daad, khujli ki dawa और दाद के कारण, लक्षण एंव उपचार
आज हम इस आर्टिकल में एक ऐसी समस्या के बारे में बात करेगें जो दिनो-दिन बढ़ती जा है । इस समस्या से हमारे देश में लाखों-करोडों लोग परेशान है और इस समस्या का नाम है दाद ( Ringworm ) ।
वैसे हर व्यक्ति को जीवन में कभी ना कभी दाद, खाज, खुजली से सामना करना ही पडता है लेकिन मुश्किलें तब बढ़ जाती है जब लाख उपाय करने के बाद भी इस रोग से छुटकारा पाना नमुमकिन हो जाता है । तरह-तरह के टीयू, क्रीम, लोशन, मलहम और दवा लेने के बाद भी इससे दाद या खुजली पर कोई खास आराम नही पहुँचता ।
बाजार में हजारों की तदात में दाद और खुजली को ढ़ीक करने के उत्पाद मौजूद हैं लेकिन उनसे तब तक ही आराम रहता है जब तक की उनका उपयोग करा जाए । प्रोडक्ट का इस्तेमाल बंद कर देने पर दाद दोबारा उपच आता है और पहले की तरह भयानक रूप धारण कर लेता है ।
दाद को खुजाते-खुजाते व्यक्ति चिढ़चिढ़ा हो जाता है क्योकि इसे जितना खुजाया जाता है इसमें उतनी ही खुजली बढ़ती चली जाती है । दाद लगातार खुजाते रहने पर यह मोटा हो जाता है और ऊपर की ओर ऊभर आता है कई बार तो दाद पर छोटे-छोटे सफेद या पीले रंग के दाने निकल आते हैं जिनमें मवाद या सफेद पानी सा द्रव्य निकलता है ।
अगर दाद निजी अंगो पर निकल आए तो परेशानियां और बढ़ जाती हैं क्योकि ऐसी परिस्थिती में व्यक्ति ना तो किसी डॉक्टर को दिखा पाता है और ना ही सर्वजानिक जगहों पर खुजा सकता है । बार-बा दाद को खुजाने से उसमें खून निकलने लगता है जिसके कारण उसमें जलन और दर्द होने लगता है ।
यदि आप भी दाद, खाज या खुजली की समस्या से जूझ रहे हैं तो आज आप बिल्कुल सही जगह आए हैं क्योकि आज हम इस आर्टिकल में आपको दाद या खुजली से सम्बन्धित सम्पूर्ण जानकारी देगे । साथ में दाद से बचाब के तरीके और इसे ढ़ीक करने के कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय भी बताए ।
इस आर्टिकल में आपको पता चलेगा Khujli ki dawa या daad khaj khujli ki dawa
दाद क्या है ( What is ringworms in hindi )

दाद त्वचा का एक रोग है जिसमें त्वचा पर लाल रंग के गोल चित्ते बन जाते हैं ज्यादातर मामलों में दाद गोल आकार के ही होते हैं लेकिन कई बार ये विभिन्न आकार के हो सकते हैं । इस रोग में बार-बार खुजली होती है और थोडी देर खुजाने पर हल्का आराम मिल जाता है लेकिन कुछ समय बाद दोबारा खुजली होने लगती है ।
ये त्वचा का सामान्य रोग है आपको जान कर हैरानी होगी की हर साल भारत में दाद के 1 करोड मामले आते हैं । दाद फंगल संक्रमण के कारण तेजी से फैलता है । संक्रमिक व्यक्ति की वस्तुओ का उपयोग करने भर से ही ये समस्या दूसरे व्यक्ति को होने लगती है ।
दाद के प्रकार या टाइप्स ( Types of ringworms in hindi )
एथलीट्स फूट:- ये दाद मुख्य तौर पर पैरों और अगूठों के बीच में होता है । जब नहाने या तैराकी करने के बाद हम अपने पैरों को सही से साफ नही करते तब ये दाद होने लगता है । इसके अलावा टाइट जूते पहनने से भी दाद हो जाता है क्योकि इस हालत में पैरों पर बहुत पसीना आता है ।
जोक इच:- यह दाद अक्सर निजी आंगो पर होता है इस दात की समसे बडी दिक्कत है की इसको आसामी से Cure नही किया जा सकता है गर्मी के दिनों में इसकी फैलने की रफताप बढ़ जाती है । महिलाओं की तुलना में पुरूषों यह अधिक पाया जाता है ।
