लहसुन से हाइड्रोसील का इलाज करने की पुरी जानकारी

लहसुन से हाइड्रोसील का इलाज :- हमारे देश में प्राकृतिवादी लोगो की तादात बहुत ज्यादा है ऐसे लोग किसी भी Health problem के उपचार के लिए डॉक्टर के पास जाने से पहले खुद ही घरेलू उपायों या प्राकृतिक इलाज का सहारा लेते हैं ।

खैर इसमें कोई बुराई भी नही है क्योकि हमारे देश में ही आयुर्वेद ( Ayurveda ) जैसे नेचुरल ट्रीटमेंट वाली चिकित्या पध्दति का जन्म हुआ है इसलिए घरेलू नुस्खों पर लोगों अटूट भरोसा होना आम बात है ।

मगर समस्या तब खडी होती है जब इन उपायों में तर्क, ज्ञान और अनुभव के बजाय अंधविश्वास, अफवाहें और अज्ञानता की मात्रा बढ़ जाती है तब लोग खतरनाक बिमारीयों के लिए भी ऐसे देशी नुस्खे बताने लगते हैं जिनके पीछे कोई तर्क या वैज्ञानिक रीसर्च ना हो ।

ऐसी ही एक गलतफैमी है की लहसुन से हाइड्रोसील का इलाज हो सकता है । आपने भी गाँव के चच्चा या गली की नानी माँ से जरूर सुना होगा की हाइड्रोसील ( hydrocele ) होने पर लहसुन का लैप लगाने से समस्या एक ही हफ्ते में गायब हो जाएगी या कुछ आयुर्वेदिक दवाओं के साथ लहसुन का सेवन करने से हाइड्रोसील का नामों निशान मिट जाएगा ।

मगर इन बातों का कोई भी वैज्ञानिक आधार नही है और ना ही आयुर्वेदिक की किताबों में ऐसा कुछ बताया गया है की लहसुन से हाइड्रोसील का इलाज किया जा सकता है ।

तो इस लेख में हम आपको लहसुन और हाइड्रील के उपचार से सम्बन्धित पुरी जानकारी दे रहे हैं साथ ही आपको अंडकोष में सूजन के घरेलू उपाय और अंडकोष में पानी भरने का इलाज भी बताया जाएगा तो ज्यादा समय वेस्ट ना करते हुए लेख को शुरू करते हैं मगर सबसे पहले जानते हैं हाइड्रोसील क्या है ( What is hydrocele in hindi )


हाइड्रोसील क्या है – What is hydrocele in hindi

लहसुन से हाइड्रोसील का इलाज
लहसुन से हाइड्रोसील का इलाज

हाइड्रोसील एक ऐसी समस्या है जिसमें अंडकोषों में पानी भर जाता है । आमतौर पर हाइड्रोसील होने पर एक ही अंडकोष में पानी भरता है मगर कुछ हालतों में दोनों अंडकोषों में भी पानी भर जाता है ।.

अंडकोष में पानी भरने से उसमें सुजन आने लगती है जोकि बडी असहजता का कारण बन सकता है । अंडकोष पर होने वाली सुजन दर्द रहित होती है मगर इससे व्यक्ति काफी असहज महसूस करता है ।

हाइड्रोसील से छुटकारा पाने के लिए अंडकोषों से पानी को निकालना होता है । खैर इस समस्या में अंडकोषो में दर्द नही होता मगर गंभीर स्थिति होने पर तेज या हल्का दर्द हो सकता है ।

कई बार ऐसा होता है की सुबह के समय टेस्टिकल्स पर बिल्कुल सूजन नही होती मगर दिन बढ़ने के साथ सूजन और दर्द में बढ़ोतरी होती रहती है ।

हाइड्रोसील के कारण – cause of hydrocele in hindi

हैल्थ एक्सपर्ट और डॉक्टरों के मुताबिक अंडकोश की थैली के अंतर चोट लगनेे फिर सूजन होने के कारण
हाइड्रोसील हो सकता है ।

