fatiha ka tariqa : फातिहा लगाने का सुन्नी और इस्लामी तरीका in hindi and urdu, fatiha ka tarika,

fatiha ka tarika : अस्सलामु अलैकुम वरहमतुल्लाह वबरकाताहु मेरे प्यारे इस्लामी भाई और बहनो, तो जैसा की आप लोगों को इस पोस्ट का Title देख कर अंदाजा लग गया होगा आज यहां हम fatiha ka tarika क्या है और फातिहा देने का सुन्नत तरीका क्या है इस मसले पर थोडी रोशनी डालने वाले हैं ।

दरअसल कई मसलों पर मुसलमान हजरात अहलो अयाल अज़िजो अकारीब तक अपनी इबादत का सबाव पहुचाने के लिए फातिहा या नीयाज़ करवाते हैं ।

क्योकि कुरानो – हदीस से साबित है की जो मर्द या औरत किसी के लिए दुआ ए मग़फिरत करता है अल्लाह ताला उसके नामा-ए-आमाल में हर मर्द और औरत के बदले एक नेकी लिख देता है ।

इसके अलावा आपके और हमारे नबी हुजूरे अकरम नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का भी फरमान है की मेरी उम्मत गुनाह सहित कब्र में प्रवेश करेगी और जब निकाली जाएगी तो गुनाहों से पवित्र होगी क्योकि वो मोमिन की दुआओं से क्षमा कर दिए जाएंगी

इसलिए मोमिन हजरातों में फातिह का शौक होता है क्योकि मरहूम वालिद या वालिदह के लिए लोग अक्सर इबादत करते हैं लेकिन उन तक सबाव पहुचाने के लिए आपको fatiha ka tarika in hindi की मालूमात होनी चाहिये ।

तो अगर आप भी fatiha karne ka tarika जानना चहाते हैं तो बिल्कुल सही जगह पर हैं क्योकि आज इस आर्टिकल के जरिये हम आपको fatiha dene ka tarika से रूबा – रू कराने वाले हैं ।

यहां हमने जो फातिहा का तरीका बतलाया है उसको मोमिन मर्द व औरत दोनो ही कर सकते हैं क्योकि अक्सर काफी लोगों को fatiha dene ka tarika sunni पता नही होता जिसकी वजह से उनको फातिहा देने के लिए मौजिन, इमाम या किसी दूसरे शख्स को याद करना पडता है ।

कई बार ये लोग लेट हो जाते हैं और कार्यक्रम आपके मुताबिक नही हो पाता इसलिए यहां आप फातिहा का तरीका ( fatiha ka tarika ) / fatiha ka tariqa जान कर खुदसे फातिहा कर सकते हैं ।

तो आइये दोस्तों अब बिना किसी देरी के आर्टिकल को शुरू करते हैं और जानते है, fatiha dene ka tarika sunni pdf, fatiha ka tarika in urdu pdf download और fatiha ka tarika pdf

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fatiha ka tariqa – fatiha ka tarika

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फातिहा का तरीका in hindi and urdu :- दोस्तों फातिहा के लिए दुआओं और आयतों का सिल-सिला शुरू करने से पहले आपको अच्छी तरह वजू कर लेना चाहिये क्योकि किसी भी इबादत को शुरू करने से पहले ये एक अहम हिस्सा होता है और ऐसा करने से सबाव भी मिलता है ।

इसके बाद मुसल्लह या जनिमाज़ या फिर कोई भी साफ व पाक कपडा उपलब्ध हो उसको बिछा कर बैठ जाएं और किबले की तरफ रूख कर लें ।

फिर आपके सामने जो भी खाने की चीजों पेश हो उन पर से थोड़ा ढक्कन हटा दें लेकिन एक बात का खास ध्यान रहे की फातिहा को सिर्फ हलाल चीजों पर ही पढ़ा जा सकता है ।

इसके अलावा कुछ लोग सोचते हैं की फातिहा के लिए अगरबत्ती का जलाना जरूरी है लेकिन ऐसा नही है अगर आपके पास अगरबत्ती मौजूद है तो उसको जला दें बरना कोई जरूरत नही है ।

ऊपर बताई गई सारी चीजों को मुकम्मल करने के बाद आपको कम से कम 3 मर्तबा और ज्यादा से ज्यादा 11 मर्तबा दुरूद शरीफ पढना है ।

इसके बाद कुछ सुराह व आयतें है जिन्हे आपको एक सही ऑर्डर यानि एक के बाद एक क्रम से पढ़ना होता है जिसके बारे में हम आपको नीचे बता रहे हैं बुलेट पॉइंट्स के माध्यम से –

1. तीन मर्तबा दुरूदे इब्राहिम पढ़िये
2. एक मर्तबा सुरए काफिरून को पढ़े
3. तीन मर्तबा आपको सुरह इख्लास पढ़ना है
4. एक बार सुरह फलक पढ़ ले
5. एक बार सुरह नास को भी पढे
6. सुरह फातिहा को 1 बार पढ़िये
7. 1 बार सुरह बकरा पढ़े
8. एक बार आयते खामसह भी पढ़ना है
9. आखिर में एक मर्तबा दुरूदे इब्राहिम पढ़िये

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note :– यहां आपको ऊपर जो बुलेट पॉइंट दिये गये हैं उनमे से नंबर 1 से 8 तक मुकम्मल होने के बाद आपको अल्लाह ता’अला से दुआ के लिए हाथ उठा देने हैं ।

तो प्यारे इस्लामी भाईयो और बहनो ये था fatiha dene ka tarika अब अगले भाग में जानते हैं Bakshne ka Tarika (बख्शने का तरीका)

बख्शने का तरीका – bakshne ka tarika

अभी आपने जो सुरहों की दिलावत मुकम्मल की अब उसको बख्शने का समय आ गया है दरअसल आपने जो भी इबादत की अपने मरहूम वालिद या वालिदह के लिए उन तक सबाव पहुचाने के लिए बख्शने का तरीका – bakshne ka tarika पता होना चाहिये ।

ऊपर बताई गई चीजों को पूरा करने के बाद आपको दुआ के लिए हाथ उठाने है यदि आप तन्हा है तो सीधे दुआ शुरू कर दिजिये लेकिन अगर आपके पीछे लोग इंतेजार में है तो थोड़ी तेज अवाज में अमीन बोल सकते हैं ।

अब आपको इतना करने के बाद आगे ये पढ़ना है –

या अल्लाह यहां जो भी पढ़ा गया और जो खाना पेश किया गया है उसको कुबूल फर्मा और इसका सबाव तमाम अम्बियां और बुजुर्गाने दीन को जाए, और गौसे पाक से लेकर अजमेरी रजियल्लाहु तआला अन्हु को भी जाए ।

इसके अलावा अगर आप किसी खास शख्स को सबाव पहुचाना चहाते हैं तो उसका नाम ले सकते हैं की फलां शख्स को भी इसका सबाव पहुचे,

सारांश

तो हमारे प्यारे इस्लामी भाईयों यहां हमने आपको आसान भाषा में fatiha ka tariqa – fatiha ka tarika और दूसरी जरूरी जानकारी भी दी, अगर अभी भी आपको कोई दिक्कत पेश आ रही है तो आप हमसे कमेंट कर के पूछ सकते हैं और इसी तरह के इस्लामी पोस्ट पढ़ने के लिए हमारे Blog से जुड़े रहें ।

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