स्कैल्प रिंगवोर्म:- सर की खोपड़ी पर होने वाले दाद को स्कैल्प रिंगवोर्म ( Scalp ringworm ) कहते हैं यह दाद बच्चों में अधिक पाया जाता है ।
नेल इंफेक्शन:- पैरों और हाथों के नाखून पर होने वाले दाद या खुजली को नेल इंफेक्शन ( Nail infection ) कहते हैं । इसके कारण नाखून कमजोल, पतले, फाफूदीदार और पतले हो जाते हैं ।
बॉडी रिंगवोर्म:- यह दाद शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकता है खास कर की बगलों, चेहरे, टखनों के पीछे और कानों पर । लेकिन यह दाद अधिकतर चेहरे पर होता है जिससे चेहरा खराब दिखने लगता है । ये दाद गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा होते हैं ।
दाद के लक्षण तथा संकेत ( Symtoms of ringworms in hindi )
दाद का मुख्य लक्षण खुजली आना है लेकिन खुजली के अलावा भी दाद के अन्य कई लक्षण होते हैं जैसे:-
• लाल रंग के गोल चित्ते होने लगते हैं
• खुजाने के बाद जलन होने लगती है
• धीरे-धीरे दाद का आकार बढ़ने लगता है और शरीर के दूसरे हिस्सों पर भी फैलने लगता है ।
• लाल चिक्ते ज्यादा खुजाने पर मोटे होने लगते है और ऊपर की ओर ऊभरने लगते हैं ।
दाद के कारण एंव परिणाम ( Cause of ringworms in hindi )
अधिकतर रिंगवर्म एक प्रकार के कवक के कारण होता है जो केराटिन को खाता है। जिनको डर्माटोफाइट्स (dermatophytes ) के नाम से जाना जाता है।
डर्माटोफाइट्स बहुत ही खतरनाक कवक है जो त्वचा, बाल, और नाखून पर हमला करते हैं क्योकि इन हिस्सों में पर्याप्त मात्रा में केराटिन पाया जाता है
डर्माटोफाइट्स बहुत सूक्ष्म बीजाणु होते हैं जो महीनों तक त्वचा की सतह पर जिंदा रह सकते हैं। डर्माटोफाइट्स तौलिये, कंघी, मिट्टी और अन्य घरेलू वस्तुओं में भी जीवित रह सकते हैं क्योकि ये बहुत चलीचे होते हैं । डर्माटोफाइट्स इंसान से इंसान में, जानवर से इंसान में और वस्तु से इंसान में फैलता है ।
अगर कोई जानवर या वस्तु दाद के संक्रमण से संक्रमित है तो उसको छूने वाला व्यक्ति भी दाद से संक्रमिक हो जाता है । इसके अलावा दाद होने के अन्य कारण भी होते हैं जैसे:-
•शरीर की सही से साफ-सफाई ना करना
•किसी हिस्से पर मैल का जमा होना और उसकी सफाई ना होना
•ज्यादा पसीना आना
•किसी दवा के साइड इफेक्ट से भी दाद हो सकता है
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दाद खाज खुजली को दूर करने के उपाय
यहाँ हम आपको दाद और खुजली से छुटकारा पाने के कुछ उपाय बता रहे हैं जिनको आजमा कर आप दाद और खुजली से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं ।
अच्छे साबून और पानी का उपयोग करें
अक्सर दाद शरीर पर जमी गन्दगी और मैल के कारण ही पैदा होता है कई बार ऐसा होता है की नहाते समय हमारा हाथ कुछ हिस्से तक नही पहुच पाता जिसके कारण वहा गन्दगी और मैल जमा हो जाते हैं जो धीरे-धीरे दाद या फुंसी में बदल जाते हैं ।
इसलिए दाद या खुजली से छुटकारा पाने के लिए अपने शरीर की अच्छे से सफाई रखिये ।
साथ में आपको उस जगह की भी अच्छे से सफाई करनी चाहिए जहाँ दाद है इससे दाद के बैक्टेरिया को खत्म करने में मदद मिलेगी और उसको आगे बढ़ने से भी रोका जा सकता है ।
