहदान्त्र पाचनतंत्र का हिस्सा होता है जो अवशिष्ट भोजन से पानी को अवशोषित करता है जिसके बाद वो मल यानी टट्टी में बदल जाता है ।

बृहदान्त्र की मांसपेशियां अंततः अपशिष्ट को मलाशय के माध्यम से बाहर निकाल देती हैं। यदि बृहदान्त्र में मल बहुत लंबे समय तक रहता है तो ये सूख कठोर होने लगता है जिसके बाद इसका निष्काशन बहुत मुश्किल हो जाता है । जिसके कारण कब्ज की शिकायत हो जाती है ।

खराब आहार अक्सर कब्ज का कारण बनता है क्योकि जो व्यक्ति फाइबर से युक्त आहार लेता है और पर्याप्त पानी का सेवन करता है तो उसका मल नरम रहता है जिसके कारण वो आराम से पाचव तंत्र से बहार निकल जाता है । जबकि जो लोग अच्छी डाइट नही लेते उन्हे कब्ज की समस्या हो जाती है ।

फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ आम तौर पर पौधों से बनते हैं। फाइबर घुलनशील और अघुलनशील दो रूपों में पाया जाता है। घुलनशील फाइबर पानी में घुल सकता है और पाचन तंत्र से गुजरते हुए एक नरम, मल तैयार करने में मदद कर सकता है ।

जबकि अघुलनशील फाइबर पाचन तंत्र के माध्यम से अपनी संरचना को बनाए रखता है। फाइबर के ये दोनों रूप मल के साथ जुड़ते हैं, जिससे उसका वजन और आकार बढ़ जाता है, इसके साथ ही यह नरम रहता है। जिसकी वजह से मल आसानी से मलाशय से गुजर जाता है इसलिए जिन लोगों के आहार में फाइबर की कमी रहती है वही कब्ज ( Kabj ) का शिकार होते हैं ।

फाइबर के अलावा कब्ज के अन्य कई कारण भी होते हैं जैसे:-

•शरीर की जरूरत के हिसाब से पानी नही पीना, जो लोग पर्याप्त मात्रा में पानी नही लेते उनको ना केवल पाचन तंत्र की समस्याओं से जूझना पडता है बल्कि अन्य समस्याओें से भी दोर-चार होना पडता है ।

•कुछ लोग पुरे दिन केवल सोते रहते हैं या बेड पर पडे हुए मोबाइल चलाते रहते है जिसकी वजह से वो आलसी बन जाते हैं ऊपर से ऐसे लोग कोई व्यायाम भी नही करते जिसके कारण कब्ज हो जाता है ।

• अक्सर कई लोग जरूरी कामों के चलते मल आने पर भी उसको त्यागते नही है जिसके कारण वो सूख जाता है या कठोर होने लगता है । मल के कठोर होने पर वो मलाशय से नही गुजर पाता ।

•दर्द निवारक दवाओं का अध्यधिक सेवन करने से भी कब्ज हो जाता है ।

•गर्भावास्था में शरीर में कई प्रकार के बदलाव होते है जिसके कारण कई बार कब्ज भी हो जाता है ।

•भोजन में रेशेदार खाद पदार्थों को ना लेना

• अक्सर मैदे से बने आहार लेना या ज्यादा जंक फूड ( Junk food ) का सेवन करना

•पानी कम पीना या फिर ज्यादा कोल्ड ड्रिन्क्स को लेना
•अनियमित भोजन करना और देर रात तक बेवजह जागना

• अधिक मात्रा में नशीले तत्वों जैसे- तम्बाकू, खैनी, शराब, सिगरेट, चरस, एंव अन्य दूसरे पदार्थों का उपयोग करने से पाचन तंत्र खराब हो जाता है जोकि कब्ज का कारण बन जाता है ।

•भोजन के पचे बिना ही दोबारा भोजन करना
•जरूरत से ज्यादा चिंता या तनाव लेना

 

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कब्ज के नुकसान ( Disadvantage of constipation in hindi )

यहाँ हम आपको उन समस्याओं के बारे में बता रहे हैं जिनसे कब्ज से पीडित लोगों को अक्सर सामना करना पडता है

•कुछ बीमारियाँ, जैसे स्ट्रोक, पार्किंसंस रोग और मधुमेह का होना

•आंतों की रुकावट, irritable bowel syndrome (IBS) या डायवर्टीकुलोसिस सहित बृहदान्त्र और मलाशय से जुडी समस्याओं का होना

• पेट में दर्द, गैस बनना, बदहजमी, और दस्त जैसी समस्याओं का होना

•पेट का पुरी तरह साफ ना होने से जरूरी कामों पर फोकस ना कर पाना

कब्ज कैसै दूर करें ( Kabj ka ilaj )

