आज हर किसी को दमदार सेहत चाहिए । लोग अपनी बॉडी को डेवलप करना चहाते है अपनी लम्बाई ( Height ) बढ़ाना चहाते है और हमेशा रोग मुक्त रहना चहाते हैं । लेकिन आज की मॉर्डन सोसाइटी ने सेहतमंद रहना इतना मुश्किल बना दिया जितना पहले कभी नही था । हमे स्वाद और सेहत के नाम पर जंक फूड, कैमिल्स से भरे उत्पाद और फैट से भरपूर कचरा परोसा जा रहा है और इस सबकी वजह लोगो की मानसिकता तथा हमारे समाज में फैले भ्रम Sehat kaise banaye .
लोग उसे स्वस्थ मानते है जो दो-चार आदमीयों को आराम से दवा ले और फुटबॉल जैसा पेट रखे और बैल जैसा शरीर । लेकिन इल तरह की सेहत मोटापे जितनी ही बद्दतर है बल्कि मोटापे से भी बद्दतर है ।
अगर हम डॉक्टरों और मेडिकल साइंस की माने तो मोटापा ही सभी बिमारीयों की जड़ है । मोटापे का शिकार आदमी बिमारीयों का घर बन जाता है, उसमें ऊर्जा की कमी रहती है और ऐसे लोग लम्बा नही जी पाते । फिर ऐसे लोग ही पूछते फिरते हैं की
Sehat kaise banaye
इसलिए हमारी नजर में वो ही व्यक्ति स्वस्थ यानी Healthy है जो दुबला पतला ना हो लेकिन हद से ज्यादा मोटा भी ना हो, जिसमें भरपूर ऊर्जा भरी हो, जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता ( Immunity ) मजबूत हो, जिसका स्टैमिना ( Stamina ) और ऊर्जा का लेवल हाई हो, और जो मानसिक रूप से भी बिल्कुल स्वास्थ हो ।
तो आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए की फॉटबॉल जैसा पेट लेकर डोलने वाले लोग स्वस्थ नही कहलाते है अगर ऐसे व्यक्तियो से 100 कदम चलने के लिए भी कहा जाए तो वो थक कर गिर पडते है और अक्सर भयंकर बिमारीयां भी ऐसे ही लोगो को अपना ही शिकार बनाती है ।
इसलिए अगर आपका वजन कम है तो उसे जरूर बढ़ाईये, इतना वजन बढाईये की आप आकर्षक और सेहतमंद लगें, लेकिन इतना वजन ना बढ़ाएं की आप चलता फिरता चर्बी का थैला मालूम पडे ।
देखिये मैं मोटे लोगो का मजाक नही बना रहा हूँ, और ना ही किसी के शारीरिक आकार की अलोचना कर रहा हू । मेरे कढ़ोर शब्द बोलने का मकसद है की आप लोग अपना Extra fat कम करें अगर आप ज्यादा मोटे हैं और अपना वजन बढ़ाए यदि आप दुबले पतलें है ।
तो अब आपको समझ आ गया होगा की सेहतमंद व्यक्ति कौन होता है । तो चलिए जानते हैं Sehat kaise banaye, How to be healthy in hindi, सेहत कैसे बनाये घरेलू उपाय,
सेहत कैसे बनाए ( Sehat kaise banaye )

तो चलिए अब कुछ तरीकों के बारे में जानते है जिसके द्वारा आप आसानी से अपनी सेहत बना सकते हैं और मानसिक तथा शारीरिक रूप से स्वस्थ बन सकते हैं । कुछ लोग अच्छी सेहत बनाने के लिए सेहत बनाने की दवा ( Sehat banane ki dawa ) का इस्तेमाल करते हैं लेकिन अगर आप यहा दिये गए उपाय Follow करते हैं तो आपकी किसी भी दवा के सेवन की जरूरत नही है ।
सभी बुरे नशे छोड़े
जितना हमारी बुरी आदतें और लाइफस्टाइल हमारी सेहत को नुकसान पहुचाती है उतना शायद और कोई नही पहुचा सकता । लोग अक्सर तनाव से बचने के लिए नशे के आदी हो जाते हैं जिससे उन्हे थोडे समय के लिए तनाव से छुटकारा मिल जाता है लेकिन ये इनकी शारीरिक सेहत के साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी भारी नुकसान पहुचाता है ।