दाद को खत्म करने के लिए आपको प्रतिदिन जीवाणुरोधी साबुन ( antibacterial Soap ) का इस्तेमाल करना चाहिए । इसके अलावा नहाने के बाद शरीर को साफ तौलिये से अच्छी तरह से साफ करें, ध्यान रखें की कही पानी रह ना जाए
इस बात का भी विशेष ध्यान रहे की आप त्वचा पर गंदा या दूषित पानी का इस्तेमाल ना करें इससे आपके दाद की समस्या पहले से ज्यादा बढ़ सकती है और त्वचा से जुडी अन्य समस्याए भी हो सकती हैं ।
सेब का सिरका है दाद में फायदेमंद
सेब का सिरके में मजबूत ऐंटिफंगल गुण होते हैं, इसलिए इसे सीधे दाद वाली जगह पर लगाने से दाद खत्म करने में मदद मिलती है । इसका उपयोग करने के लिए, एक कपास की गेंद को बिना हिलाए हुए एप्पल साइडर सिरका में भिगोएँ और अपनी त्वचा पर रगड़े । इसको प्रतिदिन तीन बार लगाने से दाद खत्म करने में मदद मिलती है ।
टी ट्री तेल का इस्तेमाल करें
ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासी पारंपरिक रूप से टी ट्री तेल का इस्तेमाल दाद और त्वचा से जुड़ी अन्य समस्याओ को खत्म करने के लिए करते हैं क्योकि ये एक एंटीफंगल और जीवाणुरोधी है । आज टी ट्री तेल का इस्तेमाल त्वचा से जुडी समस्याओं के समाधान के उद्देश्यों के लिए ही किया जाता है। यह तेल त्वचा से जुडी समस्याओं सेे छुटकारा पाने के लिए बहुत ही प्रभावी होता है ।
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नारियल का तेल दिलाएगा दाद और खुजली से छुटकारा
नारियल के तेल में माइक्रोबियल और एंटीफंगल दोनों गुण होते हैं जो दाद के संक्रमण का इलाज करने में बहुत मददगार साबित हो सकते हैं। यह दाद और कैंडिडा जैसे अन्य कवक के साथ लड़ने में काफी असरदार घरेलू उपाय है। नारियल के तेल को सीधे खोपड़ी पर लागाया जा सकता है और ये एक प्रभावी बाल कंडीशनर भी है नारियल का तेल खोपड़ी के दाद के लिए आदर्श उपाय है और सबसे अच्छी बात है की ये ज्यादातर घरों में आसानी से उपलब्ध होता है ।
इसके अलावा नरियल का तेल आपकी त्वचा को पौषण देगा, उसे निखारने में मदद करेगा और चिकना एंव नर्म भी बनाएगा
हल्दी है दाद के इलाज में कारगर
आपने ज्यादातर समय हल्दी का इस्तेमाल त्वचा को निखारने और खाने को स्वादिष्ट बनाने के लिए देखा होगा लेकिन क्या आप जानते हैं की हल्दी आपको दाद और खुजली जैसी त्वचा से जुडी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में भी मदद कर सकती है?
दरअसल हल्दी में जीवाणुरोधी और एंटिफंगल गुण मौजूद होते हैं जो दाद तथा खुजली को बढ़ने से रोकते हैं । यानी हल्दी खुजली की बहुत प्रभावकारी दवा है । हल्दी का इस्तेमाल करने के लिए पानी एंव हल्दी को मिला कर एक पेस्ट तैयार करिये और उस को दाद वाली जगह पर लगा रहने दिजिए जब तक की वो पेस्ट सूख ना जाए । हल्दी के द्वारा जल्दी दाद ढ़ीक करने के लिए हल्दी का पानी या हल्दी की चाय बना कर पिजिए |
एलोवेरा का जैल है खुजली की प्रभावकारी दवा
मुझे यकीन है की आपने कभी ना कभी एलोवेरा के फायदों के बारे में जरूर सुना होगा । एलोवेरा त्वचा के लिए किसी अमृत से कम नही है । ये त्वचा का सांवलापन कम करता है, मुंहासों को हटाता है और त्वचा का सूखापन भी दूर करता है ।
इसके अलावा एलोवेरा दाद से लड़ने में भी असरदार साबित हो सकता है एलोवेरा लंबे समय से बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण दोनों के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है । आप इसे सीधे दाद वाले हिस्से पर लगा सकते हैं या किसी मरहम के साथ मिक्स कर सकते हैं ।