यहा हम आपको कब्ज का उपचार बता रहें हैं इन तरीकों को अपना कर आपको मल त्यागने में ज्यादा परेशानी नही होगी और कब्ज से भी छुटकारा मिलेगा

फाइबर का Supplement लिजिए ( Kabj ki dawa )

अगर आपके आहार में फाइबर की कमी है जिसके कारण कब्ज की समस्या हो रही है तो आप फाइबर का supplement ले सकते है इससे आपको काफी राहत मिलेगी क्योकि इससे आपके मल में Bulk एड होगा जिसके कारण मल मलाशय से आसानी से गुजर जाएगा ।

आप फाइबर के supplements online अमेजन से खरीद सकते हैं । अगर आपको फाइबर के Supplements लेने ही हैं तो calcium polycarvophil (FiberCon), psyllium (Metamucil, Konsyl), और methylcellulose (Citrucel) ही खरीदें

फाइबर से भरपूर भोजन करिये

ज्यादातर मौकों पर कब्ज फाइबर की कमी कारण ही होता है इसलिए कब्ज से छुटकारा पाने का सबसे सरल उपाय है की फाइबर ( Fiber ) से भरपूर भोजन करा जाए इसके लिए आप ओटमील बीन्स, सेब, साइट्रस, और नाशपाती जैसे खाद पदार्थो का सेवन कर सकते हैं । लेकिन ध्यान रहे की आप इन खाद पदार्थों के साथ अधिक पानी भी पिए ये आपका पेट जल्दी साफ करने में मदद करेगा ।

 

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अधिक मात्रा में पानी पियें

पानी ना केवल पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है बल्कि ये पुरे स्वास्थ्य के लिए जरूरी तत्व है इसके अलावा मल को शरीर से आराम से बहार निकालने के लिए कम से कम 8 ग्लास पानी की जरूरत होती है इसलिए ज्यादा पानी पिजिए और बडे-बडे गिलासों में पानी पिजिए

एक laxative उत्तेजक लिजिए

laxative उत्तेजक आसानी से मल त्यागने में मदद करते हैं क्योकि ये आंतों पर थोडा निचोड डालते हैं ।
आप अपने आस-पास किसी दवाई की दुकान से Laxative stimulants खरीद सकते हैं । बेहतर रहेगा की अगर आप कोई Laxative stimulants लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात कर लें वो आपको कोई अच्छा सा Laxative stimulants बताएगे वैसे सबसे प्रसिध्द Laxative stimulants bisacodyl (Dulcolax, Ducodyl, Correctol) और senna-sennosides (Senokot ) हैं ।

स्टूल सॉफ्टनर का इस्तेमाल करें

कब्ज का एक मुख्य कारण मल निर्जलीकरण है, जो कठिन मल का कारण बन सकता है। इस हालत में आपको स्टूल सॉफ्टनर का उपयोग करना चाहिए जैसे कि docusate सोडियम (Colace) या docusate calcium (Surfak), ये आपकी आंतों से पानी खींचकर मल को गीला कर देते है। जिससे मल शरीर से आसानी से बहार चला जाता है ।

व्यायाम करिये

हल्का-फुल्का व्यायाम जैसे जॉगिंग और टहलने से भी कब्ज जल्दी ढ़ीक होता है और पेट भी सही से साफ होता है क्योकि इनसे उदर की तरफ रक्त संचार बढ़ता है ।

कब्ज के आयुर्वेदिक और घरेलू उपाय ( Kabj ke ayurvedic aur gharelu upay )

यहाँ हम आपको कब्ज की आयुर्वेदिक दवा और कब्ज का घरेलू उपाय बता रहे हैं । जिनको आजमा कर आप कब्ज से मुक्त हो जाएगे ।

त्रिफला का इस्तेमाल करिये ( Use triphala )

त्रिफला कब्ज का सबसे बेहतर और अच्छा उपाय है । ये एक प्रकार का फल एंव हर्व होती है जो कब्ज से पीडित व्यक्ति को काफी फायदा पहुचाती है । त्रिफला के द्वारा कब्ज का उपचार करने के लिए 1/4 चम्मच त्रिफला चूर्ण ( Triphala powder ) लें, आधा चम्मच धनिये का पाऊडर लें और 1/4 चम्मच
इलाइची का पाऊडर लिजिए इन्हे मिक्स कर के दिन में दो बार सेवन करिये ।

त्रिफला में ग्लाइकोसाइड पाया जाता है जिनमे laxative गुण मौजूद होते हैं जिसके कारण मल मलाशय से आसानी से निकल जाता है और धनिया एंव इलाइची पेट फूलना और गैस जैसी समस्याओं में राहत पहुचाते हैं ।

दूध और घी है कब्ज में फायदेमंद

रात को सोने से पहले एक ग्लास दूध में देसी घी डाल कर पिजिए इससे आपका पेट सुबह जल्दी साफ हो जाएगा । ये कब्ज का घरेलू उपाय है । आप घी की जगह मक्खन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं ।