लगातार नशे करते रहने से कैंसर जैसी घातरनाक बिमारीयों का भी खतरा रहता है इसलिए अगर आप एक सेहत भारी और लम्बी जिंदगी जीना चहाते है तो आज ही सभी प्रकार के नशे जैसे- सिगरेट, शराब, खैनी, खुटगा, पान मसाला, चरस और ड्रग्स को अपनी लाइफ से बाय-बाय कर दिजिए
अपनी आधी प्लेट को गैर-स्टार्च वाली सब्जियों से भरे
सब्जियों को मुख्यतौर पर स्टार्च और गैर-स्टार्च वाली सब्जियो में बाटा जा सकता है । स्टार्च वाली सब्जियों में कार्बोहाइड्रेट और कैलोरीस ज्यादा होती है । जबकि गैर स्टार्च वाली सब्जियों में कार्बोहाइड्रेट और कैलोरीस तो कम होती हैं लेकिन पौषक तत्व, फाइवर और पानी अधिक होता है । अगर आप वजन बढ़ाना चहाते हैं तो स्टार्च वाली सब्जियां खाए तथा अगर वजन घटाना चहाते हैं तो गैर-स्टार्च वाली सब्जियां खाए |
स्टार्च वाली सब्जियों में आलू, मक्का और नेवी बीन्स आती हैं । गैर स्टार्च वाली सब्जियों में पालक, गहरे हरे पत्ते वाली सब्जियां, गाजर, ब्रोकली और फूलगोभी आते हैं ।
अगर आप अपनी खाने की प्लेट को आधा गैर-स्टार्च वाली सब्जियों से भरते हैं तो इससे आपको पौषक तत्व, फाइवर और जल मिलेगा जिससे आप सेहतमंद रहेगे ।
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रीफाइंड कार्बोहाइड्रेट ( Refined carbs ) ना खाए
रीफाइंड कार्बोहाइड्रेट ( Refined Carbs ) को सिम्पल कार्बोहाइड्रेट के नाम से भी जाना जाता है । इन्हे बुरी तरह संसाधित किया जाता है जिसके कारण इनमे नाम मात्र के लिए भी पौषक तत्व और फाइबर नही होता । इसका मतलब है की ये की खार्द पदार्द बिना किसी पोषण के शरीर में Unhealthy चर्बी ( Fat ) को बढ़ाते हैं जिसके कारण Unhealthy weight gain होता है ।
रीफाइंड कार्बोहाइड्रेट में सफेद आटा, सफेद ब्रेड, और सफेद चावल जैसे खाद पदार्थ आते हैं ।
इसमें कोई शक की नही है की ज्यादा रीफाइंड कार्बोहाइड्रेट वाले खाद पर्दाथ का सेवन करने से कई घातक बिमारीयों जैसे- दिल से जुडी बिमारीयां और टाइप 2 माधुमेह होने का खतरा रहता है ।
इसलिए असंसाधित कार्बोहाड्रेट वाले खाद पदार्थ जैसे- भूरे गेंहू का आटा और भूरे चावल खाए जोकि मिनर्ल, विटामिन्स, फाइवर और पौषक तत्वों से भरपूर होते है तथा स्वाद में भी काफी अच्छे होते हैं ।
अलग-अलग रंगों के फल खाइये
अलग-अलग रंगो के फल खाना हमारे स्वास्थ के लिए बहुक लाभदायक रहता है । क्योकि इनमें विटामिन्स और minerals भरे होते हैं जो स्वस्थ जरूरी रहने के लिए बहुत जरूरी होते हैं । इसके अलावा इनमें काफी मात्रा में फाइवर और जल भी होता है जो आपको अन्य स्वास्थ्य से जुडे फायदे पहुचाते हैं ।
सबसे अहम तथ्य है की फलों में बडी मात्रा में पॉलीफेनोल ( polyphenols ) पाया जाता है जिसके कारण फलों से हमें स्वास्थ्य लाभ मिलता है ।