अगर आपके घर में एलोवेरा का पौधा है तो उसके जैल को निकल कर आप अपने दाद का प्राकृतिक उपचार कर सकते है लेकिन अगर आपके घर में कोई पौधा नही है तो आप बाजार से ऐलेवोरा का कोई प्रोडक्ट खरीद सकते हैं । हम आपको सलाह देगे की आप पतंजलि का एलोवेरा जैल खरीदें क्योकि ये एकदम शुध्द होता है और इसमें बहुत अच्छी खुशबू भी आती है ।
अजवायन का तेल करेगा दाद खाज खुजली को जड़ से खत्म
शायद आप ना जानते हों की अजवायन का तेल अन्य वाणिज्यिक उत्पादों की तुलना में अधिक शक्तिशाली एंटिफंगल हो सकता है जो दाद को मिटाने के लिए काफी प्रभावकारी साबित होता है । अजवायन एथलीट फुट और दूसरे प्रकार के दाद फंगल संक्रमणों को रोकता है और उनको जड़ से खत्म करने में मदद करता है ।
अजवायन का तेल एक अर्क है जिसे आप ऑनलाइन या जीएनसी जैसी दुकानों पर खरीद सकते हैं। अगर आप अजवायन के तेल को नारियल के तेल में मिला कर दिन में तीन बार दाद पर लगाएगे तो आपको जल्गी दाद से मुक्ती मिल जाएगी ।
लेमनग्रास तेल या चाय है लाभकारी
लेमनग्रास ऑयल एक्सट्रैक्ट, और कुछ हद तक लेमनग्रास चाय, दोनों में एंटीफंगल गुण होते हैं जो दाद जैसे फंगल त्वचा के संक्रमण के इलाज में मददगार हो सकते हैं। लेमनग्रास तेल का उपयोग करने के लिए, वाहक तेल के साथ लेमॉन्ग्रस तेल की कुछ बूँदें मिलाएं। इसे प्रति दिन दो बार सीधे त्वचा पर लागाए, आप सीधे दाद के लिए एक पीसा हुआ टी बैग भी लगा सकते हैं।
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मुलेठी है दाद के उपचार में रामबाण उपाय
मुलेठी दाद एंव खुलजी के इलाज में रामबाण उपाय है क्योकि मुलेठी में रोगाणुरोधी गुण होते है इसके अलावा कई रीसर्चों में पता चला है की मुलेठी को दाद के इलाज में इस्तेमाल करने से खुजली से जल्दी राहत मिलती है ।
मुलेठी का इस्तेमाल करने के लिए 8 चम्मच मुलेठी के पाऊडर को एक कप पानी के साथ ऊबालें, जब पानी ज्यादा गर्म हो जाए तो आग को धीमा कर दें और इसे तब तक ऊबाले जब तक की वो एक मिक्सचर पेस्ट में ना बदल जाए । पेस्ट में बदल जाने के बाद इसे ठण्डा होने के लिए छोड़ दें | इसके बाद उस पेस्ट को उस जगह इस्तेमाल करें जहाँ आपको दाद या खजली है । जल्दी असर देखने के लिए कम से कम दिन में दो बार इस पेस्ट का इस्तेमाल जरूर करें ।
लहसुन का उपयोग है लाभकारी
लहसुन दाद खत्म करने का सबसे अच्छा घरेलू उपाय है । ये दाद पर लगाने से थोडा जलन जरूर देता है लेकिन खुजली खत्म करने में बहुत प्रभावी है लहसुन की स्लाइस को या घिसकर दाद वाली जगह लगाने से जल्दी आराम मिलता है ।
अंगूर के बीज हो सकते हैं मददगार
कुछ अध्ययन इस बात की ओर इशारा करते हैं की अगूर के बीज का अर्क या पाऊडर फंगल संक्रमण का इलाज कर सकता है। दाद का इलाज करने के लिए, अंगूर के बीज के अर्क की 1 बूंद को एक चम्मच पानी के साथ मिलाकर त्वचा पर रोजाना दो बार लगाने से दाद से छुटकारा पाने में मदद मिलती है ।
दाद और खुजली की दवा ( Khujli ki dawa )
यहाँ पर हम आपको दाद या खुजली की दवा ( Khujli ki dawa ) के बारे में बता रहे हैं जिनके उपयोग से आपको अपने दाद से छुटकारा मिल जाएगा लेकिन इन दवाओं के उपयोग से पहले अपने डॉक्टर से सलाह-मशवराह जरूर ले लें कही ऐसा ना हो की आपको बाद में कोई Side effects झेलने पड़ें
