शतावरी के फायदे, लाभ नुकसान, गुण और उपयोग

तो दोस्तों हमेशा की तरह आज फिर हम हाजिर स्वास्थ्य से सम्बन्धित एक और रोचक लेख के साथ, जिसमें हम आपको शतावरी के फायदे ( shatavari ke fayde )  से सम्बन्धित पूरी जानकारी देगे ।

हो सकता है की आपने पहले कभी इस आयुर्वेदिक औषधि का नाम ना सुना हो मगर आपको इसके उपयोद एंव फायदों के बारे में जरूर जानना चाहिए क्योकि शतावरी के सही उपयोग से आपके स्वास्थ्य में एक नई जान आएगी ।

बाकि जड़ी-बुटीयों की तरह शतावरी के लाभ भी बहुत है इस औषधि का इस्तेमाल आयुर्वेद में सौकडों सालें से होता आया है । जो लोग शतावरी के बारे में थोडी भी जानकारी रखते हैं उन्हे पता होगा की शतावरी यौन शक्ति बढ़ाने में कितनी असरदार होती है

मगर इसके अलावा भी शतावर के फायदे ( Shatavar ke fayde ) अनेक होते हैं । तो चलिए आपका ज्यादा समय ना लेते हुए आर्टिकल को शुरू करते हैं मगर इससे पहले हम आपको शतावरी खाने के फायदे बताएं आइये जान लेते हैं की शतावरी क्या है? ( What is Asparagus in Hindi )

शतावरी क्या है ( What is Asparagus / shatavari in Hindi )

 

shatavari ke fayde
shatavari ke fayde

शतावरी एक झाडीय पौधा होता है जिसका इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है । 1 से 2 मीटर तक लंबी शतावरी भारत, श्रीलंका और नेपाल में पाई जाती है । शतावरी के फायदे गर्वभवती महिलाओं से लेकर पुरूषो की यौन शक्ति बढ़ाने तक में किया जाता है ।

शतावरी लिली परिवार से सम्बन्ध रखती है । शतावर का वैज्ञानिक नाम एस्पेरेगस रेसिमोसस (Asparagus racemosus) है । इसकी जड़े भूरे रंग की होती हैं जिनके ऊपर भूरे रंग की छाल होती है छाल के नीचे पाई जाने वाली जडे़ एकदम सफेद होती हैं ।

शतावरी कई देशों में ऊगाई जाती है और इसकी दुनिया भर में माँग भी दिनो-दिन बढ़ती जा रही है इसलिए शतावर के कई नाम सुनने को मिल जाते हैं जैसे-

बंगाली में शतमूली, पंजाबी में बोजान्दन ( Bozandan ), मलयालम में शतावरि, गुजराती में एकलकान्ता ( Ekalkanta ), मराठी में अश्वेल, अरबी में शकाकुल (Shaqaqul), तमिल में किलावरि, ऊर्दू में सतावरा, नेपाली में कुरीलो (Kurilo), अंग्रेंजी में वाईल्ड एस्पैरागस, और संस्कृत में महाशीता शतावरी, काञ्चनकारिणी पीवरी, शतमूली, सूक्ष्मपत्रिका, शतपदी, तथा नारायणी कहते हैं ।

शतावरी के प्रकार ( Types of Shatavari / Asparagus in Hindi )

इससे पहले हम आपको शतावरी के फायदे बताए आइये जान लेते हैं की शतावरी कितने प्रकार का होता है और उपयोग करने के लिए कौनसी शतावरी बेस्ट है ।

अगर हम रंगो की बात करों तो तीन प्रकार की बैंगनी, सफेद और हरी शतावरी होती है ।

हिन्दुस्तान में आमतौर पर हरी शतावरी देखनो को ही मिलती है इसके अलावा ये काफी प्रसिध्द भी है इसका हरा रंग सूरज की तेज किरणों के कारण होता है ।

दूसरी रंग की शतावरी सफेद होती है वैसे सफेद और हरी शतावरी एक ही प्रकार की होती है मगर इनमे थोड़ा फर्क होता है इसलिए इनको अलग-अलग नामों से जाना जाता है । इसको सूरज की रोशनी से बचाकर ऊगाया जाता है जिसके कारण इसका रंग सफेद पड जाता है

सही और अच्छी गुणवक्ता की शतावरी कैसे चुनें?

शतावरी खरीदते समय आपको निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना चाहिए:-

* सबसे पहले जाँच कर लें की जिस शतावरी को आप ले रहे हैं वो मुरझाई हुई ना हो

* शतावरी को खरीदने से पहले एक बार उसके हरे रंग को जरूर चेक कर लें, अच्छी क्वालिटी की शतावरी का रंग नेचुरली हरा होता है ।

* शतावरी को लेने से पहसे एक बार उसको सूघं लें, कई बार दुकानदार ग्राहकों को चूना लगाने के लिए कैमिलों का छिठकाव कर के कृत्रिम शतावरी की गंध को पैदा करते हैं ।

तो चलिए अब जानते है की शतावर के फायदे ( shatavari ke fayde in hindi ) क्या है?

शतावरी खाने के फायदे / Shatavari ke fayde

शतावरी फोलेट से भरपूर होती है, जिसे लोग विटामिन बी -9 के नाम से भी में जानते है। यह पोषक तत्व कोशिकाओं के विकास में एक जरूरी रोल निभाता है।

फोलेट एक बहुत ही जरूरी तत्व है जोकि शारीरिक विकास में काम आता है । इसकी सबसे अधिक अवाश्यकता शैशवावस्था, गर्भावधि और किशोरावस्था के दौरान होती है ।

शतावरी में पाए जाने वाले फोलिक एसिड को गर्भावस्था में लेने से महिलाओं को काफी फायदे होते हैं इसके अलावा ये बढ़ते भ्रूण को न्यूरल ट्यूब जैसी असामान्यता से भी बचाता है।

इसके साथ ही, जो लोगों अपनी दैनिक डाइट से जरूरी फोलेट नहीं ले पाते, वो फोलेट की कमी के कारण कमजोरी और थकान महसूस करने लगते हैं।

इसलिए हर व्यक्ति कौ शतावरी का सेवन करना चाहिए क्योकि इसको प्रतिदिन केवल134 ग्राम लेने से ही दैनिक जरूरत का लगभग 17% फोलेट मिल जाता है ।

तो अब शतावरी के अन्य फायदे जानते हैं ।

तनाव को कम करती है शतावरी ( Asparagus benefits for depression in Hindi )

शतावरी तनाव और स्ट्रेस से ऊबरने में काफी मददगार साबित हो सकती है । 2008 में प्रकाशित हुए एक वैज्ञानिक लेख के अनुसार शतावरी में पाया जाने वाला फोलेट ( Folate ) तनाव होने के खतरे को भी कम करता है ।

शतावरी शरीर में अधिक मात्रा में होमोसिस्टीन को बनने से रोकता है। होमोसिस्टीन एक अमीनो एसिड होता है जो मस्तिष्क तक रक्त और पोषक तत्वों को पहुचने से अवरुद्ध कर सकता है । जिससे तनाव होने लगता है ।

अगर बहुत अधिक मात्रा होमोसिस्टीन शरीर में मौजूद हो, तो यह अच्छा महसूस कराने वाले हार्मोनों जैसे- सेरोटोनिन, डोपामाइन और नॉरपेनेफ्रिन के उत्पादन में भी हस्तक्षेप कर सकता है। ये हार्मोन मूड, नींद और भूख को नियंत्रित करते हैं।

तो जब होमोसिस्टीन कम होता है तो दूसरे अच्छे हार्मोन का अधिक मात्रा में उत्पादन होता है जिससे मूड अच्छा रहने लगता है और व्यक्ति के तनावग्रस्त होने के चांस बहुत कम हो जाते हैं ।

स्ट्रोक के खतरे को कम करती है शतावरी ( Asparagus benefits for Stroke in hindi )

डाइटरी सप्लीमेंट्स (ODS) के कार्यालय द्वारा की गई एक स्टाडी के मुताबिक, शतावरी होमोसिस्टीन के स्तर को प्रबंधित करने में कारगर है इसलिए ये स्ट्रोक के खतरे को कर सकती है।

इसके अलावा कई दूसरे अध्ययन भी हुए जिनमे लोगो नें फोलेट सप्लीमेंट ( Folate Supplement ) लिया और इनको स्ट्रोक होने का खतरा काफी हद तक कम हुआ । फोलेट के डाइटरी सप्लीमेंट लेने के भी कई फायदे होते है ।

ब्लड प्रेशर को काबू करने में मदद करती है शतावरी ( Asparagus benefits for Blood Pressure in hindi )

हाई ब्लड प्रेशर दुनिया में सबसे बडी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है एक अनुमान के मुताबिक इससे दुनियाभर में 1.3 बिलियन लोग प्रभावित हैं ।

