टाइफाइड बुखार में कितने इंजेक्शन लगते हैं – बाहर का खाना और अस्वच्छ भोजन की वजह से पेट दर्द और अन्य बीमारियां तेजी से फैलती हैं। इनमे सबसे खतरनाक और गंभीर बीमारी है टाइफाइड का बुखार जो व्यक्ति को बहुत कमजोर कर देता है और उसे अधिकतर समय तेज बुखार भी रहता है। एक्सपर्ट और डॉक्टर्स के अनुसार यदि समय रहते टाइफाइड का इलाज नहीं किया गया तो यह जानलेवा हो सकता है।
बरसात के मौसम में गंदगी की वजह से टाइफाइड के मामले और तेजी से बढ़ते हैं इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं टाइफाइड बुखार में कितने इंजेक्शन लगते हैं (Typhoid me kitne injection lagte hai) और टाइफाइड इंजेक्शन नाम लिस्ट जिससे आप अपना बेहतर उपचार कर सकें।
साथ ही इस आर्टिकल में आपको अन्य जानकारी भी दी जाएगी जैसे टाइफाइड में कौन सी टेबलेट लेनी चाहिए जिससे तेज बुखार को कम किया जा सके और टाइफाइड वैक्सीन इंजेक्शन कीमत कितनी है। किसी बीमारी के उपचार से पहले उससे संबंधित पूरी जानकारी होना जरूरी है और हम वही करने जा रहे हैं।
टाइफाइड का इंजेक्शन आपको डॉक्टर की सलाह पर ही लेना चाहिए क्योंकि यह आपकी शारीरिक क्षमता और जांच के बाद ही तय किया जाता है। यह आर्टिकल आपको टाइफाइड से संबंधित जानकारी और typhoid fever ka injection ka naam दिया जाएगा। तो चलिए शुरू करते हैं आज का आर्टिकल।
टाइफाइड क्या है और क्यों होता है?
टायफाइड एक प्रकार का इन्फेक्शन है जो साल्मोनेला एन्टेरिका सेरोटाइप टाइफी नामक बैक्टीरिया की वजह से होता है। इससे पीड़ित व्यक्ति को तेज बुखार, सिर दर्द, पेट दर्द, कमजोरी, इत्यादि परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अधिकतर मामलों में यह गंदे पानी, खाना, और अस्वच्छता की वजह से फैलता है और बहुत ही गंभीर होता है।
इस बीमारी में सबसे ज्यादा परेशान करने वाली बात यह है कि यह लापरवाही करने पर फिर से लौट आता है। इसलिए टायफाइड में विशेष ध्यान रखना जरूरी है और केवल घर का बना स्वच्छ भोजन ही करना चाहिए। हालांकि टाइफाइड कोई लाइलाज बीमारी नहीं है बल्कि यह टायफाइड के टीके द्वारा ठीक किया जा सकता है।
टाइफाइड बुखार में कितने इंजेक्शन लगते हैं ? Typhoid me kitne injection lagte hai
टायफाइड बुखार से बचने के लिए सबसे कारगर उपाय है टीकाकरण यानी वैक्सीनेशन (Vaccination) और टाइफाइड बुखार का इंजेक्शन। मियादी बुखार यानी टायफाइड के टीके की बात करें तो यह मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं –
1) निष्क्रिय वैक्सीन (inactivated vaccine) होती है, जो इंजेक्शन के माध्यम से दी जाती है। 2) जीवित (live, attenuated vaccine) बैक्टीरिया का प्रयोग किया जाता है, जो दवा जैसे टैबलेट के रूप में दी जाती है।
टाइफाइड वैक्सीन को एक बार और खाने वाली खुराक चार बार दी जाती है, जिसके बारे में विस्तार से नीचे बताया गया है। चूंकि टायफाइड एक गंभीर बीमारी है और संक्रमण से फैलती है इसलिए इसका समय रहते उचित बचाव किया जाना जरूरी है। जिन लोगों को टायफाइड बुखार की समस्या बार बार होती है उनके लिए टीका लेना ज्यादा जरूरी हो जाता है।
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टाइफाइड का पहला टीका – निष्क्रिय टाइफाइड टिका
निष्क्रिय टाइफाइड, टायफाइड बुखार में लगने वाला पहला टीका और सबसे ज्यादा प्रचलित है जिसे इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है इसलिए इसे टाइफाइड इंजेक्शन नाम दिया जाता है। इसकी सिर्फ एक खुराक से ही टायफाइड जैसी गंभीर बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है लेकिन इसे 2 साल से छोटे बच्चों को देने से बचना चाहिए।
सुरक्षित बचाव के लिए टायफाइड का टीका कभी भी और किसी भी उम्र में एक ही बार दिया जाता है। इसके अलावा टाइफाइड का बूस्टर डोज हर दो साल में लिया जा सकता है जो mandatory नहीं है। ध्यान रखें कि बिना डॉक्टर की सलाह के कोई इंजेक्शन न लें और यदि आपको एलर्जी है तो इस शॉट से बचने की कोशिश करें।
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टाइफाइड का दूसरा टीका – जीवित टाइफाइड टीका
दूसरा टीका यानी Live Vaccine टायफाइड बुखार में दी जाती है, यह ठीक उसी तरह होती जैसे हम अन्य दवाइयां लेते हैं। इस वैक्सीन की चार डोज दी जाती है जो टाइफाइड की कैप्सूल के रूप में होती हैं और मुख के द्वारा दी जाती हैं।
