सेहत के लिए वरदान हैं लौंग के 10 बड़े फायदे

आपने कभी ना कभी लौंग के औषधिय गुणों का फायदा जरूर लिया होगा या कम से कम खाने में इसका स्वाद और खुशबू का आनन्द तो जरूर ही लिया होगा । मगर लौंग केवल खाने का स्वाद और खूशबू बढ़ाने के लिए ही इस्तेमाल नही की जाती, इसमें मौजूद औषधिय गुण आपको अच्छी सेहत पाने में भी मदद कर सकते हैं ।

भारतीय घरों में अक्सर सर्दी-जुकाम होने पर लौंग का इस्तेमाल होता हैं लेकिन इसके अलावा भी लौंग के फायदे ( Laung ke fayde ) फायदे बहुत है

लौंग के द्वारा सदियों से आयुर्वेद और चीनी दवाओं को बनाया जाता रहा है क्योकि इसमें एनाल्जेसिक, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-सेप्टिक, कवकरोधी, एंटी-बैक्टेरियल, एंटी-वायरल, और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं ।

इन्ही गुणों के कारण लौंग खाने के फायदे ( Long khane ke fayde ) बहुत होते हैं इससे उपयोग से मुंह की बदबू से लेकर मधुमेह तक में राहत मिलती है

तो आज इस आर्टिकल में हम आपको लौंग के फायदे ( long ke fayde ) के बारे में विस्तार से बता रहे हैं । लौंग के लाभ के अलावा हम आपको लौंग के नुकसान, और लौंग के उपयोग के बारेे में भी पूरी जानकारी दे रहे हैं ।

मगर सबसे पहले जान लेते हैं की लौंग क्या है ( What is clove In hindi )

लौंग क्या है What is launge / clove in hindi

लौंग एक काली कलर की फूल की सूखी कली होती है जो स्वाद में हल्की कढ़वी सी होती है इसके पेड पर नौ साल बाद फूल आते हैं जिनके सूखने पर वो लौंग में बदल जाती है ।

हमें नही लगता की कोई लौंग के बारे में नही जानता होगा क्योकि इसका उपयोग उत्तरी भारत में लगभग हर घर में होता है । लौंग का वानस्पतिक नाम सिजीयम एरोमैटिकम है जोकि मिर्टेसी वंश से संम्बन्ध रखता है ।

आयुर्वेद में तो लौंग के कई घरेलू उपाय भी बताए गए हैं इससे कफ-पित्त दोषों में भी राहत मिलती है और उन्हे ढ़ीक करने में मदद मिलती है ।.

आमतौर पर महिलाओं को गर्भावस्था में उल्टी और पाचन से जुडी समस्या होती है जिसमें यदि लौंग को लिया जाए तो काफी फायदा मिल सकता है ।

इसके अलावा लौंग ( launge) से टीबी, खून से जुडी बिमारीयां, साँसो से जुडी समस्याएं, मुुह की बदबू, यौन विकार, और पाचन तंत्र से जुडी समस्याओं में राहत मिलती है ।

क्योकि लौंग का उपयोग पुरे देश में किया जाता और लौंग के फायदे ( laung khane ke fayde ) भी बहुत हैं इसलिए इसको कई नामों से जाना जाता है जैसे:-

बंगाली में लवंग, पारसी में मेखक (Mekhak), कन्नड में रूंग, नेपाली में लवांग (Lwang), अरबी में करनफल, तेल्गू में करवप्पु (Karvappu), तमिल में किराम्पु, मलयालम में करयाम्पु (Karayampu), गुजराती में लवींग और मराठी में लवंग (Lavang)

तो चलिए अब लौंग के फायदे ( long ke fayde in hindi ) के बारे में जानते हैं ।

लौंग के फायदे / Benefits of clove in hindi

llaung ke fayde
laung ke fayde

 

यहाँ आपको लौंग के औषधिय गुण और उपयोग के बारे में बताया जा रहा है ।

मधुमेह में लौंग के फायदे ( Clove benefits for Debeties in hindi )

लौंग के सेवन से मधुमेह के मरीजों को काफी फायदा मिल सकता है क्योकि इसमें कई ऐसे तत्व होते हैं जो ब्लड शुगर को कंट्रोल कर के मधुमेह में राहत देते हैं ।

कई टेस्ट ट्यूब और जानवरो पर हुई स्टाडीयों से पता चलता की लौंग में नाइजेरिसिन होता है जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है ।