हाई ब्लड प्रैशर का सबसे बडा नुकसान ये है की इससे दिल की बिमारीयां और स्ट्रोक होने का खतरा बढ़ जाता है।

कई वैज्ञानिक रीसर्चें के अनुसार ब्लड प्रेशर कम करने का सबसे अच्छा तरीका है की पौटेशियम को अधिक लिया जाए और नमक का कम सेवन करा जाए ।

पोटेशियम दो तरीकों से रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है । पहला की ये रक्त वाहिकाओं की दीवारों को आराम देता और दूसरा की इससे मूत्र के माध्यम से अतिरिक्त नमक बाहर निकल जाता है ।

इसलिए हाई ब्लड प्रेशर से परेशान लोगो को शतावरी का सेवन जरूर करना चाहिए क्योकि पोटेशियम का एक अच्छा स्त्रोत है केवल आधा कप शतावर का सेवन करने से आपकी पौटेशिम की 6% अवशयक्ता पुरी हो जाती है ।

कई शोधों से पता चलता है कि शतावरी में अन्य रक्तचाप कम करने वाले गुण भी होते हैं।

एक अध्ययन में उच्च रक्तचाप वाले चूहों को 5% शतावरी शामिल डाइट दी ओर कुछ चूहों को बिना शतावरी वाली डाइट दी ।

10 हफ्तो के बाद उन चूहों को ब्लड प्रेशर 17% तक कम था जिनके आहार में 5% शतावरी शामिल थी ।

शोधकर्ताओं का मानना ​​था कि यह प्रभाव शतावरी में एक सक्रिय यौगिक के कारण होता है जो रक्त वाहिकाओं को dilate कर देता है।

खैर अभी भी कई अध्ययन होना बाकि है जिनसे ये पता चल सके की इंसानो पर भी शतावरी के यही प्रभाव हैं या नही । लेकिन फिर भी शतावरी जैसे खाद पदार्थों का सेवन करने से बल्ड प्रेशर नियंत्रित होता है ।

 

पाचन शक्ति को बढ़ाती है शतावरी ( asparagus benefits for Digestive in hindi )

शतावरी पाचन शक्ति बढ़ाने में भी लाभकारी है क्योकि इसमें फाइबर होता है जो पाचन शक्ति बढ़ाता है और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है । केवल आधे कप शतावर में में ही 1.8 ग्राम फाइबर होता है जोकि हमारे फाइबर की दैनिक जरूरत का 7 प्रतिशत है ।

अध्ययन बताते हैं की हाई फाइबर डाइट लेने से हाई ब्लड प्रेशर, दिल की बिमारीयों तथा मधुमेह का खतरा काफी कम हो जाता है ।

शतावरी में खास तौर से अघुलनशील फाइबर होता है जो मल में बल्क एड करता है जिससे कब्ज की समस्या दूर होती है ।

शतावरी में थोडी मात्रा में घुलनशील फाइबर भी होता है जो पाचन तंत्र की आँतो में जैल जैसे पदार्थ का निर्माण करता है जिससे पाचन तंत्र में अच्छे बैक्टैरिया जैसे Bifidobacteria और लैक्टोबैसिलस की संख्या बढ़ती जो पाचन शक्ति बढ़ाने में मदद करते हैं ।

ये बैक्टेरिया बहुत लाभकारी होते हैं जिनसे रोग प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है और विटामिन बी 12 और K2 जैसे आवश्यक पोषक तत्वों का उत्पादन भी होता है ।

शतावरी का सेवन करने से फाइबर की दैनिक जरूरत पुरी करने में मदद मिलती है जोकि पाचन शक्ति बढ़ाने मे अहम भूमिका निभाता है ।

शतावरी वजन घटाने में मदद करती है ( asparagus benefits for Lose Weight in hindi )

फिलहाल अभी तक कोई स्टाडी ये साबित नही कर पाई है की शतावरी से वजन घटता है मगर इसमें कई ऐसे गुण मौजूद हैं जो वजन घटाने ( Weight Lose ) में मदद करते हैं जैसे- इसमें बहुक कम मात्रा में कैलोरीस होती है केवल आधे कम शतावरी में 20 कैलोरीस होती है ।

यानी ज्यादा शतावरी खाने पर भी शरीर को अधिक कैलोरीस नही होती, इसके अलावा शतावरी में 94% पानी होता है जोकि Weight loss को बढ़ाता है ।

कुछ स्टाडी बताती हैं की पानी से भरपूर खाद पदार्थों से मौटापा कम करने में मदद मिलती है ।