बेल के फल का गूदा करेगा कब्ज का नाश

शायद आप ना जानते हों, लेकिन बेल के फल का गुदा और गुड़ आपको कब्ज से निजाद दिला सकता है । शाम को खाने से पहले एक कप बेल के फल का गूदा और गुड़ लेने से पेट अच्छी तरह साफ होता है और आपकी पाचन शक्ति भी थोडी मजबूत होती है ।

मुलेठी की जड़ है कब्ज में प्रभावी

मुलेठी के आयुर्वेद में बहुत फायदे बतलाए गए है इस हर्ब का इस्तेमाल कई रोगों को ढ़ीक करने के लिए किया जाता है और ये कब्ज में भी काफी प्रभावकारी है । आप एक चम्मच मुलेठ़ी के साथ थोडा गुड़ लेकर हल्के गुनगुने पानी से सेवन कर सकते हैं इससे आपको कब्ज से राहत मिलेगी । लेकिन हम आपको सलाह देगे की आप मुलेठी का इस्तेमाल करने से पहले किसी अच्छे आयुर्वेदिक डॉक्टर सेे सलाह-मशवरा जरूर लें ।

भुनी हुई सौफ करेगी कब्ज को दूर

भुनी हुई सौफ कब्ज को ढ़ीक करने का सबसे बेहतर घरेलू उपाय है ये आपको कब्ज से मुक्ती दिलाने के साथ पाचन शक्ति भी बढ़ाने में मदद करेगा क्योकि ये हल्के laxative की तरह काम करता है जो आपके पेट को अच्छी तरह साफ करने में मदद करेगा ।

अंजीर का इस्तेमाल करिये

अंजीर को गर्म पानी में भिगोकर खाने से कब्ज को खत्म करने में मदद मिलती है क्योकि ये फाइबर से भरपूर खाद पदार्थ है जो पाचन तंत्र को मजबूत करने के साथ-साथ कब्ज को भी खत्म करता है । इसलिए आपको डेली अंजीर का सेवन करना चाहिए इससे जल्द ही आपकी कब्ज की समस्या दूर होने लगेगी ।

चाइना घास का सेवन करिये

चाइना घास, एक सूखा समुद्री शैवाल है, जिसे बिट्स में काटकर दूध में पकाया जाता है, जो एक जिलेटिनस पदार्थ बन जाता है। इससे कब्ज तो दूर होगा साथ में भविष्य में कब्ज होनी की भी संभावना कम रहेगी ।

एरण्ड का तेल है कब्ज का रामबाण उपाय

एरण्ड का तेल कब्ज का रामबाण उपाय है । अगर आप रात को सोने से पहले 1 से 2 एरण्ड के तेल के चम्मच दूध में डालकर पिएगे तो सुबह तक पेट साफ हो जाएगा

जीरा और अजवाइन का सेवन है लाभकारी

जीरा और अजवायन का इस्तेमाल अक्सर पाचन से जुडी समस्याओं के समाधान में किया जाता है । इसके अलावा जीरा और अजवायन का सेवन कब्ज में भी राहत देता है इसलिए आपको इन सबका एक चूर्ण बनाना होगा । सबसे पहले जीरा और अजवायन को धीमी आग पर थोडी देर भुनिये इसके बाद काला नमक लेकर तीनों को समान मात्रा में मिलाईये और सुबह-शाम गर्म पानी के साथ इस चूर्ण का सेवन करिये

योगा करिये: Do yoga

योग का कई ऐसी भयानक बिमारीयों से लड़ने में कामयाब रहा है जिसका इलाज मेडिकल साइंस में भी नही है । यूँ तो योग का इस्तेमाल कई प्रकार के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए किया जाता है । आपको जानकर हैरानी होगी की हर रोग के लिए योग में विभिन्न प्रकार के योगासन है । अगर आप योग के द्वारा कब्ज से छुटकारा पाना चहाते हैं तो आपको मयूरासन, अर्ध मत्स्येंद्रासन, हलासन, पवनमुक्तासन, तितली मुद्रा, बालासन और सुप्तमत्स्येन्द्रासन करना चाहिए ।

इन योगासनों से ना केवल आपको कब्ज से लड़ने में मदद मिलेगी बल्कि आपको अन्य पाचन सम्बन्धित समस्याओं से भी छुटकारा मिलेगा तथा आपकी पुरी पाचन प्राणाली स्वस्थ बनेगी ।

तो Freinds ! हमें आशा है की आपको हमारा ये आर्टिकल कब्ज का इलाज ( Kabj ka ilaj / kabj ki dawa ) जरूर पसंद आया होगा अगर पसंद आया हो तो इस लेख को शेयर करना ना भूले आपका एक शेयर हमें इसी तरह लिखने के लिए प्रेरित करेगा