अंडकोश में इंफेक्शन या कुंडलित नलिका में संक्रमण की वजह से सुजन हो सकती है जो हाइड्रोसील की समस्या को जन्म देती है इसके अलावा भारी समान उठाना, या अधिक शारीरिक सम्बन्ध बनाना भी हाइड्रोसील के कारण हो सकते हैं ।

हाइड्रोसील से नुकसान – Health risk of hydrocele in hindi




आमतौर पर हाइड्रोसील खतरनाक नहीं होता और ना ही इससे प्रजनन क्षमता पर कोई नकारात्मक असर पडता है । मगर हाइड्रोसील अंतर्निहित वृषण की कई गंभीर समस्याओं से जुड़ा हो सकता है जिससे आगे कई समस्याएं उत्पन्न हो सकता है ।

जिसमें शामिल है :-

1. इंफेक्शन या ट्यूमर :- इससे स्पर्म उत्पादन पर भी असर पड सकता है

2. वंक्षण हर्निया :- इससे कई गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं ।

लहसुन से हाइड्रोसील का इलाज – lahsun se hydrocele ka ilaj

अभी तक इस बात का कोई सबूत नही है की लहसुन से हाइड्रोसील का इलाज सम्भव है और ना ही कोई वैज्ञानिक शोध इस बात का समर्थन करता है इसके अलावा किसी आयुर्वेदिक किताब में भी इस विषय पर कुछ नही लिखा । इसलिए ये बात कहना की लहसुन से हाइड्रोसील का इलाज होता है बिल्कुल आधारहीन है ।

अगर हम लहसुन और अंडकोष में सूजन के घरेलू उपाय को छोड़ दें तो मेडिकल जगत में हाइड्रोसील के कई असरदार इलाज मौजूद हैं ।

आइये इनके बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं ।

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हाइड्रोसील का इलाज

हाइड्रोसील का इलाज करने के लिए सर्वप्रथम आपका डॉक्टर physical exam कर सकता है इससे डॉक्टर को आपकी स्थिति का पूरा अंदाजा हो जाएगा । अगर आपको हाइड्रोसील होगा तो आपके अंडकोश की थैली ( scrotum ) में सूजन आ जाएगी लेकिन आपको किसी प्रकार के दर्द का अनुभव नही होगा ।

hydrocele होने पर अंडकोषों को अनुभव नही किया जा सकता क्योकि उनमें पुरी तरह पानी भर जाता है ।

इलाज के पहले डॉक्टर ब्लड या यूरिन टेस्ट भी करवा सकता है । इसके अतिरिक्त चिकित्सक हर्निया, ट्यूमर या अंडकोश की सूजन का कारण पता करने के लिए अल्ट्रासाउंड भी करवा सकता है ।

सभी प्रकार के टेस्ट और शुरूआती जाँच पुरी होने के बाद डॉक्टर निम्नलिखित तीन तरीकों से आपका इलाज करेगा :-

सर्जरी से हाइड्रोसील का इलाज

खैर हाइड्रोसील इतनी बड़ी समस्या नही होती की इसके लिए आपको सर्जरी करवाने पडी मगर दिक्कत ज्यादा होने पर डॉक्टर आपको सर्जरी का सुझाव दे सकता है ।

सर्जरी करने से पहले डॉक्टर anesthesia लगाएगा जिससे सर्जरी वाला हिस्सा पुरी तरह सुन्न हो जाएगा ताकि आपको किसी प्रकार का दर्द महसूस ना हो ।
अधिकतर मामलों में मरीज सर्जरी होने के कुछ ही घंटो में आस्पाताल से घर जा सकते हैं ।



सर्जन abdomen या अंडकोश ( हाइड्रोसील वाली वाली जगह के आधार पर ) एक छोटा सा चीरा चा कट करेगा ताकि अंडकोष में भरे पानी को निकाला जा सके, कट करने के बाद सर्जन सर्जरी के द्वारा हाइड्रोसील को हटा देगा ।