शतावरी में अच्छी मात्रा में फाइबर भी होता है जोकि मोटापा घटाना में मददगार है ।

वैसे शतावरी में वजन घटाने वाले गुण है लेकिन ये शरीर को ताकत, और शक्ति भी देता है । क्योकि ये एक पौष्टिक खाद पदार्थ भी जिसमे विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन K,पोटैशियम, फ़ास्फ़रोस और विटामिन ई जैसे पोषक तत्व होते है ।

गर्भवती महिलाओं के लिए शतावरी के फायदे ( shatavari churna benefits for female in hindi )

शतावरी विटामिन बी-9 का बहुत ही अच्छा स्त्रोत है जिसके केवल एक कप से ही गर्भवती महिलाओ के विटामिन बी-9 की 22% जरूरत पूरी हो जाती है ।

विटामिन बी-9 गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत ही जरूरी पौषक तत्व है जोकि लाल रक्त कोशिकाओ और DNA के विकास में मदद करता है विटामिन बी-9 को गर्भवस्था के शुरूआती दौर में लेना और भी जरूरी होता है ताकि बच्चे का सही तरीके से विकास हो पाए ।

पूर्व-गर्भावस्था और प्रारंभिक गर्भावस्था के दौरान पर्याप्त विटामिन बी-9 लेना बेहद जरूरी होता है इसलिए गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर विटामिन बी-9 के सप्लीमेंट देता है ताकि उनकी विटामिन बी-9 की जरूरत पूरी हो सके ।

इसके अलावा शतावरी गर्भवस्था से जुडी कई समस्याओं से बच्चे और माँ को भी बचाती है ।

शतावरी है एंटी-ऑक्सीडेंट का अच्छा स्त्रोत ( Shatavari is good source of Antioxidants in hindi )

एंटीऑक्सिडेंट एक प्रकार के यौगिक होते हैं जो आपकी कोशिकाओं को मुक्त कणों और ऑक्सीडेटिव तनाव के हानिकारक प्रभावों से बचाने में मदद करते हैं।

ऑक्सीडेटिव तनाव उम्र बढ़ने, पुरानी सूजन और कैंसर सहित कई घतरनाक स्वास्थ्य समस्या करने में योगदान देता है ।

अन्य हरी सब्जियों की तरह शतावरी, एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर है। इनमें विटामिन ई, विटामिन सी और ग्लूटाथियोन के साथ-साथ विभिन्न फ्लेवोनोइड्स और पॉलीफेनोल भी शामिल हैं

शतावरी में विशेष रूप से फ्लेवोनोइड्स क्वेरसेटिन, आइसोरामनेटिन और केम्पफेरोल अधिक होता है

इंसानों और जानवरों पर हुई कई टेस्ट-ट्यूब स्टाडीयों के अनुसार शतावरी में पाए जाने वाले इन तत्वों में सुजनरोधी, एंटी-वायरल, एंटी-कैंसर, और बल्ड प्रेशर कम करने वाले गुण होते हैं ।

बैंगनी शतावरी में एंथोसायनिन नामक शक्तिशाली वर्णक होते हैं, जो सब्जी को अपना जीवंत रंग देते हैं और शरीर में एंटीऑक्सिडेंट के प्रभाव डालते हैं

शतावरी में पाए जाने वाले एंथोसायनिन का सेवन रक्तचाप और दिल के दौरे और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में काफी फायदेमंद है । ।

तो इसलिए शतावरी का सेवन करिये इसमें पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट और पौषक तत्व आपको स्वास्थ्य का पुरी तरह से कयाकल्प कर देगे ।

कैंसर का खतरा कम करती है शतावरी ( Shatavari benefits for cancer in hindi )

शरीर में मुक्त कणों के उच्च स्तर से कोशिका को नुकसान हो सकता है जिसके परिणामस्वरूप कैंसर हो सकता है। शतावरी एंटीऑक्सिडेंट की एक श्रृंखला प्रदान करती है जो शरीर को इन अवांछित पदार्थों को खत्म करने में मदद कर सकती है।

Ods के अनुसार वैज्ञानिकों ने पाया है की फोलेट का लेवल कम होने से कई तरह के कैंसर होने का रिस्क रहता है । खैर उन्होने ये भी कहा की अभी इस बात को पुरी तरह साबित करने के लिए और खोज-बीन की अवाश्यकता है ।

लेकिन हाँ ! शतावर में पाए जाने वाले फाइबर से कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा जरूर कम होता है ये बात वैज्ञानिक रूप से भी प्रमाणित है ।