इसके अलावा क्लोव में हेपेटोप्रोटेक्टिव ( hepatoprotective ), एंटीहाइपरग्लाइसेमिक ( Antihyperglycemic ) और हाइपोलिपिडेमिक ( hypolipidemic ) पाए जाते हैं जोकि मधुमेह की समस्या में भी राहत देता है ।

पाचन शक्ति के लिए लौंग के लाभ ( Clove benefits for digestion in hindi )

हम अपने पिछले कई आर्टिकलों में पहले भी बता चुके हैं की मजबूत पाचन शक्ति अच्छी सेहत के लिए कितनी जरूरी है ।

पाचन शक्ति आपके पुरे स्वास्थ पर सीधा असर डालती है इसके बिना आप रोग प्रतिरोधक क्षमता को स्ट्रोंग नही कर सकते और ना ही पौष्टिक खाद पदार्थों से न्यूट्रीशन को अवशोषित कर सकते हैं ।

लौंग पाचन सबंधी समस्याओं को दूर करने में बहुत असरदार है इससे दस्त, गैस, बदहजमी, पेट फूलना, और पेप्टिक अल्सर जैसी समस्याएं दूर होती है ।

हड्डियों को मजबूत करने में असरदार लौंग ( Clove benefits for bone in hindi )

कम हड्डी द्रव्यमान ( Low bone mass ) की समस्या ना केवल भारत में बडे पैमाने पर है बल्कि संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे विकसित देश में भी एक बड़ी स्वास्थ समस्या है एक अनुमान के मुताबिक लगभग 43 मिलियन व्यस्क अमेरिका में इस समस्या से प्रभावित हैं।

इसके अलावा इससे ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डियां टूटने एंव फ्रैक्चर का होने का खतरा भी बढ़ जाता है।

मगर लौंग का सेवन इस समस्या में लाभकारी हो सकता है । कुछ जानवरो पर हुए अध्ययनो से पता चलता है की लौंग में कुछ खास प्रकार के यौगिकों पाए जाते हैं जो द्रव्यमान को संरक्षित करने में मदद करते हैं ।

एक एनिमल स्टाडी में पाया गया की लौंग के अर्क में यूजेनॉल ( eugenol ) होता है जो ऑस्टियोपोरोसिस ( osteoporosis ) और हड्डी के घनत्व तथा मजबूती को भी बढ़ाता है ।

इसके अलावा लौंग में अच्छी मात्रा में मैग्नेशियम होता है जो हड्डियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है ।

खैर अधिकतर टेस्ट ट्यूब और एनिमल स्टाडी लौंग के हड्डियों पर सकारात्मक असर दिखाते हैं मगर अभी भी इस पर काफी शोध होने बाकि हैं ।

मुंह की बदबू से छुटकारा दिलाने में मददगार लौंग ( Use of clove in Halitosis in hindi )

आज कल कई लोगों को मुह सें गंदी बदबू की समस्या रहती है जिससे पीछा छोड़ाने के लिए वो तरह-तरह के मँहगे उपायों को आजमाते हैं । मगर मुँह की बदबू से छुटकारा पाने के लिए आपको किसी महँगे या तकलीफ देह उपाय को करने की जरूरत नही है आप कुछ लौंग की मदद से इससे बड़ी आसानी से छुटकारा पा सकते हैं ।

लौंग एक प्रकार का नेचुरल एंटीसेप्टिक है जो बदबू भरी साँसे को दूर करने में काफी मददगार है । लौंग मुंह की दुर्गन्ध करने वाले बैक्टेरिया को खत्म करता है जिससे साँसो की दुर्गन्ध अपने आप खत्म होने लगती है ।

इसके साथ ही लौंग की अपनी भी अच्छी खुशबू होती है जो मुँह की बदबू को दबाती है । साँसों की दुर्गन्ध से छुटकारा पाने के लिए आप प्रतिदिन 2-3 लौंग को चबा सकते हैं या फिर लौंग की थोडी ठण्डी चाय से कुल्ला कर सकते हैं कुछ समय बाद आप देखेगे की मुबँ की बदबू पुरी तरह खत्म हो चुकी है ।

पेप्टिक अल्सर में लौंग के लाभ ( Benefits and uses of clove in peptic ulcers in hindi )

पेप्टिक अल्सर जिसको पेट के अल्सर के नाम से भी जाना जाता है दर्दनाक घाव होते हैं जो पेट, ग्रहणी या अन्नप्रणाली के अस्तर में बनते हैं।

