सूजन कम करने की टेबलेट :- हर व्यक्ति कभी ना कभी सूजन का सामना जरूर करता है और ये पुरी तरह स्वाभिक भी है । सूजन कोई बिमारी नही है लेकिन ये बिमारी की और संकेत जरूर करती है ।
लोग – वाग अचानक सूजन को देख कर घबरा जाते हैं लेकिन वास्तव में सूजन कोई जान लेवा या खतरनाक समस्या नही है ।
लेकिन सूजन किसी बिमारी या गंभीर समस्या की ओर जरूर इशारा करती है जिस पर आपको जरूर ध्यान देना चाहिये ।
यदि आपको सूजन के साथ तेज प्यास लग रही है, बार बार पेशाव आ रहा है या किसी अंग में खुजली का अनुभव हो रहा है तो उसको भी ध्यान में रखें ।
साधारण सूजन उपचार कराने पर कुछ ही दिनों में खत्म हो जाती है वही अगर आपके शरीर में सूजन किसी बिमारी के कारण आई है तो आपको पहले उस रोग का इलाज करना पडेगा ।
तो दोस्तों इस लेख में हमने विस्तार से सूजन के कारण, लक्षण, उपाय और सूजन कम करने की टेबलेट के साथ ही सूजन कम करने की आयुर्वेदिक दवा के बारे में भी बताया है ।
तो दोस्तों आपका ज्यादा समय ना लेते हुए लेख को शुरू करते हैं मगर सबसे पहले जान लेते हैं की सूजन क्या है ( what is inflammation in hindi )
सूजन क्या है – what is inflammation in hindi
सूजन आमतौर पर त्वचा सम्बन्धि समस्या को माना जाता है इसमें शरीर के किसी भाग में फैलाव होने लगता है । सूजन बहारी या आतंरित दोनो तरह की हो सकती है ।
Medicaly सूजन को डॉक्टर और स्पेशिलिस्ट एडिमा ( Edema ) कहते हैं । लेकिन सूजन होती क्यो है ?
इसका सबसे मुख्य कारण किसी हिस्से में द्रव के जमा होने को माना जाता है इसके अलावा सूजन तेज दर्द या फिर जलन का Reaction भी हो सकती है ।
सूजन शरीर की बहारी त्वचा के साथ साथ शरीर के अंदर भी हो सकती है । जिस स्थान पर सूजन होती है वह ऊभरा या फूला हुआ दिखने लगता है ।
सूजन के कई कारण हो सकते हैं जैसे- कोई अदरूनी चोट, किसी कीडे का काटना या कोई गंभीर रोग ।
शरीर के अंदरूनी भागो में होने वाली सूजन का सबसे मुख्य कारण सूजन को माना जाता है ।
अगर आपको सूजन के साथ तेज दर्द है और साथ ही अचानक से वजन बढ़ने और प्यास लगने जैसे लक्षण अनुभव हो रहे हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से सम्पर्क करें
तो आइये अब अगले भाग में सूजन के कारणों के बारे में जानते हैं –
सूजन के कारण – cause of inflammation in hindi
सूजन आमतौर पर तब होती है जब कोई भौतिक कारक इम्यून रिएक्शन ( Immune Reaction ) को ट्रिगर करता है ।
जरूरी नही है की हर बार सूजन किसी संक्रमण के कारण ही हो लेकिन ज्यादातर मामलों में इंफेक्शन के कारण भी सूजन होती है ।
1. किसी पदार्थ के संपर्क में आने से जैसे की मधुमक्खी के डंक मारने से या अत्यधिक धूल में आने से
2. जब Body को किसी चोट या रोग जनकों का पता लगाती है, तब इम्यून सिस्टम कई प्रतिक्रियाओं को ट्रिगर करता है जोकि सूजन का कारण बन सकता है
3. ऊतक ( Tissues ) प्लाज्मा प्रोटीन को जमा करते हैं, जिससे शरीर में फल्यूड बनने लगता है नतीजतन सूजन होने लगती है ।