टाइफाइड की ये खाने वाली दवाएं एक ही सप्ताह में एक-एक दिन छोड़कर यानी पहले दिन, तीसरे दिन, पांचवे दिन, और सातवें दिन। ये चारों डोज टायफाइड के बचाव में काफी कारगर तरीके से काम करती हैं। इसके अलावा इसकी बूस्टर डोज भी हर 5 साल में दी जाती है। ध्यान रखें कि 6 साल से कम उम्र के बच्चों को इसके डोज देने से बचना चाहिए।
टाइफाइड बुखार के इंजेक्शन का नाम – Typhoid Fever injection name list
अभी तक आपने जाना टाइफाइड बुखार में कितने इंजेक्शन लगते हैं लेकिन इसके अलावा भी कई सारे टाइफाइड के इंजेक्शन हैं जो टाइफाइड के बचाव और तेज बुखार की स्थिति में दिए जा सकते हैं। लेकिन इन इंजेक्शन का इस्तेमाल आपको खुद से नहीं करना है बल्कि डॉक्टर की सलाह पर ही करना है।
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बायो टाइफ इंजेक्शन (Bio Typh 25 mcg Injection)
बायो टाइफ इंजेक्शन सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाला और भरोसेमंद टाइफाइड का इंजेक्शन है। यह टायफाइड बुखार के लिए जिम्मेदार टाइफी नामक बैक्टीरिया को रोकने का काम करता है और रोगी के शरीर में ताकत पैदा करता है। इस इंजेक्शन को एक हफ्ते तक एक दिन छोड़कर एक दिन देने से टाइफाइड बुखार में बहुत फायदा मिलता है। इसे कब और कैसे दिया जाना है, यह डॉक्टर की सलाह के बाद ही निश्चित किया जा सकता है।
Bio Typh 25 mcg टाइफाइड वैक्सीन इंजेक्शन कीमत – ₹160
Typbar TCV Typhoid Injection Name in hindi
टाइपबार टीसीवी विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा प्रमाणित टाइफाइड की वैक्सीन है और काफी सस्ते दामों में भारत सरकार द्वारा उपलब्ध है। इस वैक्सीन का निर्माण भारत बायोटेक कंपनी द्वारा किया गया है जो एक प्रकार की ऐक्टिव इम्यूनाइजिंग एजेंट है। यह भी टाइफी नामक बैक्टीरिया के रोकथाम का काम करता है और इम्युनिटी जगाता है जिससे बुखार से लड़ने में मदद मिले।
टाइफाइड इंजेक्शन टाइपबार टीसीवी वैक्सीन की कीमत – ₹1,807
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टाइफाइड बुखार में लगने वाला इंजेक्शन Ceftriaxone Injection
सेफट्रीएजोन इंजेक्शन एंटीबायोटिक दवाओं से निर्मित इंजेक्शन है जो टायफाइड बुखार को कम करने और बैक्टीरिया को मारने का काम करता है। इसे कब और कैसे लेना है यह डॉक्टर की सलाह के बाद ही निश्चित किया जाना चाहिए। डॉक्टर की सलाह पर ही यह पता लगाया जा सकता है कि आपको टाइफाइड इंजेक्शन देना है या फिर वैक्सीन की डोज देनी है।
Ceftriaxone टाइफाइड वैक्सीन इंजेक्शन प्राइस – ₹142
Typhoid fever ka injection ka naam – Tramadol injection
ट्रामाडोल में ट्रामाडोल हाइड्रोक्लोराइड के सक्रिय तत्व होते हैं जिसका प्रयोग अक्सर दर्द में किया जाता है। यह टाइफाइड बुखार से होने वाली कमजोरी को दूर करने के लिए प्रयोग किया जा सकता है लेकिन टाइफाइड को पूरी तरह खत्म करने में इसके कोई प्रमाण नहीं मिले हैं। इसलिए इस इंजेक्शन के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह और उचित जाँच अनिवार्य है।
टाइफाइड बुखार से बचने के उपाय
- टाइफाइड बुखार का सबसे बड़ा कारण साफ़ सफाई न होना और दूषित खाना है इसलिए इनका विशेष ध्यान रखें और बाहर की चीज़ें खाने से बचें।
- संक्रमित व्यक्ति का जूठा खाने से बचें और हो सके तो दूर से ही बातचीत करें।
- स्ट्रीट फ़ूड और फ़ास्ट फ़ूड खाने से बचें क्योंकि बैक्टीरियल इन्फेक्शन का सबसे कारण जंक फ़ूड ही सामना आता है।
- दूषित भोजन और पानी के सेवन न करें, बुखार की समस्या रहती है तो पानी उबाल के ही पिएं।
- भरपूर प्रोटीन युक्त भोजन का सेवन करें जैसे दाल, मशरूम, चने, गाजर, फल इत्यादि।
निष्कर्ष
दोस्तों, निश्चित रूप से टायफाइड बुखार एक गभीर बीमारी है लेकिन आपको बिल्कुल घबराने की जरूरत नहीं है, बस आपको समय रहते उचित वैक्सीन और इनेक्शन लेना चाहिए। हमने इस आर्टिकल में आपको टाइफाइड बुखार में कितने इंजेक्शन लगते हैं (Typhoid me kitne injection lagte hai), की जानकरी दी है।
इसके अलावा आपको साफ सफाई और स्वच्छ भोजन का विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि उपचार के बजाय बचाव ज्यादा जरुरी है। अधिक मसाले युक्त भोजन करने से बचें। लगातार बुखार और कमजोरी हो तो डॉक्टर की सलाह पर टाइफाइड बुखार के इंजेक्शन का नाम पता करें और उचित उपचार करें।