पेट का अल्सर मुख्य तौर पर पेट के सुरक्षात्मक अस्तर में कमी के कारण होते हैं । सुरक्षात्मक अस्तर में कमी के तनाव, संक्रमण और आनुवंशिकी कारक हो सकते हैं ।

इस समस्या में लौंग काफी फायदेमंद हो सकती है क्योकि कुछ शोधों के नतीजे इस ओर इशारा करते है की लौंग में मौजूद तत्व पेप्टिक अल्सर के इलाज में मदद कर सकते हैं ।

एक जानवरो पर हुए अध्ययन में पता चला की लौंग से बने आवश्यक तेल गैस्ट्रिक बलगम के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करते हैं । गैस्ट्रिक बलगम शरीर में एक बाधा के रूप में काम करता है जो पाचन एसिड से पेट की परत के क्षरण को रोकने में मदद करता है ।

इसके अलावा हैल्थ लाइन डॉट कॉम में बताई गई एक स्टाडी के मुताबिक लौंग का अर्क अल्सर-रोधी दवाओं जैसा प्रभाव दिखाता है जिससे पेप्टिक अल्सर के उपचार में मदद मिलती है ।

लौंग पेप्टिक अल्सर के ईलाज और उसको ढ़ीक करने में बहुद हद तक मददगार हो सकता है जिसको कई वैज्ञानिक अध्ययनो से साबित भी किया जा चुका है मगर कुछ विशेषज्ञों के अनुसार अभी इस विषय पर अधिक रीसर्च की जरूरत है ।

जोड़ो के दर्द में उपयोगी लौंग ( Clove usefulness in Joints Pain in Hindi )

लोग का तेल जोड़ो के दर्द से परेशान लोगों को सूजन और दर्द से आराम पहुचा सकता है । इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण होते हैं जो जोडे के दर्द और सूजन में राहत पहुचाते हैं ।

इसके साथ ही लौंग में जरूरी मिनर्ल जैसे- ओमेगा -3 फैटी एसिड, कैल्शियम और आइरन होता है जो हड्डियों और जोड़ो को मजबूत कर के गठिया, मांसपेशियों पर सूजन और जोड़ो कै दर्द को दूर को दूर करता है ।

आप जोड़ो के दर्द और सूजन में राहत पाने के लिए लौंग के तेल में वाहक तेल जैसे जैतून का तेल मिला कर प्रभावित जगह पर लगा सकते हैं इससे आपको काफी आराम पहुचेगा ।

मुंहासो में लौंग के फायदे ( Benefits of clove for skin in hindi )

त्वचा ( Skin ) के लिए भी लौंग के फायदे ( Benefits of clove in hindi ) कम नही है इसके इस्तेमाल से लगभग-लगभग त्वचा की हर समस्या में राहत मिलती है ।

लौंग का तेल प्रभआावित जगह लगाने से सकाररिंग, मुंहासे, व्हाइटहेड्स, ब्लैकहेड्स, ब्लेमिशेस और काले निशान तथा दाग-धब्बे दूर होते हैं ।

लौंग में रोगाणुरोधी ( Antimicrobial ) गुण होते हैं जोकि पिम्पल ( Pimple ) करने वाले बैक्टेरिया को खत्म कर के त्वचा से जुडी समस्याओं ( Skin problems ) में राहत देता है ।

आप अपनी स्किन प्रोब्लेम्ल से छुटकारा पाने के लिए लौंग का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं लौंग का तेल थोड़ा ढूढ़ने पर बाजार में मिल जाएगा या फिर आप 100% शुध्द लौंग का तेल Amazon से भी खरीद सकते हैं ।

लौंग तेल में 1:10 के अनुपात में नारियल का तेल मिला कर प्रभावित जगह पर दिन में दो बार तब तक इस्तेमाल करें जब तक आपको अपनी समस्या से रहात नही मिल जाती ।

लीवर के लिए फायदेमंद लौंग ( clove May improve liver health in hindi )

कुछ अध्ययनो से पता चलता है की लौंग में मौजूद यौगिक लीवर के स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं ।

लौंग में पाया जाने वाला यूजेनॉल यौगिक लीवर के लिए खास तौर पर सबसे ज्यादा फायदेमंद है।