4. चोट वाली जगह तक ल्यूकोसाइट्स और प्लाज्मा
पहुचने के लिए रक्त वाहिकाएं अपना विस्तार शुरू करती है । जिससे शरीर पर सूजन ऊभरने लगती है
5. संवेदनशीलता के कारण भी सूजन हो सकती है जब शरीर को कुछ अपरिचित महसूस होता है तब अतिसंवेदनशीलता के कारण एलर्जी हो जाती है जिससे सूजन होने लगती है ।
6. निम्न-स्तर के औद्योगिक रसायन के बार – बार सम्पर्क में आने से भी सूजन उत्तेजित हो सकती है ।
7. ऑटोइम्यून विकार से इम्यून सिस्टम गलती से Normal healthy ऊतकों पर हमला कर देते है, जैसा की सोरायसिस में भी होता है ।
8. स्वप्रतिरक्षी रोग जैसे रोगों में आनुवंशिक फैक्टर Immune systum के तरीकों को प्रभावित कर सकते हैं जो आगे सूजन की वजह बन सकते हैं ।
9. लगातार तीव्र सूजन: कुछ मामलों में, व्यक्ति तीव्र सूजन से पूरी तरह से ठीक नहीं होता । जो कभी-कभी, पुरानी सूजन में तबदील हो जाती है ।
इन कारणों के अलावा भी कुछ फैक्टर्स हैं जो chronic inflammation का खतरा बडा सकते हैं जैसे –
1. अत्यधिक मोटापा
2. सेक्स हार्मानों की कमी
3. तनाव
4. खराब डाइट जिसमें पोषक तत्वों की कमी हो
5. ज्यादा स्मोकिंग
6. नींद से जुडी समस्याएं
कुछ लम्बे समय तक चलने वाली बिमारीयां भी हैं जिसे डॉक्टर और हैल्थ एक्सपर्ट सूजन से रीलेटेड मानते हैं जैसे –
1. एक्टिव हेपेटाइटिस
2. दमा
3. रूमेटाइड गठिया
4. जीर्ण पेप्टिक अल्सर
5. अल्सरेटिव कोलाइटिस
6. यक्ष्मा
7. साइनसाइटिस
8. periodontitis
9. और क्रोहन रोग
आइये अगले भाग में सूजन के प्रकार के बारे में जानते हैं ।
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सूजन के प्रकार और उनके लक्षण Types and symptoms of inflammation in hindi
सूजन होने पर कई लक्षण महसूस होते हैं जैसे –
1. सूजन वाली जगह लाल हो सकती है क्योकि प्रभावित जगह पर शरीर खून की आपूर्ति बढ़ा देता है
2. अगर सूजन किसी चोट या घटना के कारण हुई है तो प्रभावित जगह को छूने पर दर्द भी महसूस हो सकता है ।
3. सूजन के कारण आपको चलने – फिरने में भी दिक्कत हो सकती है अगर सूजन जोडो पर है
4. सूजन वाला हिस्सा ज्यादा गर्म महसूस हो सकता है क्योकि उस जगह ब्लड Flow बढ़ने से Heat बढ़ने लगती है ।
5. कभी कभी सूजन पर खूजली भी अनुभव हो सकती है
6. अच्छी और आरामदायक नींद लेने के बावजूद भी आपको थकान महसूस होगी ।
7. आपके लिम्फ नोड्स ऊभरे हुए लगेगे
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सूजन के प्रकार – Types of inflammation in hindi
1. लिंफेडिमा :- यह हाथों और पैरों पर होने वाली सूजन है ये लिम्फ नोड्स पर चोट पहुचने पर होती है
इसके अतिरिक्त ये समस्या उन टिश्यूस के क्षतिग्रस्त होने पर भी हो सकती है जो अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों को फिल्टर करने का काम करते हैं ।
2. पेरिफेरल ऐडिमा :- गुर्दे, लिम्फ नोड्स और संचार प्रणाली में समस्या होने पर पेरिफेरल ऐडिमा होने का खतरा रहता है जिससे बाजुओ, टखनों, और पैरो पर सूजन होने लगती है ।