2015 में प्रकाशित जनसंख्या-आधारित स्क्रीनिंग ट्रायल के परिणामों के अनुसार, फाइबर कोलोरेक्टल कैंसर को रोकने में मदद कर सकता है। जांचकर्ताओं ने पाया कि उच्च फाइबर वाली डाइट लेने वाले लोगों में फाइबर की कम मात्रा लेने वाले लोगों की तुलना में कोलोरेक्टल कैंसर विकसित होने की संभावना काफी कम होती है ।

मधुमेह में फायदेमंद है शतावरी ( asparagus benefits for diabetes in hindi )

शतावरी मधुमेह से पीडित मरीजों के लिए भी काफी लाभदायक है क्योकि इसमें एंटी हाइपर ग्लाइसेमिक क्रिया बढ़ाने वाले गुण हैं जिससे शतावरी एक एंटीडायबीटिक की तरह काम कर के मधुमेह में राहत देने का काम करती है ।

दिल की सेहत के लिए लाभकारी शतावरी ( asparagus benefits for heart health in hindi )

शतावरी में पाए जाने वाले तत्व ना केवल शरीर को ताकत और चुस्ती देते हैं बल्कि ये दिल के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छे माने जाते हैं । शतावर में मौजूद बायोएक्टिव तत्व दिल से जुडी घतरनाक बिमारीयों से लडने में मदद करते हैं ।

रोग प्रतिरोक क्षमता को बढ़ाती है शतावरी ( asparagus benefits for Immunity in hindi )

शतावरी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी असरदार है । इसमें मौजूद विटामिंस और मिनर्ल इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं ।

हड्डियों के लिए लाभकारी शतावरी ( asparagus benefits for Bones in hindi )

शतावरी हड्डियों से जुडी कई तरह की समस्याओं जैसे- ऑस्टियोपोरोसिस से निजात दिलाता है । इसके साथ ही इससे हड्डियां मजबूत, और स्वास्थ होती है क्योकि इसमें अच्छी मात्रा में कैल्सियम होता है जोकि हड्डियों के लिए बहुत ही जरूरी पोषक तत्व है ।

दिमागी स्वास्थ्य के लिए शतावर फायदेमंद ( asparagus benefits for Brain in hindi )

शतावरी ब्रेन हैल्थ को बूस्ट करने में भी कारगर है इसमें पाए जाने वाले पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड, राइबोफ्लेविन और ओमेगा-3 दिमाग के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है । इसके अलावा शतावरी में तनावरोधी गुण भी होते हैं जो दिमागी सेहत पर सकारात्मक असर डालते हैं ।

शतावरी किन-किन रूपों में उपलब्ध ( In which forms is asparagus available in hindi )

यदि आप बाजार में थोडा खोजबीन करेगे तो आपको शतावरी कई रूपों में मिल जाएगी जैसे- पाऊडर यानी चूर्ण, शतावरी की तरह शतावरी चूर्ण के फायदे ( shatavari churna ke fayde ) भी बहुत सारे होते हैं । इसके अलावा आपको बाजार में शतावरी का जूस, शतावरी के कैप्सूल, और शतावरी की टेबलेट, भी मिल जाएगे ।

मगर शतावरी के सभी रूपों को अलग-अलग कमों के लिए इस्तेमाल किया जाता है । आप नीचे दिये गए लाल लिंको पर क्लिक कर के Amazon के विभिन्न रूपो को सस्ते दामों पर खरीद सकते हैं ।

शतावरी के नुकसान तथा इससे होने वाले दुष्प्रभाव ( Side effects of asparagus in hindi )

आमतौर पर शतावरी के कोई घातक या जानलेवा नुकसान नही होते, लेकिन अगर इस औषधि को गलत तरीके और हद से ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल किया जाए तो कुछ पीडादायक दुष्प्रभाव हो सकते हैं जैसे- पेट मैं गैस और पेशाब में अलग तरीके की गंध का आना

इसके अलावा कुछ लोगों को शतावरी से एलर्जी भी होती है । इस हालत में शतावरी का बिल्कुल इस्तेमाल नही करना चाहिए । जिन लोगो को लहसून और प्याज से एलर्जी होती है उन्हे अक्सर शतावरी से भी एलर्जी होती है ।

शतावरी से एलर्जी होने पर नाक का बहना, पित्ती, सांस लेने में परेशानी, तथा मुंह और होंठों के आसपास के हिस्सो पर सूजन का होना जैसे लक्षण दिखते हैं ।