ये सभी गुण मिल कर शरीर में एंटी-ऑक्सीडेंट की तरह काम करते हैं जो हमें शरीर में सूजन आनें, दिल की बिमारीयों, माधुमेह और जल्दी मौत होने से बचाते है । तो अगर आप प्रतिदिन कुछ फलों जैसे- सेब, केला, संतरा और अंगूर का सेवन करेगे तो ये आपको स्वस्थ रखेगे और बिमारीयों से भी बचाएगे ।
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वसायुक्त मछली खाए
सैल्मन जैसी वसायुक्त मछली दुनिया में सबसे अधिक पौष्टिक खाद्य पदार्थों में से एक है । ये ओमेगा-3 ( omega-3 ) वसायुक्त एसिड का बहुत बढ़िया स्त्रोत होती है । ओमेगा-3 वसायुक्त एसिड ( omega-3 fatty acids ) एक प्रकार का जरूरी फैट होता है जो आप केवल अच्छी डाइट से ही प्राप्त कर सकतेे हैं । ओमेगा-3 इतना जरूरी होने के बाद भी बहुत कम लोग इसे लेते हैं ।
कई रीसर्चों में पता चला है की जो लोग ज्यादा मात्रा मे ओमेगा-3 लेते हैं उनका दिल से जुडी बिमारीयो, और शारीरिक सूजन का खतरा कम रहता है और उनका मानसिक स्वास्थ ( mental health ) भी अच्छा रहता है ।
इसके अलावा वसायुक्त मछली विटामिन-बी ( vitamin B ) का एक अच्छा स्त्रोत है । विटामिन बी ऊर्जा बढ़ाता है, DNA की मरम्मत करता है मानसिक स्वास्थ को अच्छा रखता है, और नर्वस फक्शंन को स्वस्थ रखता है । इसलिए आपको एक हफ्ते में कम से कम दो वसायुक्त मछलियां जरूर खानी चाहिए
ग्रीन टी पिजिए
ग्रीन टी ( Grean tea ) सबसे अच्छा पीये पदार्थ है जो आप स्वस्थ रहने के लिए पी सकतेे हैं । ग्रीन टी में बहुत कम कैलोरीस होती है और ये पौषक तत्वों तथा एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होती है । ग्रीन टी मुक्त कणों से लडने में भी मदद करती है ।
कई अध्ययनों में पता चला है की जो लोग ज्यादा ग्रीन टी पीते हैं वो लम्बा जीते हैं और उनका दिल से जुडी बिमारीयो और टाइप 2 माधुमेह होने का खतरा भी कम रहता है । ग्रीन टी में एपिगैलोकैटेचिन गैलेट (ईजीसीजी) और कैफीन भी होता है जो चयापचय ( metabolism ) को बढ़ाता है जिससे वजन घटता है ।
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प्रतिदिन व्यायाम करें: Do exercise
चुस्त, फुर्तीला, ताकतवर और सेहतमंद शरीर पाने के लिए आपको डेली व्यायाम ( Exercise ) करनी चाहिए क्योकि Exercise करने से शरीर में शुगर और इंसुलिन का लेवल ढ़ीक रहता है, मानसिस स्वास्थ्य अच्छा रहता है, दिल से जुडी बिमारीयों का घतरा कम रहता है, मसल्स डेवसप होती है और पाचन तंत्र भी ढीक रहता है यानी व्यायाम आपकी Overall health के लिए बहुत फायदेमंद रहता है ।
वैसे तो आपको जिम में जाकर अच्छे से व्यायाम करना चाहिए लेकिन अगर किसी कारण से आप जिम जॉइन ना कर पाए तो डेली कोई Sport Game जैसे- क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस और बस्कीटबॉल खेले, अगर आप कोई Sport game भी नही खेल सकते तो तैराकी करिये या जॉगिंग करिये ।
प्रतिदिन योगा करें: Do yoga
केवल बहार से ही शक्तिशाली दिखना काफी नही है । सही मायनों वही व्यक्ति सेहतमंद है जो अन्दर से भी मजबूत हो, अापने भी कई ऐसे व्यक्तियों को देखा होंगा जो दिखने में तो बहुत दुबले-पतले होते है लेकिन बडे-बडे ऐसे काम कर दिखाते हैं जो मोटे लोगो केे लिए भी मुश्किल होते हैं । वो अन्दर से स्वास्थ होेते है