3. पलमॉनेरी एडिमा :- यह सूजन का बहुत ही खतरनाक रूप है जिससे व्यक्ति को घुटन, साँस लेने में दिक्तत जैसी समस्याएं हो सकती हैं । इस समस्या में द्रव फेफडों की हवा की थैलियों में चला जाता है ।
पलमॉनेरी एडिमा होने पर व्यक्ति की दिल की धडकन बढ़ जाती है और कई बार खून भी आने लगता है । समस्याएं लेटने पर और भी बढ़ जाती हैं ।
4. सेरेब्रल एडिमा :- यह ब्रेन सम्बन्धित सूजन है और डॉक्टर इसको बहुत खतरनाक भी मानते हैं इस स्थिति में दिमाग में द्रव बनने लगता है जिससे सूजन होने लगती है । इस समस्या का मुख्य कारण ब्रेन ट्यूमर, गंभीर चोट और रक्त वाहिकाओं का फटना माना जाता है ।
5. पीडल एडिमा :- यह पैरो की सूजन है जोकि पैरो के निचले हिस्से में Fluid जमा होने पर होती है इस बिमारी के होने पर कई बार पैर हिलाने डुलाने तक में समस्या हो जाती है क्योकि प्रभावित व्यक्ति के पैर सुन्न हो जाते हैं ।
6. मैक्यूलर एडिमा :- मैक्यूलर एडिमा आँखों से रीलेटेड सूजन है जोकि रेटिना की रक्त वाहिकाओं के चोटिल होने पर होती है ।
सूजन कम करने की टेबलेट – sujan kam karne ki dawa

तो दोस्तों अभी तक हमने आपको विस्तार से सूजन से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारी दी अब अगले भाग में हम आपको सूजन की आयुर्वेदिक दवा के बारे में बताएगे जो आपको टेबलेट्स के रूप में मिल जाएगी जिन्हे आप सूजन कम करने की टेबलेट की तरह भी इस्तेमाल कर सकते हैं ।
सूजन कम करने की आयुर्वेदिक दवा है पुनर्नवा
पुनर्नवा थोडी कम लोकप्रिय है मगर ये एक बहुत ही असरदार आयुर्वेदिक दवा है जिसको त्वचा विकारों, ह्रदय रोगों, अस्थमा और किडनी स्टोन सहित कई गंभीर बिमारीयों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है ।
इसके अलावा इस दवा में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाये जाते हैं जो तीव्र और पुरानी सूजन की असरदार दवा के रूप में इस्तेमाल की जाती है ।
अगर आप तरह तरह की Sujan kam karne ki Medicine इस्तेमाल कर के थक चुके हैं तो एक बार इस दवा को भी उपयोग करें ।
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सूजन कम करने की दवा है जैतून का तेल
जैतून का तेल एंटी ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होने के साथ एंटी इंफ्लेमेंटरी गुणों से भी भरपूर होता है जिसको इस्तेमाल करने से सौकडो Health benefits होते हैं ।
सूजन के उपचार के लिए थोडे से जैतून के तेल में कुछ लहसून की कलीयों को लेकर उसे भून लें, भूनने के बाद उन कलियों को अलग कर दें और उस तेल को दिन में तीन से चार बार सूजन वाली जगह पर लगाए
लगातार ऐसा करने पर आपको कुछ ही हफ्तों में असर दिखना शुरू हो जाएगा ।
पेट की सूजन कम करने का घरेलू उपाय एसेंशियल ऑइल
एसेंशियल ऑइल भी sujan kam karne ki dava है एसेंशियल ऑइल में Antioxidants और सूजनरोधी गुण होते हैं जिसके चलते एसेंशियल ऑइल सूजन से लेकर इसके हानिकर प्रभावों से भी बचाव करते हैं ।