इस बात की बहुत अधिक संभावना है की सर्जन चीरे वाली जगह पर एक बड़ी ड्रेसिंग कर सकता है । हाइड्रोसील के स्थान और साइज के मुताबिक आपको कुछ दिनों के लिए drainage tube भी जरूरत पड सकती है ।

सर्जरी में उपयोग होने वाली anesthesia के संभाविक नुकसान :-

1. दिल की धडकन का असंतुलित होना
2. स्किन पर एलर्जी होना
3. साँस लेने में दिक्कत होना

सर्जरी से होने वाले संभावित रिस्क

1. संक्रमण का होना
2. खून का थक्का बनना या ज्यादा खून बहना
3. तंत्रिका क्षति के साथ अंडकोश पर चोट भी हो सकती है ।

सर्जरी के बाद होने वाली असुविधा तथा असहजता को कम करने के लिए आइस पैक, अंडकोष के लिए support strap और थोड़े आराम की जरूरत होती है ।

इसके अलावा स्वास्थ्य सेवा प्रदाता आपका एक और चेक अप करवा सकते हैं क्योकि कुछ मामलों में सर्जरी के बाद भी दोबारा हाइड्रोसील हो जाता है ।

सर्जरी के बाद क्या करना है ?

अगर आपने हाइड्रोसील हटाने के लिए सर्जरी का सहारा लिया है तो एक हफ्ते के अंदर दर्द खुद ब खुद चला जाएगा लेकिन अगर नही जाता है तो डॉक्टर आपको दर्द की दवा दे सकता है ।

सर्जरी के बाद आप कुछ समय के लिए सामान्य गतिविधियों को नही कर पायेगे, जैसे- आपको कम से कम तीन हफ्तों तक साइकिल नही चलानी चाहिये

इसके अलावा आपको मुश्किल Activities से भी बचना चाहिये । चीरे वाली जगह से टांके अपने आप ही सही हो जाएगे मगर फिर भी आपका डॉक्टर रीकवरी रेट देखने के लिए उनकी जाँच कर सकता है

इसके अलावा आपको प्रतिदिन नहाना चाहिये या स्पंज स्नान करना चाहिये इससे प्रभावित हिस्से को साफ रखने और संक्रमण रोखने में मदद मिलेगी ।

Needle aspiration से हाइड्रोसील का इलाज




सर्जरी से हाइड्रोसील का इलाज करने में कुछ लोगो को काफी complications होते हैं या कुछ नुकसान पहुचने की संभावना होती है ऐसे लोगो को डॉक्टर
Needle aspiration से हाइड्रोसील का इलाज करने की सलाह देते हैं ।

इस उपाय में इंजेक्शन से हाइड्रोसील के पानी को निकाला जाता है । कुछ मामलों में डॉक्टर हाइड्रोसील निकाल कर उसमें कुछ दवाईयां का मिश्रण भी डाल सकता है ताकि हाइड्रोसील दोबारा उत्पन्न ना हो

Needle aspiration के संभाविक हैल्थ रिस्क

1. कुछ समय के लिए अंडकोषों में दर्द हो सकता है
2. इंफेक्शन होने का खतरा रहता है

Sclerotherepy से हाइड्रोसील का इलाज

Sclerotherepy हाइड्रोसील के इलाज का तीसरा सबसे बढ़िया विकल्प है इसमें सर्जरी तरह चीर-फाड नही होती इसके अलावा इस इलाज से मरीज जल्दी ढ़ीक भी हो जाता है । इस विधि में tetracycline doxycycline और antazoline जैसी दवाओं से हाइड्रोसील का ट्रीटमेंट किया जाता है ।

निष्कर्ष

तो दोस्तों आशा करता हू की आपको हमारा आजका लेख लहसुन से हाइड्रोसील का इलाज ( lahsun se hydrocele ka ilaj ) जरूर पसंद आया होगा । अगर आपको अभी भी इस विषय के सम्बन्ध में कोई सवाल है तो हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं

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