आप अपनी अंदरूनी शक्ति और सेहत को योग के द्वारा बढ़ा सकते हैं । डेली योग करने से मूड अच्छा रहता है, शरीर लचीला बनता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता ( immune system ) मजबूत होती है, एकाग्रता बढ़ती है, तनाव कम होता है और चयापचय भी स्वास्थ रहता है । इसके अलावा कुछ खास प्रकार के योगा जैसे- शीर्षासन और स्वार्गासन करने से मानसिक स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है ।
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मेडिटेशन करें: Do meditation
जैसा की मेने पहले कहा पुरी तरह से स्वास्थ और सेहतमंद वही व्यक्ति है जो दिमागी रूप से ही मजबूत हो, अक्सर, तनाव, चिंता, और टैंशन से हमारा मानसिक स्वास्थ खराब हो जाता है जिसके कारण हमारा शारीरिक स्वास्थ भी खराब होने लगता है ।
अपने मानसिक स्वास्थ को अच्छा रखने के लिए आप मेडिटेशन ( Meditation ) कर सकते है । मेडिटेशन करने से तनाव कम होता है इच्छाशक्ति बढ़ती है और पूरा मानसिक स्वास्थ ( Mental health ) बेहतर होती है ।
ज्यादा पानी पिजिए: Drink More water
आपने अक्सर सुना होगा की “जल ही जीवन है” जो 100 प्रतिशत सच है । पानी ना केवल हमारी शारीरिक स्वास्थ के लिए जरूरी है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बेहद जरूरी है । अगर आप कम पानी पिएगे तो इसका नकारात्मक असर आपके पुरे स्वास्थ्य पर दिखेगा । इसलिए आपको ज्यादा पानी पीना चाहिए |
ज्यादा पानी पीने से शरीर में जोडों की चिकनाई बढ़ती है, मुँह में सलाइवा का उत्पादन ज्यादा होता है,
त्वाचा और चेहरा स्वस्थ रहता है, शरीर का तापमान नियंत्रण में रहता है, ब्लड प्रेशर ( blood pressure ) काबू में रहता है और शरीर की गन्दी भी बहार निकलती है ।
निष्कर्ष
अच्छी सेहत बनाने के लिए सबसे पहले सभी प्रकार के नशे छोडे और अपनी डाइट से रीफाइंड कार्बोहाइड्रेट को हटा दें क्योकि इनमें पौषक तत्व नही होते । अलग-अलग रंगो के फल खानें से शरीर को सभी सभी प्रकार के पौषक तत्व मिलते है तथा वसायुक्त मछली खाने से ओमेगा-3 मिलता है इसलिए इन दोनो खाद पदार्थों का सेवन करें ।
डेली ग्रीन टी पिजिए क्योकि इसमे कम कैलोरी होती है जबति ज्यादा पौषक तत्व होते है । प्रतिदिन व्यायाम करें क्योकि इससे मसल्स बढ़ती है ।
रेगुलर योगा करिये और मेडिटेशन करिये क्योकि इनसे तनाव कम होगा और शरीरिक स्वास्थ के साथ मानसित स्वास्थ भी बेहतर बनेगा ।
ज्यादा मात्रा में पानी पिजिए क्योकि इससे आपकी Overall health पर सकारात्मक असर पडेगा ।
So friends हमने आपको इस आर्टिकल में विस्तार से बताया की सेहत कैसे बनाए / Sehat kaise banaye ( Health Kaise banaye ) हम आशा करते है की आपको ये लेख पसंद आया होगा । अगर आपको ये अर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों एंव रिश्तेदारों के साथ जरूर शेयर करें ।