सूजन में एसेंशियल ऑइल का लाभ प्राप्त करने के लिए एसेंशियल ऑइल और पानी को मिक्स कर के इसमें थोडी सी नमक की मात्रा भी मिला लें ।
इसके बाद जिस हिस्से में सूजन है उस भाग को इस मिश्रण में 15 मिनट के लिए डालें । पैरों की सूजन में ये उपाय काफी असरदार है ।
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सूजन कम करने की रामबाण दवा है अश्वगंधा
अश्वगंधा सबसे पोपुलर आयुर्वेदिक मेडिसिनों में से एक है जिसको तनाव, मर्दाना कमजोरी, ताकत की कमी, स्टेमिना बढ़ाने और लम्बाई बढ़ाने में उपयोग किया जाता है ।
वही इसमें सूजन रोधी गुण भी होते हैं जोकि अश्वगंधा को सुजन के उपचार में काफी कारगर बना देते हैं । इसके लिए आप नियमित रूप से अश्वगंधा टेबलेट्स को ले सकते हैं । कुछ लोग अश्वगंधा टेबलेट्स को सूजन कम करने की टेबलेट की तरह भी Use करते हैं
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सूजन कम करने की देसी दवा है शिलाजीत
शिलाजीत एक रसौषधि है जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी ( anti-inflammatory ) और एंटी-आर्थराइटिक ( anti-arthritic ) गुण पाये जाते हैं जिससे सूजन में होने वाले तेज दर्द में राहत मिलती है और वो तेजी से खत्म भी होती है ।
यह हर्बो-मिनरल फॉर्मूलेशन मेडिसिन वात दोषों में भी लाभकारी है । नियमित रूप से शिलाजीत का सेवन करने से सूजन ( edem ) के साथ गठिया जैसी समस्याएं भी खत्म होती है ।
आप शिलाजीत कैप्सूल को सूजन कम करने की टेबलेट के तौर पर भी use कर सकते हैं ।
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सूजन का घरेलू नुस्खा है धनिया
भोजन को स्वादिष्ट बनाने और उसको सजाने के लिए आपने अक्सर धनिया का इस्तेमाल किया होगा लेकिन आयुर्वेद में धनिया का इस्तमाल कई स्वास्थ्य समस्याओं में भी किया जाता है जिसमें सूजन भी शामिल है ।
सूजन को खत्म करने के लिए आप धनिये की ताजी हरी पत्तियों का उपयोग कर सकते हैं ।
एक कप पानी में 4 से 5 धनिये की पत्तियों को डाल कर ऊबालें और पानी को तब तत उबालते रहें जब तक की वो आधा ना हो जाए ।
इसके बाद पानी को आग से उतार कर उसको छानने के बाद एक चम्मच शहद मिक्स कर के पी लें ।
ऐसा दिन में 2 – 3 बार करने से आपको सूजन में फर्क दिखना शुरू हो जाएगा ।
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जीरा और चीनी
चीनी तथा जीरा सूजन कम करने का आसान तरीका है । आपको ज्यादा कुछ नही करना है Only जीरा और चीनी को Mix कर के Daily उपयोग करिये ।
आपको जल्द ही सूजन और उससे उत्पन्न समस्याओं में राहत मिलना शुरू हो जाएगी ।
सूजन का घरेलू नुस्खा है बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडा सूजनरोधी गुणों से भरपूर होने के कारण सूजन के उपचार में प्रभावी माना जाता है खासकर चावल के पानी के साथ इसका उपयोग करने से आपको जल्दी परिणाम मिल सकते हैॆ ।
थोडे से चावल के साथ पानी को बॉइल करें और उसमें 2 चम्मच बेकिंग सोडा को मिला कर एक पेस्ट सा बना लें और उसको सूजन वाले हिस्से पर लगाए ।
यह पेस्ट उस हिस्से के अतिरिक्त द्रव को अवशोषित करने के साथ वा रक्त को प्रवाह भी बढ़ाएगा जिससे आपको सूजन में काफी आराम मिलेगा ।
दूध और हल्दी
कुछ लोग चोट लगने या गंभीर अघात पहुचने पर दूध और हल्दी के सेवन की सलाह देते हैं दरअसल इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण भी है ।
हल्दी सूजनरोधी गुणों से भरपूर होने के साथ त्वचा के लिए कई तरह से लाभकारी है जबकि दूध में कई तरह के न्यूट्रीशन होते हैं ।
दूध और हल्दी को रेगुलर लेने से आपको सूजन के साथ उसके दर्द में भी आराम मिलेगा लेकिन आपको इसका लम्हे समय तक यूज करना पडेगा तभी आपको प्रभावी रिजाल्ट देखने को मिलेगे ।
पतंजलि सूजन की दवा – sujan kam karne ki patanjali dawa
तो दोस्तों अभी तक हमने आपको सूजन कम करने की आयुर्वेदिक दवा और कुछ उपाय बताए यहाँ हम आपको patanjali medicine for inflammation in hindi के बारे में बता रहे हैं ।
पतंजलि सूजन कम करने की टेबलेट है पुनर्नवाड़ी मंडूरी
दिव्य पुनर्नवाड़ी मंडूर सूजन कम करने की टेबलेट है जोकि 100% आयुर्वेदिक दवा है । इसे आमतोर पर किडनी और लिवर की समस्याओं में उपयोग किया जाता है लेकिन बाबा रामदेव के अनुसार ये दवा सूजन में भी अच्छा असर दिखाती है ।
यदि आप नियमित रूप से इस दवा का उपयोग करेंगे तो आपको जल्द ही असर देखने को मिल जाएगा ।
कैसे लें :- आप डेली 1-2 टेबलेट को भोजन के बाद ले सकते हैं
दवा की समाग्री :- छव्य, पिप्पलीमूल, पाइपर लोंगम, विभीतकी, पुनर्नवा, सेड्रस देवदरा, चित्रक और त्रिवृत जैसी कई औषधियों का उपयोग किया गया है ।
2. पुनर्नवारिष्ट
बाबा रामदेव के अनुसार पुनर्नवारिष्ट पीने से सूजन में राहत मिलती है और सूजन के कारण होने वाले दर्द में भी आराम मिलता है ।
3. सर्वकल्प क्वाथ और वृक्कदोषहर क्वाथ
बाबा रामदेव कहते हैं की अगर किडनी और लिवर के कारण सूजन हुई है तो 1-1 सर्वकल्प क्वाथ और वृक्कदोषहर क्वाथ लेने से सूजन दूर होने लगेगी ।
तो दोस्तों ये थी कुछ पतंजलि सूजन की दवा अब अगले भाग में हम सूजन कम करने की अंग्रेजी दवा का नाम बताने जा रहे हैं ।
सूजन कम करने की अंग्रेजी दवा
देखिये मार्केट में एक नही बल्कि सौकड़ो सूजन कम करने की अंग्रेजी दवा मिलती हैं जिनको मरीज की स्वास्थ्य स्थिति और उम्र के साथ दूसरे कई कारको को ध्यान में रख कर दिया जाता है ।
कुछ लोग बिना किसी डॉक्टर की सलाह के दवाओं का अंधा – धूंध इस्तेमाल शुरू कर देते हैं जिससे बाद में कई हानिकारक प्रभाव झेलने पड़ते हैं ।
इसलिए यहाँ हम आपको किसी भी प्रकार की सूजन कम करने की अंग्रेजी दवा नाम नही बता रहे हैं ।
निष्कर्ष
तो दोस्तों इस लेख में हमने आपको सूजन कम करने की टेबलेट – sujan kam karne ki dawa के बारे में जानकारी दी अगर अभी भी आपका कोई सवाल है तो कृपया हमें कमेंट कर के जरूर बताएं ।