हैल्थलाइन डॉट कॉम के अनुसार एक अध्ययन में चुहों को ऐसा मिश्रण दिया गया जिसमें लौंग या यूजेनॉल यौगिक शामिल था जिसके बाद उन चुहों के लीवर की कार्यक्षमता में सुधार हुआ, सूजन में कमी आई और ऑक्सीडेटिव तनाव भी कम हो गया ।

जानवरो पर ही हुए एक दूसरे अध्ययन के मुताबिक लौंग में मौजूद यूजेनॉल यौगिक लिवर सिरोसिस के लक्षणों को भी खत्म करता है ।

लौंग में एंटीऑक्सिडेंट में भी उच्च मात्रा में होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं जिससे लिवर से जुडी समस्या होने का खतरा कम होता है ।

देखिये लौंग लीवर के लिए लाभकारी है जिसको कई वैज्ञानिक खोजों के द्वारा साबित भी किया जा चुका है मगर लौंग को अधिक मात्रा में कभी इस्तेमाल नही करना चाहिए बरना ये लीवर के लिए बहुत घातक साबित होगी । अगर 5–10 mL लिया जाए तो इससे लिवर डेमेज तक हो सकता है ।

इसलिए लौंग का अधिक प्रयोग करने से बचें और लौंग से बने सप्लीमेंट की खुराक में बदलाब करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह ले लें ।

उल्टी और जी मचलाने की समस्या में लौंग का उपयोग ( Use of clove Vomiting in hindi )

लौंग तेल के फायदे ( long ka tel ke fayde ) उल्टी और जी मचलाने की समस्या में भी काम में आते हैं खास कर के गर्भवस्था के दौरान होने वाली उबकन, जी मचलाई और उल्टी में लौंग का तेल फायदेमंद हो सकता है ।

इसके लिए कुछ बूँदें लौंग कें तेल की गर्म पानी में मिला कर ली जा सकती हैं या आप लौंग के पाऊडर ( Launge ka powder ) में थोड़ा शहद मिला कर भी ले सकते हैं । आप चाहे तो लौग के तेल ( Clove oil ) को सूँघ सकते हैं या एक-दो लौंग चबा भी सकते हैं ।

कैंसर से बचाव में उपयोगी लौंग ( Clove use of protect against cancer )

कुछ शोध बताते हैं कि लौंग में पाए जाने वाले यौगिक कैंसर से बचाने में मदद कर सकते हैं। लौंग का अर्क ट्यूमर ( tumors ) की ग्रोथ रोक देता है और कैंसर की कोशिकाओं को मार देता है ।

इसके अलावा लौंग में पाए जाने वाले यूजेनॉल में भी एंटीकैंसर गुण पाए जाते हैं। एक टेस्ट-ट्यूब अध्ययन में पाया गया कि यूजेनॉल से गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर की कोशिकाओं कोशिका मरती है ।

मगर, इस बात का खास ध्यान रखें कि इन टेस्ट-ट्यूब रीसर्तों में लौंग के अर्क, लौंग के तेल और यूजेनॉल का बहुत ही केंद्रित मात्रा में उपयोग किया गया था। अधिक मात्रा में लौंग का तेल इस्तेमाल करने से लिवर डेमेज तक हो सकता है खास कर की छोटे बच्चों में ।

इसके अलावा कैंसर जैसी गंभीर बिमारी में डॉक्टर की सलाह या रेख-देख के बिना लौंग के सप्लीमेंट या उत्पाद इस्तेमाल नही करना चाहिए ।

एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर है लौंग

कई जरूरी विटामिन और मिनर्ल के अलावा लौंग में अच्छी मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट भी होते हैं ।

एंटीऑक्सिडेंट ऐसे यौगिक होते हैं जो ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं, जिसको कम ना किया जाए तो कई घतरनाक बिमारीयों का होने का कारण बन सकता है ।

लौंग में यूजेनॉल नाम एक यौगिक भी होता है, जो एक प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट की तरह काम करता है । लौंग में पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट मुक्त कणों से बचाव में मदद करते हैं । अगर आप अपनी डाइट में लौंग के साथ दूसरे उच्च एंटी-ऑक्सीडेंट वाले खाद पदार्थों को शामिल करते हैं तो इससे आपकी सेहत में चार चाँद लग जाएगे ।

सर दर्द में राहत देती है लौंग ( Clove benefits in Headache in hindi )

आयुर्वेद में लौंग के तेल के फायदे ( long ke tel ke fayde ) का इस्तेमाल कई समस्याओं के उपचार में किया जाता है जिसमें सर का दर्द भी शामिल है । लौंग के एंटी-इंफ्लेमेटरी और ठण्डक देने वाले गुण सर के दर्द में एक घरेलू उपचार के रूप में काम आते हैं ।