इन दवाओं को आप Online amazon से खरीद सकते हैं या फिर अपने आस-पास किसी दवाई की दुकान से खरीद सकते हैं ।
डर्मीफोर्ड क्रीम ( Dermiford cream )
ये दाद को ढ़ीक करने की बहुत ही अच्छी क्रीम है जिसके इस्तेमाल से आपको काफी फायदा मिलेगा । इस क्रीम को लगातार कुछ दिनों तक लगाने से दाद का लालपन कम होने लगता है और वो धीरे-धीरे खत्म हो जाता है लेकिन ध्यान रहे की आपको लगातार इस दवा का इस्तेमाल करना है ।
जालिम लोशन
ज़ालिम लोशन को दाद को मिटाने के लिए जाना जाता है । ये एक लोशन है जो आपको दाद, खाज, खुजली से मुक्ति दिला सकता है । इसको दाद वाली जगह पर लगाने पर ये तेज चैढ़ती है और थोडी जलन होती है लेकिन ये आपके दाद को भी जड़ से खत्म कर देगा । इसका इस्तेमाल करने के लिए रूई की गोली बना कर उसे जालिम लोशन में भिगोए और दाद पर लगाए
रिंग गार्ड ( Ring guard )
आपने अक्सर टीवी पर रिंग गार्ड का एड देखा होगा क्योकि ये दाद और खुजली खत्म करने के लिए बहुत मशहूर है इसको लगाने वाले ज्यादातर लोग सकारात्मक परिणामों के बारे में बताते हैं ।
बी-टेक्स मरहम
बी-टेक्स दाद से छुटकारा पाने का काफी असरदार मरहम है । क्योकि ये एक कीटाणुनाशक, जीवाणुनाशक, गूदेदार, एंटीसेप्टिक, एनेस्थेटिक और एंटी प्रुरिटिक का एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक मिश्रण है जिसके इस्तेमाल से दाद खत्म होता है ।
दाद से बचाब के जरूरी उपाय
यहाँ हम दाद से बचने के कुछ जरूरी उपायों के बारे में बता रहें ताकि आप खुदको दाद से संक्रमित होने से रोक सकें या अपने आस-पास के लोगों को संक्रमित होने से बचा सकें
•ऐसे जूते पहनिये जिनसे थोडी हवा Pass हो सके और हो सके तो बीच-बीच में पैरों को थोडी हवा भी लगने दें
•नंगें पैर किसी भी सर्वाजिनक जगहो पर ना जाए
•Swaming pool में नहाने से बचें क्योकि हो सकता है की वहा कोई ऐसा व्यक्ति नहा रहा हो जिसे पहले से ही दाद की समस्या हो ।
•अपने नाखूनों को छोटा और साफ रखिये
• अपने मोजों और underwear को कम से कम दिन में एक बार जरूर बदलें ।
•किसी ऐसे व्यक्ति से अपने कपडे, तौलिया या दूसरी पहनने और ओठने की चीजें शेयर ना करें जिसे दाद या खुजली हो
•अपने पालतू जानवरों के साथ खेलने के बाद हाथों को अच्छी तरह धोईये, अगर आपके पालतू जानवर को किसी प्रकार का दाद या खुजली है तो उसका जल्द से जल्द ईलाज कराए या उसे बेच दें क्योकि जानवरों से इंसानों में भी दाद फैल सकता है ।
•यदि आप कोई खिलाड़ी हैं तो आपको खुदका ज्यादा ख्याल रखना चाहिए क्योकि अक्सर खेल के दौरान दूसरे व्यक्ति से शारीरिक सम्पर्क हो जाता है । अपने हैल्मेट, दस्ताने और यूनिफॉर्म को दूसरे खिलाडियों को देने से बचें और ना ही उनका कोई समान इस्तेमाल करें ।
So friends इस आर्टिकल में हमने आपको खुलजी की दवा ( Khujli ki dawa / daad ki dawa ) के बारे में विस्तार से जानकारी दी साथ ही दाद, खाज, खुजली के कारण, लक्षण, बचाव और दाद को खत्म करने के उपया बताए हैं हम उम्मीद करते हैं की ये लेख आपको पसंद आया होगा ।
तो दोस्तों मिलते हैं अगले लेख में तब तक के लिए बेस्ट ऑफ लक And stay healthy