सर दर्द दूर करने के लिए आप लौंग के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैॆ आप लौंग के तेल के साथ दूसरी ठण्डी तासीर वाली औषधियों को मिला कर सर की मालिश कर सकते हैं ।

लौंग के तेल से तनाव, सर्दी और माइग्रेन के कारण होनो वाले होने वाले तनाव में राहत मिलती है ।

लौंग किन रूपों में उपलब्ध है और इसे कहाँ से खरीदे ( In what forms is clove available and where to buy it )

लौंग के फायदे ( Benefits of clove ) तब ही अनुभव किये जा सकते हैं जब आप सही प्रोडक्ट का चुनाव करेगे । जहाँ तक लौंग से रीलेटेड प्रोडक्ट की बात है तो अमूमन लोग, लौंग का पाऊडर, लौंग का तेल और सधारण लौंग को इस्तेमाल करते हैं

आपको आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर पर ऐसे कई प्रोडक्ट मिल जाएगे जिनमे लौंग का इस्तेमाल किया जाता है । मगर इन प्रोडक्ट को खरीदते समय थोड़ा सावधान रहिये क्योकि बाजार में लौंग के कई नकली प्रोडक्ट भी मिलते है जो हू ब हू असली प्रोडक्ट की तरह दिखते हैं ।

या सबसे अच्छा रहेगा की आप Online amazon से इन प्रोडक्ट को खरीद लें, आपकी सुविधा के लिए हम कुछ बेस्ट प्रोडक्ट के लिंक दे रहे हैं । नीचे लिंक पर क्लिक कर के आप इन प्रोडक्ट को Amazon से खरीद सकते हैं ।

लौंग के दुष्प्रभाव तथा नुकसान ( Disadvantage Side effects of clove in hindi )

नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन के अनुसार, लौंग के तेल का अधिक इस्तेमाल घतरनाक हो सकता है ।

इससे त्वचा, आंख, और नाक में जलन हो सकती है या त्वचा पर एलर्जी भी हो सकती है। यह ज्वलनशील भी है और अगर यह निगल लिया जाए और वायुमार्ग में चला जाए तो घातक हो सकता है।

कई ऐसी घटनाएं हो चुकी है जिसमें छोटी उम्र के बच्चों ने अधिक लौंग के तेल या अन्य उत्पाद का इस्तेमाल कर लिया जिससे उन्हे कई घातक दुष्प्रभाव हुए । लौंग से रक्तस्राव संभावना भी बढ़ सकती है ।

लौंग एक प्राकृतिक और आयुर्वेदिक औषधि है जिसको इस्तेमाल करने से बहुत ही कम नुकसान होते हैं और जिन लोगों को नुकसान होते हैं उनको अक्सर अधिक मात्रा लेने के कारण ही नुकसान होते हैं ।

इसलिए हम आपको सलाह देगे की आप लौंग से सम्बन्धित कोई प्रोडक्ट खरीदने से पहले अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञ या डॉक्टर को एक बार उसको जरूर दिखा दें वो उस प्रोडक्ट को देख कर उससे होने वाले नुकसान और बचाब के बारे में बताएगा ।

इसके अलावा लौंग के दूसरे निम्नलिखित नुकसान हो सकते हैं:-

* अधिक यूज करने ले लौंग खून को पतला कर देता हेै जिससे खून बहने की समस्या बढ़ जाती है ।

* ज्यादा उपयोग करने से लौंग से शरीर कई हिस्सों पर जलन भी हो सकती है ।

* जरूरत से ज्यादा सेवन करने पर ये गुर्दो और फेफड़ो को नुकसान पहुचाती है ।

* यदि लौंग से एलर्जी हो तो दूसरे नुकसान भी हो सकते हैं

* गर्भवती और बच्चों को स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी लौंग के अधिक मोखिक इस्तेमाल से बचना चाहिए क्योकि इससे होनी वाली एलर्जी प्रतिक्रिया बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकती है ।

* यौन सम्बन्धि समस्याओं का होना ।

तो दोस्तो हमें उम्मीद है की आपको हमारा आज का ये आर्टिकल लौंग के फायदे जरूर पसंद आया होगा अगर पसंद आया हो तो इसे अपने प्रियजनो के साथ शेयर करना ना भूलें, और यदि आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं ।